Character Sketch of Topi Shukla

 

टोपी, इफ़्फ़न, टोपी की दादी, इफ़्फ़न की दादी, टोपी की माँ, मुन्नी बाबू और सीता (नौकरानी) का चरित्र-चित्रण | Character Sketch of Topi, Iffan, Topi’s Grandmother, Iffan’s Grandmother, Topi’s Mother, Munni Babu and Sita from CBSE Class 10 Hindi Chapter 3 टोपी शुक्ला

 

टोपी शुक्ला “राही मासूम रजा” का एक उपन्यास है। इसमें दो विभिन्न मजहब वाले बच्चों की दोस्ती का बड़ा ही उल्लेखनीय तरीके से वर्णन किया गया है। वास्तव में यह कहानी पढ़कर आपको भारतीय समाज में उपस्थित कड़वाहट का पता लग जाएगा। 

 

टोपी का चरित्र-चित्रण (Character Sketch of Topi)  

  • मासूम: टोपी बहुत ही मासूम बच्चा है। तभी वह इफ्फन से दादी बदलने को कहता है क्योंकि उसकी दादी उसको प्यार नहीं करती है। 
  • पढ़ने में तेज: टोपी पढ़ाई में बहुत तेज रहता है लेकिन घरवालों के कारण और टायफाइड के कारण हर बार नौवीं दर्जे में फेल हो जाता है। 
  • भेदभाव का शिकार: टोपी अपने घर में भेदभाव का शिकार है। वह जब भी पढ़ने बैठता है तब कोई का कोई उसकी पढ़ाई में व्यवधान डालता है। इसके अलावा अपने सभी भाइयों में सबसे ज्यादा मार वही खाता है। 
  • स्वाभिमानी: टोपी एक स्वाभिमानी बच्चा है। अपने भाई का पुराना कोट मिलने पर वह कोट नहीं पहनता और अपने नौकरानी के बच्चे को वह कोट दे देता है। 

 

टोपी के चरित्र सम्बंधित प्रश्न (Questions related to Character of Topi)

  • टोपी किस वजह से बार बार 9वे दर्जे में फेल हो रहा था? 
  • टोपी अपनी दादी को नापसंद क्यों करता है?

 

 

इफ़्फ़न का चरित्र-चित्रण (Character Sketch of Iffan)

  • मासूम: इफ्फन एक मासूम बच्चा है। उसको धर्म से कोई लेना देना नहीं है। तभी उसको टोपी की मित्रता बड़ी भाती है। 
  • टोपी के जैसे ही पारिवारिक स्थिति: टोपी और इफ्फन दोनो की पारिवारिक स्थिति एक जैसे ही है। दोनो ही अपने घर में अकेले हैं तथा दोनो को ही इफ्फन की दादी प्यार करती हैं और कोई नहीं करता। 
  • समझदार: टोपी की अपेक्षा इफ्फन ज्यादा समझदार है तभी वह दादी बदलने की बात सुनकर टोपी को समझाता है। 
  • टोपी की देखभाल करने वाला: इफ्फन टोपी की देखभाल करता है तभी वह टोपी को फल की दुकान ले जाता है क्योंकि वह जानता है कि टोपी बस बाहर फल ही खाता है। 

 

इफ़्फ़न के चरित्र सम्बंधित प्रश्न (Questions related to Character of Iffan)

  • क्या इफ्फन टोपी से ज्यादा समझदार है? एक उदाहरण द्वारा बताइए?
  • इफ्फन और टोपी की स्थिति एक ही है? इस कथन की पुष्टि कीजिए। 

 

 

टोपी की दादी का चरित्र-चित्रण (Character Sketch of Topi’s Grandmother)

  • कट्टर हिन्दू: टोपी शुक्ला की दादी एक कट्टर हिंदू थी तभी टोपी के मुंह से अम्मी नाम सुनते ही वह खाना छोड़ कर चली गई। 
  • कटु वचन बोलने वाली: टोपी की दादी अत्यंत ही कटु वचन बोलती थी जो टोपी को बिल्कुल ही पसंद नहीं था तभी वह अपने दोस्त से दादी बदलने के लिए कहता है। जब टोपी ने किसी तरह अपनी 9वी दर्जे की पढ़ाई पूरी कर ली तो वह बोली कि वाह बहुत अच्छी रफ्तार पकड़ी है। चलो तीसरे साल पास तो हुआ भले ही तीसरी श्रेणी क्यों न हो। 
  • निर्दयी: टोपी की दादी अत्यंत ही निर्दय है जब ठंड के दिनों में सबको नए कपड़े मिले थे तब टोपी को अपने बड़े भाई मुन्नी बाबू का पुराना कोट मिला था इससे टोपी खिन्न होकर उस कोट को नौकरानी के बेटे को दे दिया था। यह देखकर दादी इस अत्यंत क्रोधित हो गई थी तथा उन्होंने यह फैसला किया कि टोपी के लिए इस ठंड में कोई कपड़े नहीं आएंगे। 

 

टोपी की दादी के चरित्र सम्बंधित प्रश्न (Questions related to Character of Topi’s Grandmother)

  • टोपी की दादी का स्वभाव कैसा है?
  • इफ्फन की दादी तथा टोपी की दादी के स्वभाव में क्या अंतर है? 

 

 

इफ़्फ़न की दादी का चरित्र-चित्रण (Character Sketch of Iffan’s Grandmother)

  • मीठे स्वभाव वाली: इफ्फन की दादी बड़े ही मीठे स्वभाव की हैं वह कभी भी टोपी से कड़े लहजे में बात नहीं की तभी टोपी उनको काफी पसंद करता है। 
  • मीठे वचन बोलने वाली: इफ्फन की दादी की बोली काफी मीठी है। दादी की बोल टोपी को एकदम तिल के पकवान जैसे लगती है। 
  • उत्सव प्रेमी: इफ्फन की दादी बड़ी उत्सव प्रेमी थी लेकिन मौलवी के घर में विवाह होने से वह उत्सव नहीं मना पाती थी। 
  • मौलवी रीति रिवाजो की विपरीत: इफ्फन की दादी एक जमींदार के घर की बेटी थी इसीलिए वह मौलवी रीति रिवाज को उतना नहीं मानती थी जैसे ही उनका मन का मिलता था वह दही का मजा लेती तथा उत्सव भी मनाती थी। 

 

इफ़्फ़न की दादी के चरित्र सम्बंधित प्रश्न (Questions related to Character of Iffan’s Grandmother)

  • इफ्फन की दादी कहां की हैं?
  • इफ्फन की दादी कैसी भाषा बोलती हैं?
  • इफ्फन की दादी का इफ्फन तथा टोपी के प्रति कैसा व्यवहार है?

 

 

टोपी की माँ का चरित्र-चित्रण (Character Sketch of Topi’s Mother)

  • कट्टर हिन्दू: टोपी शुक्ला की मां एक कट्टर हिंदू है तभी वह टोपी के मुख से अम्मी शब्द सुनकर उसकी बहुत ही बुरी तरह मरती हैं तथा कबाब खाने की बात सुनकर उसकी बड़ी बेरहमी से पिटाई करती है। 
  • निर्दयी: टोपी एक छोटा बच्चा है तब भी वह टोपी को हमेशा छोटी-छोटी बातों के लिए बहुत बुरी तरह मारा करती हैं। 
  • नासमझ: टोपी की मां एक नासमझ स्त्री है तभी जब टोपी उनके सामने कुछ उर्दू शब्द बोलते हैं तो वह है बिना कुछ सोच समझे ही उसको मारने लगती हैं तथा एक परीक्षा के समय भी वह टोपी को पढ़ते समय कुछ न कुछ काम करने के लिए कह देती है। 

 

टोपी की माँ के चरित्र सम्बंधित प्रश्न (Questions related to Character of Topi’s Mother)

  • टोपी की मां टोपी से कैसा व्यवहार करती है?
  • टोपी की मां टोपी के मुंह से क्या सुनकर उसको पीटती हैं?

 

 

मुन्नी बाबू का चरित्र-चित्रण (Character Sketch of Munni Babu)

  • चालाक: टोपी का बड़ा भाई मुन्नी बाबू एक बड़ा ही चालक लड़का है। वह स्वयं ही मुसलमान की दुकान के यहां जाकर कबाब खाता है और जब टोपी उसको देख लेता है तो वह है उसको एक इकन्नी की रिश्वत दे कर चुप रहने के लिए बोलता है लेकिन बाद में वह इस कबाब खाने के आरोप को टोपी के सिर ही मढ देता है। 
  • ईर्ष्यालु: मुन्नी बाबू अपने छोटे भाई टोपी से बड़ी ईर्ष्या करता है तभी जब टोपी पढ़ने बैठता है तब वह उसको कोई ना कोई काम जरूर बोल देता है। 

मुन्नी बाबूके चरित्र सम्बंधित प्रश्न (Questions related to Character of Munni Babu)

  • मुन्नी बाबू को जब टोपी कबाब खाते पकड़ता है तो मुन्नी बाबू क्या करता है?
  • मुन्नी बाबू का टोपी के प्रति क्या व्यवहार है?

 

 

सीता (नौकरानी) का चरित्र-चित्रण (Character Sketch of Sita) 

  • टोपी को प्यार करने वाली: टोपी के घर में केवल नौकरानी सीता ही थी जो उसको समझती थी तथा उसके प्रति लगाव रखती थी। 
  • समझदार: टोपी की नौकरानी सीता एक समझदार स्त्री है। तभी जब टोपी और उसकी दादी के बीच कोट को लेकर बहस होती है, तब वह टोपी को समझाती है कि अब तुम कक्षा 10 में पहुंच गए हो और तुमको इस तरह से अपनी दादी से बात नहीं करनी चाहिए। 

सीता (नौकरानी) के चरित्र सम्बंधित प्रश्न (Questions related to Character of Sita)

  • नौकरानी सीता के प्रमुख गुणों का वर्णन कीजिए?
  • नौकरानी सीता का टोपी से कैसा व्यवहार था?

 

Topi Shukla Summary 

टोपी शुक्ला नाम की कहानी एक टोपी नाम के बच्चे के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसका असली नाम बलभद्र नारायण शुक्ला है। उसके पिता एक डॉक्टर हैं तथा घर बहुत ही ज्यादा संपन्न है लेकिन इसके बावजूद यह बच्चा बहुत ही ज्यादा अकेलापन महसूस करता है। 

टोपी का एक बहुत ही गहरा मित्र है जिसका नाम इफ्फन है। इफ्फन का पूरा नाम सैय्यद जरगाम मुर्तुजा है तो कहानी यह है कि टोपी को अपने घर से ज्यादा इफ्फन के घर में प्यार तथा सुकून मिलता है क्योंकि इफ्फन की दादी की बोली को टोपी बड़ा पसंद करता है। 

बात करें इफ्फन के घर की तो उसके घर में उसके अब्बू, अम्मी, दादी, बड़ी तथा छोटी बहन रहती है। अब्बू तथा अम्मी से इफ्फन की ज्यादा नहीं बनती लेकिन अपनी दादी से उसकी खूब बनती है। 

लेखक कहता है कि इफ्फन के पिता ही इफ्फन के परिवार के प्रथम ऐसे व्यक्ति थे जो किसी मौलवी के घर से संबंध नहीं रखते थे। 

टोपी को उसके घर में केवल उसकी नौकरानी ही प्यार करती थी तथा अपने मित्र इफ्फन की दादी भी उसको प्यार करती थी। टोपी के भाई टोपी के मार तथा डांट खाने से बड़ा खुश हुआ करते थे। एक बार तो टोपी के भाई मुन्नी बाबू ने अपनी करनी को टोपी के सिर मढ़ दिया फिर क्या था टोपी को उसके घर वालों ने इतना मारा कि उसका पूरा शरीर दर्द करने लगा। 

अगले दिन ये दोनो स्कूल में भूगोल की कक्षा छोड़कर बाजार चले जाते हैं। तभी टोपी इफ्फन से बड़े ही मासूम लहजे में बोलता है कि क्या हम दोनों अपनी दादी बदल सकते हैं? तब इफ्फन कहता है कि नहीं यह हम नहीं कर सकते हैं क्योंकि दादी अब्बू की मां भी तो है तभी इतने में इफ्फन का नौकर आ जाता है और बोलता है कि तुम्हारी दादी का इंतकाल हो गया है। यह सुनकर दोनों लोग भागे दौड़े इफ्फन के घर जाते हैं ।  घर लोगों से भरा हुआ था लेकिन इतनी भीड़ के बावजूद दोनों लोग काफी अकेले हो गए थे। 

कुछ समय बाद इफ्फन के पिताजी का दूसरे शहर ट्रांसफर हो जाता है। तब टोपी कसम खाता है कि वह किसी भी ऐसे व्यक्ति से दोस्ती नहीं करेगा जिनके पिताजी का ट्रांसफर हो। इसके बाद टोपी बिल्कुल अकेला रहने लगता है क्योंकि नए आए कलेक्टर के बेटों के साथ टोपी की बिलकुल भी नहीं बनती थी। 

 

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