10 Examples of Sampadak Ko Patra in Hindi

 

Sampadak Ko Patra Examples ( संपादक को पत्र के उदाहरण )  based on CBSE’s latest SQPs and Previous Years’ Question Papers

 

Sampadak Ko Patra Examples संपादक को पत्र एक प्रारूपिक, संविष्टिगत पत्र होता है, जो किसी विशिष्ट प्रकाशन, पत्रिका, या अख़बार के संपादक को भेजा जाता है, जिसका उद्देश्य सराहना, समीक्षा करना, जानकारी प्रदान करना, या किसी विशिष्ट सूचना को संवादित करना होता है। हमारी यह पोस्ट पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों के आधार पर 10 संपादक को पत्र उदाहरण प्रदान करती है। संपादक को पत्र के ये उदाहरण आपको इस प्रकार के लेखन में प्रयुक्त प्रारूप, स्वर और भाषा को समझने में मदद कर सकते हैं। आप संपादक को पत्र के इन उदाहरणों का उपयोग अपने स्वयं के संपादक को पत्र के संदर्भ के रूप में या अपने लेखन कौशल को बेहतर बनाने के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में कर सकते हैं। तो, हमारे ब्लॉग पोस्ट को देखें और संपादक को पत्र के सभी उदाहरणों के बारे में जानें।

 

संपादक को पत्र के 10 उदाहरण

Examples of Letter to Editor (Sampadak Ko Patra) in Hindi  – Sample Questions

 

1. एक दैनिक समाचार पत्र के संपादक को अपनी कविता के प्रकाशन के अनुरोध हेतु 80 से 100 शब्दों का एक पत्र लिखिए। (SQP 2020-21)

उत्तर:

आनंद नगर
नई दिल्ली

13 मई, 2024

संपादक
हिंदुस्तान अखबार
नई दिल्ली

विषय: कविता के प्रकाशन हेतु संपादक महोदय को पत्र

सम्माननीय संपादक महोदय

सविनय विनम्र निवेदन है कि मेरा नाम आशुतोष है और मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी का हिंदी साहित्य से परस्नातक का छात्र हूं।
मैं आपके समाचार पत्र का दैनिक पाठक हूं। मैं आपके समाचार पत्र को आपकी बेबाकी और निडर लेख की वजह से पसंद करता हूं। मैं पिछले 5 वर्षों से आपके समाचार पत्र को नियमित पढ़ता हूं।
मेरा इस पत्र को लिखने का उद्देश्य सिर्फ यही है कि मेरा बचपन से ही यह लक्ष्य था कि मैं अपनी मन आवाज को दुनिया के सामने प्रकट कर सकूं और यह लक्ष्य बिना किसी समाचार पत्र के बिना संभव नहीं है। मैं बचपन से ही जागरूकता मोटिवेशन और जिंदगी के ऊपर कविता लिखता चला आ रहा हूं। मेरी कविता लिखने का सिर्फ मतलब लोगों को प्रोत्साहित करना तथा उनका जिंदगी के प्रति दृष्टिकोण बदलना है।
मैं आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि मुझे दिल्ली यूनिवर्सिटी की तरफ से कविता लेखन प्रतियोगिता में पुरस्कार भी मिल चुका है तथा इससे पहले मैं दो-तीन मैगजीन तथा स्थानीय अखबारों के लिए कविता लिख चुका हूं। मेरी यह अभिलाषा है कि मेरी अगली कविता मेरे मनपसंद समाचार पत्र पर प्रकाशित हो।
अतः आपसे निवेदन है कि आप मेरे इस कविता को अपने दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित करने की कृपा करें तो आपकी अति दया होगी इससे मेरा आत्मविश्वास और भी बढ़ेगा। मुझे आशा है कि आप मुझे निराश नहीं करेंगे।

आपका निष्ठ
आशुतोष

 

 

2. आप मनस्वी मौर्य या मनस्विता मालवीय है। बरसात के दिनों में दुर्घटना को दावत देते खुले पड़े सीवर लाइन के मैनहोल के संदर्भ में x y z नगर के दैनिक समाचार पत्र के संपादक को एक समाचार पत्र प्रकाशन करने हेतु पत्र लिखिए। (SQP 2022-23)

उत्तर:

सेक्टर 24
इंदिरा नगर
लखनऊ

दिनांक: 04/05/2024

संपादक
दैनिक जागरण
लखनऊ

विषय: खुले मैनहोल की कहानी को कवर करने के संबंध में

आदरणीय महोदय/महोदया

मैं मनस्वी मौर्य, सेक्टर 24 इंदिरा नगर लखनऊ का निवासी हूं। मैं यह पत्र आपका ध्यान हमारे क्षेत्र में खुले मैनहोल के मुद्दे की ओर आकर्षित करने के लिए लिख रहा हूं। यह समस्या वास्तव में लखनऊ में बहुत से लोगों को झेलनी पड़ती है, और बारिश के मौसम में यह बहुत खतरनाक है ।

खुले मैनहोल के कारण, बारिश होने पर सीवेज का पानी ओवरफ्लो हो जाता है और उसके बाद चारों ओर बदबू फैल जाती है। यह इलाके के बच्चों के साथ-साथ खेलने वालों के लिए भी सुरक्षित नहीं है। इसके अलावा, बारिश के दौरान मैनहोल दिखाई नहीं देते हैं, इसलिए यह वाहनों के लिए भी असुरक्षित हो जाता है।

मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि कृपया इस कहानी को अपने हेडलाइन सेक्शन में कवर करें ताकि तत्काल कोई कार्रवाई की जा सके। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया इस मामले पर अपना ध्यान केन्द्रित करें और आवश्यक कार्रवाई करें तो अतिदया होगी।

आपकी निष्ठ
मनस्वी मौर्य

3. आप दीप्ति/दीप्त हैं। किसी समाचार पत्र के संपादक को नियमित स्कूल व्यवस्था पर एक समाचार पत्र लिखकर प्रसन्नता व्यक्त कीजिए। (CBSE class 10 set 3, 2023)

उत्तर:

सेक्टर 24
इंदिरा नगर
लखनऊ
दिनांक: 04/05/2024

संपादक
दैनिक जागरण
लखनऊ

विषय: नियमित स्कूल व्यवस्था हेतु धन्यवाद देने के लिए पत्र

आदरणीय महोदय/महोदया

मैं दीप्त सेक्टर 24 इंदिरा नगर लखनऊ का निवासी हूं। मैं यह पत्र आपको इसीलिए लिख रहा हूं क्योंकि मैंने आपको पिछली बार हमारे कॉलोनी की अनियमित स्कूल व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करने हेतु एक पत्र लिखा था और आपने अपने दैनिक जागरण अखबार में मेरे इस पत्र का जवाब देते हुए इस अनियमित स्कूल व्यवस्था पर एक बेहतरीन लेख लिखा था। जिसके बाद शिक्षा अधिकारी ने यहां के स्कूलों पर एक्शन लेकर अध्यापक तथा प्रधानाचार्य को काफी डांट सुनाई थी तथा सस्पेंड करने तक की धमकी दी थी।

इसके उपरांत आज यह स्थिति है कि हमारे सेक्टर का प्रत्येक स्कूल अब नियमित रूप से चलने लगा है अतः मैं आपको इस पत्र के द्वारा दिल से धन्यवाद करता हूं।

आपका निष्ठ
दीप्त

4. पुलिस द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों से शहर में अपराध तो काम हुआ लेकिन अभी और जरूरत है। दैनिक समाचार पत्र के किसी संपादक को 100 शब्दों में पत्र लिखकर जन सामान्य को इस बात की ओर ध्यान दिलाइए की समाज से अपराध को कम करने के लिए केवल पुलिस की ही नहीं बल्कि सामूहिक जिम्मेदारी है। (CBSE class 10, set 1 2024)

उत्तर:

सेक्टर 23
क्रांति नगर
बस्ती

दिनांक: 07/05/2023

संपादक,
अमर उजाला
बस्ती

विषय: अपराध को कम करने हेतु जन सामान्य में जागरूकता फैलाने हेतु पत्र

आदरणीय महोदय/महोदया

मैं मनु वर्मा सेक्टर 23 क्रांति नगर, बस्ती का निवासी हूं। मैं यह पत्र आपको इसीलिए लिख रहा हूं क्योंकि हमारी सोसाइटी में काफी ज्यादा अपराध बढ़ रहे हैं हालांकि पुलिस ने इन अपराधों को कम करने हेतु काफी ज्यादा मेहनत की है लेकिन फिर भी ये अपराध दिन प्रति दिन बढ़ रहे हैं। इन अपराधों में चोरी तथा स्नैचिंग प्रमुख है। अभी हाल ही में दो महिलाओं की सोने की चेन दिन दहाड़े चौराहे से चोरी कर ली गई थी।
सामान्य जनता भी इन अपराधों को कम करने हेतु कोई प्रयत्न नहीं कर रही है। अभी अगर चौराहे वाली वारदात में जनता थोड़ी सी सक्रियता दिखाई होती तो उसी वक्त वे चोर पकड़ गए होते अतः आपसे अनुरोध है कि आप जनता को इन अपराधों के प्रति जागरूक करने हेतु अपने समाचार पत्र में एक बेहतरीन लेख लिखिए तो आपकी अतिदाया होगी।

आपका निष्ठ
मनु वर्मा

 

5. किसी समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखकर रेल आरक्षण व्यवस्था में हुए सुधार की प्रशंसा कीजिए (SQP class 10 2016)
उत्तर:

ब्लॉक – 4
गांधी नगर
गुजरात

दिनांक: 04/05/2024

संपादक
दैनिक भास्कर
गुजरात

विषय: रेल आरक्षण व्यवस्था में सुधार हेतु धन्यवाद देने के लिए पत्र

आदरणीय महोदय/महोदया

मैं प्रदीप ब्लॉक – 4 गांधी नगर, गुजरात का निवासी हूं। मैं यह पत्र आपको इसीलिए लिख रहा हूं क्योंकि मैंने देखा है कि रेलगाड़ी भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रमुख केंद्र है। रोज लगभग लाखों लोग ट्रेन की सवारी करते हैं। गरीब से गरीब व्यक्ति भी बस की जगह ट्रेन की सवारी पसंद करता है। रेलों में आरक्षण सीट की कमी से गरीब, महिलाएं, बुजुर्ग तथा शारीरिक रूप से अक्षम्य लोग बड़ी बड़ी यात्राएं यूं खड़े होकर गुजर देते थे। जो अत्यंत ही कष्टदायक था।
अब ट्रेनों में आरक्षण सीट होने की वजह से लोग कम पैसे में एक बेहतर और आनंददायक सफर करते हैं। अतः मैं इस पत्र के द्वारा सरकार का दिल से धन्यवाद करता हूं।

आपका निष्ठ
प्रदीप

 

6. महानगरों में महिलाओं की असुरक्षा हेतु समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए। (SQP class 10, 2016)
उत्तर:

प्रचंड नगर
बैंगलोर

दिनांक: 22/04/2016

संपादक
हिंदुस्तान
बैंगलोर

विषय: महानगरों में महिलाओं की असुरक्षा हेतु पत्र

आदरणीय महोदय/महोदया

मैं राकेश प्रचंड नगर, बैंगलोर का निवासी हूं। मैं यह पत्र आपको इसीलिए लिख रहा हूं क्योंकि रोज का रोज महानगरों में महिलाओं की सुरक्षा की चिंताएं बढ़ रही हैं कभी चैन स्नैचिंग तो कभी छेड़छाड़ तो कभी स्टॉकिंग जैसे गंभीर अपराध हो रहे हैं। इस पर कोई भी प्रमुख समाचार पत्र ध्यान नहीं दे रहे हैं ना ही पुलिसकर्मी इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं।
अतः आपसे सविनय निवेदन है कि अपने समाचार पत्र की प्रमुख हेडलाइन में महिलाओं की असुरक्षा से जुड़ी समस्याओं को गंभीरता से प्रस्तुत करें तो आपकी अति दया होगी। आशा करता हूं कि आप इस गंभीर समस्या को बड़ी गंभीरता से लेंगे। आपका बहुत बहुत धन्यवाद।

आपका निष्ठ
राकेश

 

7. आपका नाम मुदित/मुदिता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रवेश हेतु प्रदेश सरकार द्वारा आर्थिक दृष्टि से कमजोर, प्रतिभाशाली छात्रों के लिए नि: शुल्क शिक्षण की व्यवस्था की सराहना करते हुए किसी दैनिक समाचार पत्र के संपादक को 100 शब्दों का एक पत्र लिखिए। (CBSE SQP Class 10 Hindi A 2024)

उत्तर:

हजरतगंज,
लखनऊ

25 मार्च, 2024

संपादक
हिंदुस्तान अखबार
लखनऊ

विषय: आर्थिक दृष्टि से कमजोर प्रतिभाशाली छात्रों के लिए नि: शुल्क शिक्षण व्यवस्था हेतु धन्यवाद पत्र

सम्माननीय संपादक महोदय

सविनय निवेदन है कि मेरा नाम मुदित है। मैं लखनऊ यूनिवर्सिटी से बी.ए. की पढ़ाई पूरी करने के उपरांत अभी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा हूं। जैसा कि आपको पता ही होगा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर प्रतिभाशाली छात्रों के लिए नि: शुल्क शिक्षण व्यवस्था कार्यक्रम की शुरुआत की है। इस कार्यक्रम की वजह से मैंने पीसीएस प्रीलिम्स की परीक्षा सफलतापूर्वक पास कर ली है।
मैं आर्थिक रूप से बहुत कमजोर था इसीलिए पीसीएस की कोचिंग नहीं कर पाता था लेकिन अब उत्तर प्रदेश सरकार की नि:शुल्क शिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत मुझे श्रेष्ठ अध्यापकों के नि: शुल्क मार्गदर्शन की वजह से मैं अपना पीसीएस अधिकारी होने का सपना पूरा कर पाऊंगा।
अतः मैं इस पत्र के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार के इस कार्यक्रम की सराहना करता हूं और उत्तर प्रदेश सरकार का धन्यवाद करता हूं।

आपका निष्ठ
मुदित
हजरतगंज,
लखनऊमुदित

8. स्वच्छता अभियान के द्वारा लोगों के व्यवहार और मानसिक में आए परिवर्तन पर अपने विचार प्रकट करते हुए किसी दैनिक समाचार पत्र के संपादक को 80 से 100 शब्दों का एक पत्र लिखिए। (CBSE SQP Class 10 2024)

उत्तर:

आनंद नगर
नई दिल्ली

13 मई, 2024

संपादक
हिंदुस्तान अखबार
नई दिल्ली

विषय: स्वच्छता अभियान के कारण लोगों की मानसिकता तथा व्यवहार में आए परिवर्तन के लिए संपादक महोदय को पत्र

सम्माननीय संपादक महोदय

सविनय विनम्र निवेदन है कि मेरा नाम आशुतोष है और मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी से परस्नातक का छात्र हूं। मैं बचपन में देखा करता था कि लोग चॉकलेट और चिप्स के पैकेट ऐसे ही सड़कों पर फेंक देते थे या घर से निकले कूड़ा को सड़क के किनारे फेंक देते थे। जिसको बाद में आवारा पशु खाकर या तो बीमार पड़ जाते थे या तो मर जाते थे लेकिन जब से अपने देश में स्वच्छता अभियान चला है तब से यह स्थिति बिल्कुल ही बदल गई है।
अब हर चौराहे पर आपको एक बड़ा सा डस्टबिन दिखाई देगा, जिसमें लोग अपने चॉकलेट तथा चिप्स के पैकेट फेंक देते हैं। घर में भी लोग अब डस्टबिन रखने लगे हैं तथा घर का कचरा अब डस्टबिन से सीधे नगर पालिका परिषद के कूड़ा गृह में ही जाता है। इस क्रांतिकारी परिवर्तन से न सिर्फ वातावरण स्वच्छ हुआ है बल्कि आवारा पशु की जिंदगी भी अब दांव में नहीं लगी है।
अतः मैं इस पत्र के द्वारा सरकार का स्वच्छता अभियान के लिए धन्यवाद प्रकट करता हूं तथा मैं आपसे यह आशा भी करता हूं कि आप प्लास्टिक की समस्या से जुड़ी जागरूकता को अपने समाचार पत्र में जरुर जगह देंगे।

आपका निष्ठ
आशुतोष

9. सार्वजनिक स्थलों पर बढ़ते धूम्रपान तथा उससे होने वाली संभावित बीमारियों की ओर संकेत करते हुए किसी दैनिक समाचार पत्र के संपादक को 80 से 100 शब्दों का एक पत्र लिखिए। (SQP class 10, 2023)

उत्तर:

आनंद नगर
नई दिल्ली

13 मई, 2024

संपादक
हिंदुस्तान अखबार
नई दिल्ली

विषय: सार्वजनिक स्थलों में बढ़ते धूम्रपान तथा उसके रोगों की जागरूकता हेतु संपादक महोदय को पत्र

सम्माननीय संपादक महोदय

सविनय विनम्र निवेदन है कि मेरा नाम पुष्पेंद्र है और मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी का हिंदी साहित्य से परस्नातक का छात्र हूं।
मैं आपके अखबार के रोज पढ़ता हूं। आपके अखबार की निडर कलम ही मेरे जैसा पाठको को लुभाती है। मेरा इस पत्र को लिखने का उद्देश्य सिर्फ यही है कि आजकल सार्वजनिक स्थलों जैसे कि बस स्टेशन, ऑटो स्टेशन, बाजार और यहां तक की अस्पतालों में भी धूम्रपान में वृद्धि हो रही है। इससे न सिर्फ धूम्रपान करने वाले के स्वास्थ्य को हानि पहुंचती है बल्कि जो व्यक्ति धूम्रपान नहीं करता और धूम्रपान करने वाले व्यक्ति के सामने उपस्थित है उसको भी धूम्रपान से जनित बीमारियों का खतरा रहता है। इस प्रकार की बीमारियों को पैसिव स्मोकिंग डिसऑर्डर कहते हैं।
सार्वजनिक स्थलों में धूम्रपान से न केवल छोटे-छोटे बच्चों का फेफड़ा प्रभावित होता है बल्कि जो व्यक्ति पहले से ही सांस या अस्थमा का मरीज है उसकी तो हालात ही और ज्यादा गंभीर हो जाती है।
अतः आपसे निवेदन है कि आप सार्वजनिक क्षेत्र में बढ़ते धूम्रपान तथा उससे होने वाली बीमारियों को अपने समाचार पत्र के कवर पेज में जगह देंगे, इससे लोगों को इन समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। मुझे आशा है कि आप मुझे निराश नहीं करेंगे।

आपका निष्ठ
पुष्पेंद्र

10. सड़कों की खराब दुर्दशा का वर्णन करते के लिए किसी समाचार पत्र के संपादक को 120 शब्दों में एक पत्र लिखिए। (SQP class 10 Hindi B, 2023)

उत्तर:

सेक्टर 4
अलीगंज, लखनऊ

दिनांक: 08/03/2024

संपादक
द हिंदू
लखनऊ

विषय: सड़कों की दुर्दशा की कहानी को कवर करने के संबंध में

आदरणीय महोदय/महोदया

मैं राजेश वर्मा सेक्टर 4 अलीगंज, लखनऊ का निवासी हूं। मैं यह पत्र आपको हमारे क्षेत्र में सड़कों की खराब दुर्दशा के संबंध में लिख रहा हूं। मैं आपको बता दूं कि हमारे क्षेत्र की सड़कों की स्थिति बेहद ही खराब है। इतने बड़े-बड़े गड्ढे हैं कि उसमें कभी-कभी ट्रक के पहिए भी फस जाते हैं। बरसात के मौसम में तो स्थिति और भी खराब हो जाती है जब इन गड्ढों में पानी भर जाता है। इन गड्ढों में पानी भर जाने के कारण मच्छर पनपने लगते हैं जिससे क्षेत्र में मलेरिया तथा डेंगू के मामले भी बढ़ने लगते हैं।
सड़कों की इस दुर्दशा का पूरा जिम्मेदार खराब सड़क निर्माण तथा ट्रकों का संचालन है।
वर्तमान में इस सड़क में चलना बेहद ही खतरनाक साबित हो रहा है। अभी परसों ही एक वृद्ध आदमी ट्रक के नीचे आते-आते बचे।
अतः मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया इस कहानी को अपने हेडलाइन सेक्शन में कवर करें ताकि तत्काल कोई कार्रवाई की जा सके।
मैं आशा करता हूं कि कृपया इस मामले पर अपना ध्यान केन्द्रित करें और आवश्यक कार्रवाई करें तो अतिदया होगी।

आपका निष्ठ
राजेश वर्मा

 
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