NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Bhag 3 बस की यात्रा Important Question Answers Lesson 3

Class 8 Hindi Bus Ki Yatra Question Answers – Looking for Bus Ki Yatra question answers for CBSE Class 8 Hindi Vasant Bhag 3 Book Chapter 3? Look no further! Our comprehensive compilation of important questions will help you brush up on your subject knowledge.

 सीबीएसई कक्षा 8 हिंदी वसंत भाग 3 पुस्तक पाठ 3 के लिए बस की यात्रा प्रश्न उत्तर खोज रहे हैं? आगे कोई तलाश नहीं करें! महत्वपूर्ण प्रश्नों का हमारा व्यापक संकलन आपको अपने विषय ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगा। कक्षा 8 के हिंदी प्रश्न उत्तर का अभ्यास करने से परीक्षा में आपके प्रदर्शन में काफी सुधार हो सकता है। हमारे समाधान इस बारे में एक स्पष्ट विचार प्रदान करते हैं कि उत्तरों को प्रभावी ढंग से कैसे लिखा जाए। हमारे बस की यात्रा प्रश्न उत्तरों को अभी एक्सप्लोर करें उच्च अंक प्राप्त करने के अवसरों में सुधार करें।

 The questions listed below are based on the latest CBSE exam pattern, wherein we have given NCERT solutions to the chapter’s extract based questions, multiple choice questions, short answer questions, and long answer questions

 Also, practicing with different kinds of questions can help students learn new ways to solve problems that they may not have seen before. This can ultimately lead to a deeper understanding of the subject matter and better performance on exams. 

  • Bus Ki Yatra Extract Based Questions
  • Bus Ki Yatra Multiple Choice Questions
  • Bus Ki Yatra Questions Answers
  • Bus Ki Yatra Extra Question Answers
  • Bus Ki Yatra Summary, Explanation, Question Answers
  • Bus Ki Yatra MCQs
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    Class 8 Hindi बस की यात्रा Question Answers Lesson 3 – सार-आधारित प्रश्न (Extract Based Questions)

    सारआधारित प्रश्न बहुविकल्पीय किस्म के होते हैं, और छात्रों को पैसेज को ध्यान से पढ़कर प्रत्येक प्रश्न के लिए सही विकल्प का चयन करना चाहिए। (Extract-based questions are of the multiple-choice variety, and students must select the correct option for each question by carefully reading the passage.)

    1. हम पाँच मित्रों ने तय किया कि शाम चार बजे की बस से चलें। पन्ना से इसी कंपनी की बस सतना के लिए घंटे भर बाद मिलती है जो जबलपुर की ट्रेन मिला देती है। सुबह घर पहुँच जाएँगे। हम में से दो को सुबह काम पर हाज़िर होना था इसीलिए वापसी का यही रास्ता अपनाना ज़रूरी था। लोगों ने सलाह दी कि समझदार आदमी इस शाम वाली बस से सफ़र नहीं करते। क्या रास्ते में डाकू मिलते हैं? नहीं, बस डाकिन है। बस को देखा तो श्रद्धा उमड़ पड़ी। खूब वयोवृद्ध थी। सदियों के अनुभव के निशान लिए हुए थी। लोग इसलिए इससे सफ़र नहीं करना चाहते कि वृद्धावस्था में इसे कष्ट होगा। यह बस पूजा के योग्य थी। उस पर सवार कैसे हुआ जा सकता है!

    प्रश्न 1. लेखक और उसके मित्रों को कहां जाना था ?
    (क) जबलपुर
    (ख) सहारनपुर
    (ग) पन्ना
    (घ) रायपुर
    उतर :- (ग) पन्ना

    प्रश्न 2. यह बस कहाँ की ट्रेन से मिला देती है?
    (क) नेपाल की
    (ख) जबलपुर की
    (ग) पन्ना की
    (घ) सतना की
    उतर :- (ख) जबलपुर की

    प्रश्न 3. लेखक के मन में बस को देखकर कैसा भाव उमड़ा?
    (क) गुस्से का
    (ख) श्रद्धा
    (ग) दया
    (घ) प्रेम
    उतर :- (ख) श्रद्धा

    प्रश्न 4. यात्री इस बस में सफ़र क्यों नहीं करना चाहते थे?
    (क) क्योंकि बस के चलने के आसार ही दिखाई नहीं देते थे।
    (ख) क्योंकि बस में सारी सीटें भर चुकी थी।
    (ग) क्योंकि बस अपनी जर्जर अवस्था के कारण कभी भी धोखा दे सकती थी।
    (घ) क्योंकि बस का किराया बहुत ज्यादा थी।
    उतर :- (ग) क्योंकि बस अपनी जर्जर अवस्था के कारण कभी भी धोखा दे सकती थी।

     

    2.
    इंजन सचमुच स्टार्ट हो गया। ऐसा, जैसे सारी बस ही इंजन है और हम इंजन के भीतर बैठे हैं। काँच बहुत कम बचे थे। जो बचे थे, उनसे हमें बचना था। हम फौरन खिड़की से दूर सरक गए। इंजन चल रहा था। हमें लग रहा था कि हमारी सीट के नीचे इंजन है। बस सचमुच चल पड़ी और हमें लगा कि यह गांधीजी के असहयोग और सविनय अवज्ञा आंदोलनों के वक्त अवश्य जवान रही होगी। उसे ट्रेनिंग मिल चुकी थी। हर हिस्सा दूसरे से असहयोग कर रहा था। पूरी बस सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौर से गुजर रही थी। सीट का बॉडी से असहयोग चल रहा था। कभी लगता सीट बॉडी को छोड़कर आगे निकल गई है। कभी लगता कि सीट को छोड़कर बॉडी आगे भागी जा रही है। आठ-दस मील चलने पर सारे भेदभाव मिट गए। यह समझ में नहीं आता था कि सीट पर हम बैठे हैं या सीट हम पर बैठी है। 

     

    प्रश्न 1. उपर्युक्त गद्यांश के पाठ का नाम और लेखक का नाम लिखिए।
    (क) गद्यांश के पाठ का नाम- बस की यात्रा , लेखक का नाम- हरिशंकर परसाई।
    (ख) पाठ-ध्वनि, लेखक- सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’।
    (ग) पाठ- भगवान के डाकिए, लेखक- रामधारी सिंह दिनकर।
    (घ) पाठ का नाम – लाख की चूड़ियाँ, लेखक- कामतानाथ।
    उतर :- (क) गद्यांश के पाठ का नाम- बस की यात्रा , लेखक का नाम- हरिशंकर परसाई।

    प्रश्न 2. इंजन सचमुच स्टार्ट हो गया वाक्य में लेखक का कहने का अभिप्राय क्या है?
    (क) बस की खराब स्थिति को देखकर
    (ख) ड्राइवर के दयनीय स्थिति को देखकर
    (ग) बस की दशा और पहली बार में ही स्टार्ट होने के कारण
    (घ) बस की हालत को देखकर
    उतर :- (घ) बस की हालत को देखकर

    प्रश्न 3. लेखक को ऐसा क्यों लग रहा था कि हम इंजन के भीतर बैठे हैं?
    (क) गर्मी के कारण
    (ख) परेशानी के कारण
    (ग) बस की हालत देखकर
    (घ) शोर और कंपन के कारण
    उतर : – (घ) शोर और कंपन के कारण

    प्रश्न 4. उपरोक्त गद्यांश में गांधी जी के किस आंदोलन का वर्णन है?
    (क) असहयोग आंदोलन
    (ख) सविनय अवज्ञा आंदोलन
    (ग) उपर्युक्त दोनों
    (घ) कोई नहीं
    उतर : – (ग) उपर्युक्त दोनों

    प्रश्न 5. गद्यांश में बस की दशा के बारे में क्या पता चलता था?
    (क) बस अच्छी हालत में थी
    (ख) बस की हालत दयनीय थी
    (ग) बस खराब हालत में थी
    (घ) पता नहीं
    उतर : – (ख) बस की हालत दयनीय थी

     

    3. बस की रफ़्तार अब पंद्रह-बीस मील हो गई थी। मुझे उसके किसी हिस्से पर भरोसा नहीं था। ब्रेक फेल हो सकता है, स्टीयरिंग टूट सकता है। प्रकृति के दृश्य बहुत लुभावने थे। दोनों तरफ़ हरे-भरे पेड़ थे जिन पर पक्षी बैठे थे। मैं हर पेड़ को अपना दुश्मन समझ रहा था। जो भी पेड़ आता, डर लगता कि इससे बस टकराएगी। वह निकल जाता तो दूसरे पेड़ का इंतजार करता। झील दिखती तो सोचता कि इसमें बस गोता लगा जाएगी।

    प्रश्न 1. अब बस किस रफ्तार से चल रही थी?
    (क) पंद्रह से बीस मील प्रति घंटा
    (ख) सात से दस मील रफ़्तार
    (ग) दस से तेरह मील रफ़्तार
    (घ) चार से पाँच मील रफ्तार
    उतर :- (क) पंद्रह से बीस मील प्रति घंटा

    प्रश्न 2. लेखक को बस पर भरोसा क्यों नहीं रहा?
    (क) क्योंकि बस का ड्राइवर नशे में था।
    (ख) क्योंकि रास्ता काफी खराब था।
    (ग) क्योंकि लेखक ने सोच लिया कि बस का कभी भी ब्रेक फेल हो सकता है, या स्टीयरिंग टूट सकता है।
    (घ) क्योंकि बस काफी खराब थी।
    उतर :- (ग) क्योंकि लेखक ने सोच लिया कि बस का कभी भी ब्रेक फेल हो सकता है, या स्टीयरिंग टूट सकता है।

    प्रश्न 3. लेखक पेड़ों को अपना शत्रु क्यों समझ रहे थे?
    (क) पेड़ों को ज्यादा झुकाव होने के कारण
    (ख) पेड़ों के कारण रास्ता न दिखने के कारण
    (ग) पेड़ों से बस टकराने के भय के कारण
    (घ) पेड़ों को अत्यधिक छायादार होने के कारण
    उतर :- (ग) पेड़ों से बस टकराने के भय के कारण

    प्रश्न 4. लेखक को बस डूबने का डर कहाँ सताने लगा?
    (क) समुद्र में
    (ख) नदी में
    (ग) झील में
    (घ) पुलिया पर
    उतर :- (ग) झील में

    प्रश्न 5. गद्यांश में लेखक ने सड़क के दोनों किनारे का दृश्य कैसे प्रस्तुत किया है?
    (क) दोनों तरफ़ झीलें ही झीलें थीं।
    (ख) चारों तरफ़ काले-काले बादल आसमान में छाए थे।
    (ग) दोनों तरफ़ नदियाँ बह रही थीं।
    (घ) दोनों ओर हरे-भरे पेड़ थे जिस पर पक्षी बैठे थे।
    उतर : – (घ) दोनों ओर हरे-भरे पेड़ थे जिस पर पक्षी बैठे थे।

     

    4. एक पुलिया के ऊपर पहुँचे ही थे कि एक टायर फिस्स करके बैठ गया। वह बहुत जोर से हिलकर थम गई। अगर स्पीड में होती तो उछलकर नाले में गिर जाती। मैंने उस कंपनी के हिस्सेदार की तरफ पहली बार श्रद्धाभाव से देखा। वह टायरों की हालत जानते हैं फिर भी जान हथेली पर लेकर इसी बस से सफ़र कर रहे हैं। उत्सर्ग की ऐसी भावना दुर्लभ है। सोचा, इस आदमी के साहस और बलिदान भावना का सही उपयोग नहीं हो रहा है। इसे तो किसी क्रांतिकारी आंदोलन का नेता होना चाहिए। अगर बस नाले में गिर पड़ती और हम सब मर जाते तो देवता बाँहें पसारे उसका इंतजार करते।

     

    प्रश्न 1. बस कहाँ खराब हो गई?
    (क) एक गाँव में
    (ख) झील के पास
    (ग) पुलिया पर
    (घ) पुल के नीचे
    उतर : – (ग) पुलिया पर

    प्रश्न 2. लेखक ने बस कंपनी के हिस्सेदार को किस भाव से देखा?
    (क) उपेक्षा से
    (ख) श्रद्धा से
    (ग) प्यार से
    (घ) घृणा से
    उतर : – (ख) श्रद्धा से

    प्रश्न 3. किसके साहस और बलिदान की भावना का दुरुपयोग हो रहा था?
    (क) कंडक्टर की
    (ख) बस ड्राइवर की
    (ग) कंपनी के हिस्सेदारों की
    (घ) यात्रियों की
    उतर : – (ग) कंपनी के हिस्सेदारों की

    प्रश्न 4. लेखक के अनुसार क्रांति नेता में कौन से गुण होने चाहिए।
    (क) त्याग और परोपकार
    (ख) सच्चाई और साहस
    (ग) ईमानदार और त्यागी
    (घ) साहस और बलिदान
    उतर : – (घ) साहस और बलिदान

     

    Class 8 Hindi Vasant Lesson 3 बस की यात्रा बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Questions)

    बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) एक प्रकार का वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन है जिसमें एक व्यक्ति को उपलब्ध विकल्पों की सूची में से एक या अधिक सही उत्तर चुनने के लिए कहा जाता है। एक एमसीक्यू कई संभावित उत्तरों के साथ एक प्रश्न प्रस्तुत करता है।

     

    प्रश्न 1. ‘बस की यात्रा’ पाठ के लेखक कौन है?
    (क) दीनदयाल उपाध्याय
    (ख) हरिशंकर परसाई
    (ग) सूर्यकांत त्रिपाठी
    (घ) प्रेम चंद
    उतर :- (ख) हरिशंकर परसाई

    प्रश्न 2. कुल कितने लोग शाम की बस से यात्रा करने वाले थे?
    (क) तीन
    (ख) चार
    (ग) सात
    (घ) पाँच
    उतर :- (घ) पाँच

    प्रश्न 3. ‘हाज़िर’ शब्द का क्या अर्थ है?
    (क) उपस्थित होना
    (ख) अनुपस्थित होना
    (ग) न आना
    (घ) न जाना
    उतर :- (क) उपस्थित होना

    प्रश्न 4. पन्ना से सतना के लिए बस कितनी देर बाद मिलती है?
    (क) हर आधे घंटे के बाद
    (ख) प्रात: काल के समय
    (ग) हर दो घंटे के बाद
    (घ) एक घंटे के बाद
    उतर :- (घ) एक घंटे के बाद

    प्रश्न 5. यह बस कहाँ की ट्रेन मिला देती है?
    (क) जबलपुर की
    (ख) पन्ना की
    (ग) सतना की
    (घ) भोपाल की
    उतर :- (क) जबलपुर की

    प्रश्न 6. प्रस्तुत पाठ में गांधी जी के कौन से आंदोलनों का जिक्र है?
    (क) भारत छोड़ो आंदोलन
    (ख) नमक सत्याग्रह
    (ग) सविनय अवज्ञा आंदोलन, असहयोग आंदोलन
    (घ) उपरोक्त में से कोई नहीं
    उतर :- (ग) सविनय अवज्ञा आंदोलन, असहयोग आंदोलन

    प्रश्न 7. लेखक के अनुसार उत्सर्ग की दुर्लभ भावना किसमे थी?
    (क) ड्राइवर में
    (ख) डॉक्टर साहब में
    (ग) कंपनी के हिस्सेदार में
    (घ) उपरोक्त में से कोई नहीं
    उतर :- (क) ड्राइवर में

    प्रश्न 8. लेखक ने कहाँ पहुंचने की उम्मीद छोड़ दी थी?
    (क) पन्ना
    (ख) अंबाला
    (ग) जबलपुर
    (घ) उदयपुर
    उतर :- (क) पन्ना

    प्रश्न 9. एकाएक बस क्यों रुक गई?
    (क) लोगो ने बस रोकने के लिए कहा था
    (ख) अचानक कोई बस के सामने कोई आ गया था
    (ग) क्योंकि पेट्रोल की टंकी में छेद हो गया था
    (घ) दूसरी बस से टक्कर से बचने के लिए
    उतर :- (ग) क्योंकि पेट्रोल की टंकी में छेद हो गया था

    प्रश्न 10. क्षीण चांदनी रात में वृक्षों की छाया के नीचे खड़ी बस कैसी लग रही थी?
    (क) जैसे यह अभी तेज रफ्तार पकड़ने वाली है।
    (ख) जैसे वह बस ना होकर कोई सुंदर लड़की हो।
    (ग) जैसे कोई वृद्धा थक कर बैठ गई हो।
    (घ) जैसे यह रूठ ही आई है।
    उतर :- (ग) जैसे कोई वृद्धा थक कर बैठ गई हो।

    प्रश्न 11. ‘वयोवृद्ध’ शब्द का क्या अर्थ है?
    (क) जवान
    (ख) बहुत ही पुरानी
    (ग) बूढ़ी या पुरानी
    (घ) उपरोक्त में से कोई नहीं
    उतर :- (ग) बूढ़ी या पुरानी

    प्रश्न 12. लेखक के मन में हिस्सेदार साहब के लिए कौन सी भावना जग गई?
    (क) श्रद्धा
    (ख) कृतज्ञता
    (ग) आदर
    (घ) दया
    उतर :- (क) श्रद्धा

    प्रश्न 13. लेखक को ऐसा क्यों लगा कि सारी बस ही इंजन है?
    (क) क्योंकि लेखक इंजन के पास बैठा था
    (ख) क्योंकि इंजन से बहुत तेज आवाज आ रही थी
    (ग) बस की खराब हालत देखकर
    (घ) उपरोक्त में से कोई नहीं
    उतर :- (ख) क्योंकि इंजन से बहुत तेज आवाज आ रही थी

    प्रश्न 14. बस का टायर कहाँ पंचर हो जाता है?
    (क) पुलिया पर
    (ख) दुसरे गाँव में
    (ग) नदी पर
    (घ) रास्ते में
    उतर :- (क) पुलिया पर

    प्रश्न 15. कौन बस की टायरों की हालत जानते हुए भी जान हथेली पर रखकर बस में यात्रा कर रहा था?
    (क) अमीर लोग
    (ख) गांव के लोग
    (ग) लेखक
    (घ) बस कंपनी का हिस्सेदार
    उतर :- (घ) बस कंपनी का हिस्सेदार

    प्रश्न 16. लेखक की दृष्टि में कंपनी के हिस्सेदार को क्या होना चाहिए था?
    (क) वकील
    (ख) किसी क्रांतिकारी आंदोलन का नेता
    (ग) ज्योतिष
    (घ) राजनीतिज्ञ
    उतर :- (ख) किसी क्रांतिकारी आंदोलन का नेता

    प्रश्न 17. झील के आते ही लेखक को क्या लगता है ?
    (क) इसमें बस गोता लगा जाएगी
    (ख) काश बस झील के पास थोड़ी दूर के लिए रुक जाए
    (ग) सुंदर झील है।
    (घ) झील को देखकर लेखक को डर लगता है
    उतर :- (क) इसमें बस गोता लगा जाएगी

    प्रश्न 18. लेखक हर पेड़ को अपना दुश्मन क्यों समझ रहा था?
    (क) क्योंकि पेड़ रास्ते के दोनों तरफ लगे हुए थे
    (ख) क्योंकि लेखक को पेड़ से डर लगता था
    (ग) क्योंकि पेड़ गिरने वाले थे
    (घ) लेखक को डर लग रहा था कि बस इस पेड़ से टकरा जाएगी
    उतर :- (घ) लेखक को डर लग रहा था कि बस इस पेड़ से टकरा जाएगी

    प्रश्न 19. बस की रफ्तार कितने मील हो गई थी?
    (क) 13-20 मील
    (ख) 12-15 मील
    (ग) 15-20 मील
    (घ) 15-17 मील
    उतर :- (ग) 15-20 मील

    प्रश्न 20. ‘सरक’ शब्द का क्या अर्थ है?
    (क) खिसक
    (ख) फिसल
    (ग) आगे बढ़ना
    (घ) पीछे बढ़ना
    उतर :- (क) खिसक

     

    Class 8 Hindi बस की यात्रा प्रश्न और उत्तर Questions Answers

    पाठ से 

    प्रश्न 1. “मैंने उस कंपनी के हिस्सेदार की तरफ़ पहली बार श्रद्धाभाव से देखा।” लेखक के मन में हिस्सेदार साहब के लिए श्रद्धा क्यों जग गई?
    उत्तर- लेखक के मन में हिस्सेदार के प्रति श्रद्धाभाव इसलिए जगी क्योंकि वह थोड़े से पैसे बचाने के चक्कर में बस का टायर नहीं बदलवा रहा था और अपने साथ-साथ यात्रियों की जान भी जोखिम में डाल रहा था इसलिए लेखक ने श्रद्धाभाव कहकर उसपर व्यंग किया है।

    प्रश्न 2. “लोगों ने सलाह दी कि समझदार आदमी इस शाम वाली बस से सफर नहीं करते।” लोगों ने यह सलाह क्यों दी?
    उत्तर- लोगों ने लेखक को शाम वाली बस में सफर न करने की सलाह उसकी जीर्ण-शीर्ण हालत को देखकर दी। यदि रात में वह कहीं खराब हो गई तो परेशानी होगी। लोगों ने इस बस को डाकिन भी कहा।

    प्रश्न 3. “ऐसा जैसे सारी बस ही इंजन है और हम इंजन के भीतर बैठे हैं।” लेखक को ऐसा क्यों लगा?
    उत्तर- सारी बस लेखक को इंजन इसलिए लगी क्योंकि पूरी बस में इंजन की आवाज़ गूंज रही थी।

    प्रश्न 4. “गज़ब हो गया। ऐसी बस अपने आप चलती है।” लेखक को यह सुनकर हैरानी क्यों हुई?
    उत्तर- लेखक को इस बात पर हैरानी हुई की इतनी टूटी-फूटी बस कैसे चल सकती है। वे यह मानते हैं कि इस बस को कौन चला सकता है। यह तो स्वयं ही चल सकती है।

    प्रश्न 5. “मैं हर पेड़ को अपना दुश्मन समझ रहा था।” लेखक पेड़ों को दुश्मन क्यों समझ रहा था?
    उत्तर- लेखक को बहुत डर लग रहा था। उन्हें ऐसा लग रहा था कि बस अभी किसी पेड़ से टकरा जाएगी और वो लोग जख्मी हो जायेंगे। इसलिए वे पेड़ को अपना दुश्मन समझ रहे थे।

     

    पाठ से आगे

    प्रश्न 1. ‘सविनय अवज्ञा आंदोलन’ किसके नेतृत्व में, किस उद्देश्य से तथा कब हुआ था? इतिहास की उपलब्ध पुस्तकों के आधार पर लिखिए।
    उतर:- सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत दांडी मार्च से हुई थी, जिसे नमक सत्याग्रह के रूप में भी जाना जाता है । दांडी मार्च, मोहनदास करमचंद गांधी के नेतृत्व में 12 मार्च सन 1930 में शुरू हुआ अहिंसक आंदोलन था। यह नमक पर ब्रिटिशो के एकाधिकार के खिलाफ शुरू हुआ, अहिंसक विरोध प्रदर्शन आंदोलन था।

    प्रश्न 2. सविनय अवज्ञा का उपयोग व्यंग्यकार ने किस रूप में किया है? लिखिए।
    उत्तर:- सविनय अवज्ञा का उपयोग लेखक ने बस की जीर्ण-शीर्ण तथा खटारा दशा होने के बावजूद उसके चलने या चलाए जाने के संदर्भ में किया है । यह आंदोलन 1930 में अंग्रेजी सरकार की आज्ञा न मानने के लिए किया गया था। 12 मार्च 1930 को दांडी मार्च करके नमक कानून तोड़ा गया अंग्रेजों की दमन पूर्ण नीति के खिलाफ भारतीय जनता विनयपूर्वक संघर्ष के लिए आगे बढ़ती रही, यह खटारा बस भी जर्जर होने के बावजूद चलती जा रही थी।

    प्रश्न 3. आप अपनी किसी यात्रा के खट्टे-मीठे अनुभवों को याद करते हुए एक लेख लिखिए।
    उत्तर:- पिछली गर्मी की छुट्टियों की बात है मुझे अपने मित्र की शादी में दिल्ली जाना था। मैने ट्रेन से जाने के लिए टिकट ले लिया परन्तु किसी कारण बस ट्रेन कैंसिल हो गई। मजबूरन मुझे बस अड्डे जाना पड़ा वहाँ दो घंटे से पहले कोई बस न थी शाम के सात बज चुके थे तभी एक व्यक्ति दिल्ली चलो दिल्ली चलो! की आवाज लगाता आया मैंने जैसे ही उससे कुछ पूछना चाहा, उसके साथी मेरा सामान उठाकर बस की ओर चल दिया बस थोड़ी दूर बाहर खड़ी थी। मेरे जैसी उसमें सात-आठ सवारियाँ और भी थीं । बस कंडक्टर ने अपने साथियों को और सवारी लाने को भेज दिया। ज्यादा समय होने पर यात्रियों द्वारा शोर करने पर बस रात दस बजे चला दी। मैने ए.सी. चलाने के लिए बोला तो कंडक्टर ने बताया कि ए.सी. आज ही खराब हुआ है । चार – छ: किलोमीटर आगे जाते ही ड्राइवर ने बस ढाबे पर रोक दिया । वहां सभी ने खाया पिया फिर बस आगे चल पड़ी । थोड़ी दूर चलने के बाद ही चार-पांच युवकों ने हाथ में चाकू लेकर यात्रियों से नकदी व सामान देने को कहा । घबराए यात्रियों ने उनके आदेशों का पालन किया और वैसा ही करने लगे जैसा युवकों ने कहा । इसी बीच एक यात्री ने सामान निकालने के बहाने बस का नंबर बताकर पुलिस को फोन पर मैसेज भेज दिया, इधर लुटेरे बेफिक्री से अपना काम कर रहे थे कि आधे घंटे बाद पुलिस ने बस को पीछा कर पकड़ लिया और लुटेरों के भागने से पहले धर दबोचा ।सब अपने-अपने सामान एवं नकदी पाकर खुश हुए । मैसेज भेजने वाले व्यक्ति का साहस पूर्ण कार्य देखकर मैने और सभी यात्रियों ने उसको शुक्रिया बोला खैर इस घटना के बाद बस सकुशल दिल्ली पहुँच गई ।

    मन-बहलाना

    प्रश्न 1. अनुमान कीजिए यदि बस जीवित प्राणी होती, बोल सकती तो वह अपनी बुरी हालत और भारी बोझ के कष्ट को किन शब्दों में व्यक्त करती? लिखिए।
    उत्तर:- बस यदि जीवित प्राणी होती तो अपनी बुरी हालत और भारी बोझ के कष्ट को कुछ इस तरह से बताती कि मैं एक पुरानी तथा बहुत वृद्ध बस हूँ । अब मुझसे ज्यादा भार सहन नहीं होता है। आज से करीब पचीस – तीस साल पहले मैं भी नई, जवान तथा सुंदर थी । ड्राइवर मेरा ध्यान रखता तथा फूल-मालाओं से सजाया करता था। और मुझे रोजाना मेरी सीट पर बैठने से पहले वह मेरे पैर छूता और जरा-सा भी गंदगी दिखने पर साफ करता था, पर आज मैं वृद्धावस्था में पहुँच गई हूँ ।तब से अब तक कई ड्राइवर तथा कंडक्टर आए और चले गए हैं । अभी जो ड्राइवर है, वह मेरा ध्यान नहीं रखता है । मेरी साफ-सफाई किए बिना ही मुझ पर सवार हो जाता है । शाम को मेरी सीटों पर बैठकर खाना खाता है और मुझे गंदा करके छोड़ देता है । विश्वकर्मा पूजा के दिन के अलावा अब कभी मेरे ऊपर फूल माला नहीं चढ़ाई जाती है । मेरे चलने को मन नहीं होता है पर यह धक्के दे-देकर मुझे जबरदस्ती चलवाता है । इतनी सवारियाँ भर लेता है कि मेरा अंग-अंग टूटने व दुखने लगता है और ऐसा लगता है कि अब मेरा दम निकल ही जाएगा। मेरी आँखें धुंधली हो चुकी है तथा हाथ-पैर जवाब दे रहे हैं, पर मेरा ड्राइवर इन बातों से अनजान बना रहता है क्योंकि उसे सिर्फ पैसे कमाना है।

    भाषा की बात

    प्रश्न 1. बस, वश, बस तीन शब्द हैं- इनमें बस सवारी के अर्थ में, वश अधीनता के अर्थ में, और बस पर्याप्त (काफी) के अर्थ में प्रयुक्त होता है, जैसे-बस से चलना होगा। मेरे वश में नहीं है। अब बस करो।
    उपर्युक्त वाक्य के समान तीनों शब्दों से युक्त आप भी दो-दो वाक्य बनाइए।
    उतर :-
    बस – वाहन
    (i) हम बस से सही समय पर स्कूल पहुच जाते है।
    (ii) 17 नंबर की बस सहारनपुर जाती है।

    वश – अधीन
    (i) मेरे क्रोध पर मेरा वश नहीं चलता।
    (ii) अब मेरे वश में कुछ भी नहीं है।

    बस – पर्याप्त (काफी)
    (i) बस करो, इतना काफी है ।
    (ii) तुम कितना खाओगे अब बस करो।

    प्रश्न 2. ”हम पाँच मित्रों ने तय किया कि शाम चार बजे की बस से चलें। पन्ना से इसी कंपनी की बस सतना के लिए घंटे भर बाद मिलती है।”
    ऊपर दिए गए वाक्यों में ने, की, से आदि शब्द वाक्य के दो शब्दों के बीच संबंध स्थापित कर रहे हैं। ऐसे शब्दों को कारक कहते हैं। इसी तरह जब दो वाक्यों को एक साथ जोड़ना होता है ‘कि’ का प्रयोग होता है।
    कहानी में से दोनों प्रकार के चार वाक्यों को चुनिए।
    उतर :-
    (i) बस कंपनी के एक हिस्सेदार भी उसी बस से जा रहे थे।
    (ii) बस सचमुच चल पड़ी और हमें लगा कि यह गाँधी जी के असहयोग और सविनय अवज्ञा आंदोलनों के वक्त अवश्य चलती होगी।
    (iii) यह समझ में नहीं आता था कि सीट पर हम बैठे हैं।
    (iv) ड्राइवर ने तरह-तरह की तरकीबें की पर वह नहीं चली।

    प्रश्न 3. ”हम फ़ौरन खिड़की से दूर सरक गए। चाँदनी में रास्ता टटोलकर वह रेंग रही थी।”
    दिए गए वाक्यों में आई ‘सरकना’ और ‘रेंगना’ जैसी क्रियाएँ दो प्रकार की गतियाँ दर्शाती हैं। ऐसी कुछ और क्रियाएँ एकत्र कीजिए जो गति के लिए प्रयुक्त होती हैं, जैसे-घूमना इत्यादि। उन्हें वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
    उतर :-
    रफ्तार – मोटरसाइकिल की रफ्तार बहुत ही तेज थी।
    चलना – बस का चलना ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो हवा से बातें कर रही हो।
    गुज़रना – मुझे हर रोज टीले से गुज़रना पड़ता है।
    टहलना – मुझे सुबह गार्डन में टहलना अच्छा लगता है।

    प्रश्न 4. ”काँच बहुत कम बचे थे। जो बचे थे, उनसे हमें बचना था।”
    इस वाक्य में ‘बच’ शब्द को दो तरह से प्रयोग किया गया है। एक ‘शेष’ के अर्थ में और दूसरा ‘सुरक्षा’ के अर्थ में।
    नीचे दिए गए शब्दों को वाक्यों में प्रयोग करके देखिए। ध्यान रहे, एक ही शब्द वाक्य में दो बार आना चाहिए और शब्दों के अर्थ में कुछ बदलाव होना चाहिए।
    (क) जल (ख) हार
    उतर :-
    (क) जल- जल जाने पर जल डालकर, मेरे हाथ की जलन कम हो गई।
    (ख) हार – हार के विषय में न आने के कारण, मैंने हार का मुँह देखा और मुझे मयंक से हारना पड़ा।

    प्रश्न 5. बोलचाल में प्रचलित अंग्रेजी शब्द ‘फर्स्ट क्लास’ में दो शब्द हैं-फर्स्ट और क्लास। यहाँ क्लास का विशेषण है फर्स्ट। चूँकि फर्स्ट संख्या है, फर्स्ट क्लास संख्यावाचक विशेषण का उदाहरण है। ‘महान आदमी’ में किसी आदमी की विशेषता है महान। यह गुणवाचक विशेषण है। संख्यावाचक विशेषण और गुणवाचक विशेषण के दो दो उदाहरण खोजकर लिखिए।
    उतर :-
    (i) गुणवाचक विशेषण – हरी घास, सुंदर आदमी
    (ii) संख्यावाचक विशेषण – आठ गाय, एक दर्जन पेंसिल

     

    Class 8 Hindi बस की यात्रा अतिरिक्त प्रश्न उत्तर (Extra Question Answers)

     

    प्रश्न 1. कंपनी के हिस्सेदार ने बस के लिए क्या कहा?
    उत्तर – कंपनी के हिस्सेदार ने बस के लिए कहा – बस तो फर्स्ट क्लास है जी !

    प्रश्न 2. पहली बार बस किस कारण रुकी?
    उत्तर – पहली बार बस पेट्रोल की टंकी में छेद होने के कारण रुकी।

    प्रश्न 3. पाँचों मित्रों ने शाम चार बजे वाली बस से जाने का निश्चय क्यों किया?
    उत्तर – पाँचों मित्रों ने शाम चार बजे वाली बस से जाने का निश्चय इसलिए किया ताकि लेखक और उसके मित्र जबलपुर की ट्रैन पकड़कर सुबह अपने गंतव्य तक पहुँच सके।

    प्रश्न 4. लेखक और उसके दोस्त खिड़की से दूर सरककर क्यों बैठ गए?
    उत्तर – बस की खिड़कियों के काँच टूटे-फूटे हलात में थे, खिड़की के काँच टूटकर उन्हें चोटिल न कर दें, इसलिए लेखक और उसके दोस्त खिड़की से दूर सरककर बैठ गए।

    प्रश्न 5. विदा करने आए लोगों की प्रतिक्रिया देखकर लेखक को कैसा लगा?
    उत्तर – विदा करने आए लोगों की प्रतिक्रिया देखकर लेखक को लगा कि जैसे वह मरने के लिए जा रहा हो और लोग उसे अंतिम विदाई देने आए हों।

    प्रश्न 6. लेखक के डॉक्टर मित्र ने बस के विषय में क्या कहा?
    उत्तर – लेखक के डॉक्टर मित्र ने कहा- “डरो मत, चलो! बस अनुभवी है। नयी-नवेली बसों से ज्यादा विश्वसनीय है। हमें बेटों की तरह प्यार से गोद में लेकर चलेगी।”

    प्रश्न 7. लेखक को बस वयोवृद्ध क्यों लगी?
    उत्तर – बस बहुत ही पुरानी व खस्ता हालत में थी। उसे देखकर लग रहा था कि वह अपने आप चल भी नहीं पाएगी। इसलिए लेखक ने उसे वयोवृद्ध कहा। उनका मानना था कि अगर हम इस पर सफर करेंगे, तो इसे कष्ट होगा।

    प्रश्न 8. आगे – पीछे से किसी गाड़ी को आता देख बस एकदम किनारे क्यों खड़ी हो जाती थी?
    उत्तर – बस पुरानी और खटारा थी, उसकी हेडलाइटों की रोशनी भी कम थी। इसलिए वह आगे – पीछे से किसी गाड़ी को आता देख बस एकदम किनारे खड़ी हो जाती थी।

    प्रश्न 9. आशय स्पष्ट कीजिए –
    ‘आदमी को कूच करने के लिए एक निमित्त चाहिए।’
    उत्तर – इस कथन का आशय यह है कि मनुष्य को इस संसार को त्यागने अर्थात मरने के लिए एक साधन की आवश्यकता होती है। यहाँ वह साधन बस है जिसमें कि लेखक और उसके मित्र यात्रा कर रहे हैं।

    प्रश्न 10. निम्नलिखित शब्दों के अर्थ बताइए – प्रयाण, पसारे, उत्सर्ग, फिस्स, ग्लानि, निमित्त ।
    उत्तर –
    प्रयाण का अर्थ – प्रस्थान
    पसारे का अर्थ – फैलाए
    उत्सर्ग का अर्थ – बलिदान
    फिस्स का अर्थ – एक प्रकार की ध्वनि
    ग्लानि का अर्थ – खेद
    निमित्त का अर्थ – कारण

    प्रश्न 11. बस से यात्रा करते समय लेखक पेड़ों को अपना दुश्मन क्यों समझ रहा था?
    उत्तर – बस से यात्रा करते समय लेखक पेड़ों को अपना दुश्मन इसलिए समझ रहा था क्योंकि बस की हालत बहुत खराब थी जिससे वह डरा हुआ था वह जब भी कोई पेड़ आता सड़क के किनारे, तो वह डर जाता था। उसे ऐसा लगता कि शायद बस पेड़ से टकरा सकती है।

    प्रश्न 12. लेखक को बस में माँ द्वारा बच्चे को शीशी से दूध पिलाने की बात क्यों याद आ रही थी?
    उत्तर – अचानक चलती बस बस रुक गई। लेखक को मालूम हुआ कि पेट्रोल की टंकी में छेद हो गया है। ड्राइवर ने टंकी का पेट्रोल बाल्टी में निकालकर अपनी बगल में रख लिया और नली डालकर इंजन में भेजने लगा।। यह देखकर लेखक को लगा कि अब बस कंपनी के हिस्सेदार बस का इंजन निकालकर अपनी गोद में रख लेंगे और उसे नली से पेट्रोल पिलाएँगे। यह दृश्य उसी तरह दिखेगा जैसे माँ बच्चे को शीशी से दूध पिलाती है।

     

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