Class 10 NCERT Sanchayan Book Chapter Wise difficult word meanings
Here, the difficult words and their meanings of all the Chapters of CBSE Class 10 Hindi Sanchayan Book have been compiled for the convenience of the students. This is an exhaustive list of the difficult words and meanings of all the Chapters from the NCERT Class 10 Hindi Sanchayan Book. The difficult words’ meanings have been explained in an easy language so that every student can understand them easily.
- Chapter 1 हरिहर काका (Harihar Kaka)
- Chapter 2 सपनों के-से दिन (Sapno Ke Se Din)
- Chapter 3 टोपी शुक्ला (Topi Shukla)
Sanchayan Book
Chapter 1 हरिहर काका (Harihar Kaka)
- अकारथ – अकारण
- अखंड – निर्विघ्न
- अखरने – बुरा लगना
- अगउम – प्रयोग में लाने से पहले देवता के लिए निकाला गया अंश
- अचल – गतिहीन
- अतिरिक्त – सिवाय
- अधिकांश – ज्यादातर
- अपेक्षा – तुलना
- अफ़सोस – दुःख
- अर्जित –इकठ्ठा
- अवगत – जाना हुआ
- असमर्थ – योग्यता न होना
- अहाता – चारों ओर से दीवारों से घिरा हुआ मैदान
- आगमन – आने पर
- आच्छादित – छाया हुआ
- आत्मसमर्पण – हथियार डाल देना
- आदरणीय – आदर के योग्य
- आलावा – अतिरिक्त
- आवभगत – सत्कार
- आशंका – संदेह / शक
- आसक्ति – लगाव
- आहाट – किसी के आने–जाने, बात करने की मंद आवाज
- इंचार्ज – प्रभारी
- इंतज़ाम – प्रबंध
- इत्मीनान – तसल्ली
- उक्ति – कथन / वाक्य
- उगल – बोलना
- उपलक्ष्य – संकेत
- उबारना – पार करना / निकलना
- एकत्र – इकठ्ठे
- एकमात्र – केवल एक
- एकांत – खाली
- कलेवर – शरीर / देह / ऊपरी ढाँचा
- कान खड़े होना – सावधान होना
- कीर्ति – प्रसिद्धि / ख्याति
- कीर्ति – प्रसिद्धि /ख्याति
- कुंजी – चाबी
- कुकर्मी – बुरे काम करने वाले
- क्लर्की – लिपिक / कर्मचारी
- खूँखार – अत्यधिक क्रूर / निर्दयी
- खून खौल उठना – बहुत क्रोध आना
- गिद्ध–दृष्टि – तेज़ नज़र
- गुहार – रक्षा के लिए गुहार
- गोपनीयता – जो सभी को न बता कर कुछ लोगो को ही बताया जाए
- घनिष्ठ – अत्यधिक निकटता
- घृणा – घिन
- घृणित – घिनौना
- घृणित – बुरा
- चंद – कुछ
- चंपत – गायब हो जाना
- चपेट – आघात / प्रहार
- चर्चनीय – चर्चा के योग्य
- चिंतामग्न – सोच में पड़ना
- चिकनी–चुपड़ी बातें – खुशामद भरी
- चेत – ध्यान
- छल, बल, कल – युक्ति / बुद्धि
- जबरदस्ती – बलपूर्वक
- जबरन – जबरदस्ती
- जागरूक – सावधान
- जाग्रत – जगाना
- जायदादहीन – धन–दौलत के बिना
- टोह – खोज
- ठाकुरबारी – देवस्थान
- ड्यूटी – कर्तव्य / काम
- तत्काल – उसी समय
- तत्क्षण – उसी पल
- तत्क्षण – उसी समय
- तत्परता – दक्षता / निपूर्णता
- तथ्य – वास्तविक घटना
- तनिक – थोड़े भी
- तबियत – शरीर की स्थिति / मन की स्थिति
- तबीयत – शरीर की स्थिति / मन की स्थिति
- तितर–बितर – अस्त–व्यस्त
- दबंग – प्रभावशाली
- दरोगा – इंस्पेक्टर
- दल–बल – संगी–साथी
- दवनी – गेंहूँ / धान निकालने की प्रक्रिया
- दस्तक – दरवाजा खटखटाना
- दालान – बरामदा
- दुराचारी – दुष्ट / बुरा आचरण करने वाला
- दुर्गति – बुरी हालत
- दुलार – प्यार
- दूध की मक्खी – तुच्छ समझना / बेकार समझना
- दोनों जून – दोनों वक्त
- धमाचौकड़ी – उछल–कूद
- धर दबोचना – पकड़ लेना
- नकार – मना करना
- नियुक्ति – तैनाती / लगाया गया
- निरंतर – लगातार
- निर्वाह – निभाना / आज्ञानुसार कार्य करना
- निश्चिंत – बेफिक्र
- निष्कर्ष – परिणाम
- नेक – भला
- नेपथ्य – रंग–मंच के पीछे की जगह
- पखारना – धोना
- परंपरा – प्रथा / प्रणाली
- परदाफ़ाश –भेद प्रकट कर देना
- परिणत – जिसमें परिवर्तन हुआ हो
- परिवर्तित – बदला हुआ
- परिस्थितिवश – परिस्थितियों के कारण
- परोक्ष – जो सामने दिखाई न दे
- पसीज़ – मन में दया का भाव जागना
- पाँव पखारना – पाँव धोना
- पुनः – फिर से
- पैरवी – खुशामद / अनुगमन
- प्रचलित – चलनसार
- प्रतिकार – विरोध
- प्रतिक्रिया – प्रतिकार / बदला
- प्रतिक्रिया – प्रतिकार / बदला / क्रिया के विरोध में होनेवाली घटना
- प्रतीक्षा – इंतज़ार
- प्रतीक्षारत – इंतज़ार करना
- प्रत्यक्ष – जो सामने दिखाई दे
- प्रयत्नशील – प्रयास में लगे रहना
- प्रवचन – वेद, पुराण आदि का उपदेश करना
- प्रस्ताव – योजना
- प्रस्थान – जाना
- प्रहार – हमला
- फ़रार – भाग जाना
- फ़िलहाल – अभी / इस समय
- फुरती – तेज़ी
- फूटी आँखों न सुहाना – थोड़ा भी अच्छा न लगना
- बदतर – अत्यधिक बुरा
- बय – वसीयत
- बयान – हाल / वृतांत
- बरामद – हासिल करना
- बहुमूल्य – बहुत ज्यादा कीमती
- बाने – वेश में
- बूते – अपने बल पर
- बेचैन – व्याकुल
- बेचैन – व्याकुल
- बैकुंठ – स्वर्ग
- भनक – उड़ती खबर
- भयावनी – डरावनी
- भावी आशंका – भविष्य की चिंता
- मँडरा – घूमते
- मझधार – बीच में (जल प्रवाह या भवसागर के मध्य में)
- मथना – बार–बार सोचना
- मध्य – बीच में
- मनःस्थिति – मन की स्थिति
- मनौती – मन्नत
- मय – युक्त / भरा हुआ
- मशगूल – व्यस्त
- महटिया – नजरअंदाज कर देना
- माध्यम – सहारा
- मिष्टान्न – मिठाई
- मुस्तैद – कमर कस कर तैयार रहना
- मोहभंग – प्रेम की भ्रान्ति का नाश
- यंत्रणा – यातना / कलेश / कष्ट
- याचना – माँगना
- रँगे हाथों पकड़ना – जुर्म करते हुए पकड़े जाना
- रहस्यात्मक – राज से भरी हुई
- राजी – सहमत
- रोड़ा – छोटा पत्थर
- वय – उम्र
- वरन – सामना
- वशिष्ट – ख़ास
- वाकिफ – परिचित
- वास्तविक – असल में
- विकल्प – उपाय
- विकल्प – दूसरा उपाय
- विचारणीय – विचार करने योग्य
- विमुख – प्रतिकूल
- विराजमान – उपस्थित
- विलम्ब – देर
- विलीन – लुप्त हो जाना
- विस्फोट – फूट कर बाहर निकलना
- वैचारिक – विचार सम्बन्धी
- व्यंजन – अच्छा खाना
- व्यंजन – तरह–तरह का भोजन
- व्यक्त – स्पष्ट / साफ़
- व्याप्त – पूरी तरह फैला और समाया हुआ
- व्यावहारिक – व्यावहार सम्बन्धी
- शंकालु – संदेह करने वाला
- शुभचिंतक – भलाई चाहने वाला
- श्रद्धा – आदरपूर्ण आस्था या विश्वास
- श्रद्धेय – श्रद्धा के योग्य
- सँजोना – सँभाल कर रखना
- संकोच – झिझक
- संतोष – तृप्ति / प्रसन्नता / हर्ष
- संयोग – किस्मत
- सञ्चालन – नियंत्रण / चलाना
- सतर्क – सावधान
- सदभाव – अच्छा व्यवहार
- सन्नाटा – चुपी / मौन
- समक्ष – सामने
- समाधान – उपाय
- समाधान – हल
- समिति – संस्था
- समूचे – पुरे
- सम्भावना – हो सकने का भाव
- सम्मिलित – सामूहिक
- सयाना – व्यस्क / बुद्धिमान / समझदार
- सराहना – प्रशंसा
- सार्थक – उद्देश्य वाला
- सिवाय – अलावा
- सीमित – सीमा के अंदर
- सुरमा – योद्धा / बहादुर
- स्वतः – अपने आप
- स्वार्थ – अपना मतलब
- हड़प लेना – बेईमानी से ले लेना
- हरजाने – हानि के बदले दिया जाने वाला धन
- हस्तगत – अपने हाथों में
- हाथापाई – मारपीट
- हिमायती – तरफदारी करने वाला / पक्षपाती
- हुमाध – हवन में प्रयुक्त होने वाली सामग्री
Chapter 2 सपनों के-से दिन (Sapno Ke Se Din)
- अकड़ – घमण्ड
- अठे – यहाँ
- अलियार – गली की तरह का लंबा सीधा रास्ता
- अलौकिक – अद्भुत या अपूर्व
- आढ़तिये – जो किसानों की फसलों को खरीदते और बेचते हैं
- आदेश – आज्ञा
- उठै – वहाँ
- कतार – पंक्ति
- खाल उधेड़ना – कड़ा दंड देना, बहुत अधिक मारना–पीटना
- खेडण – खेलने के
- गंदले – गंदा, मटमैला
- गठीला – पुष्ट
- गुडविल – साख, प्रख्याति
- गुर्राए – गुस्से में चिल्लाना
- गुस्सैल – गुस्से वाला
- घुड़की – धमकी भरी डाँट
- चपड़ासी – चपरासी `
- चाव – शौक, इच्छा
- चौबारा – वह कमरा जिसमें चारों और से खिड़कियाँ और दरवाजें हों
- ज़बानी – केवल जुबान के द्वारा
- ज़िक्र – चर्चा
- ट्रेनिंग – प्रशिक्षण
- ठिगना – छोटा
- ठिगने – छोटे कद का
- ठुट्टों – लात–घुस्से
- डिसीप्लिन – अनुशासन
- ढाँढ़स – धीरज दिलाना, हौसला देना
- तमगा – पदक, मैडल
- दफ़्तर – कार्यालय, ऑफिस
- दिलचस्पी – रूचि
- दुम – पूँछ
- दोपहरी – दिन में ही
- धनाढ्य – अधिक धन वाले
- ननिहाल – नानी के घर
- परचूनिये – राशन की दुकान वाला
- पिंडलियाँ – घुटने और टखने के बीच का पिछला मांसल भाग
- पिछड़ा – जो उन्नति न कर सका हो।
- फटकारना – डाँटना
- बर्बरता – असभ्यता एवं जंगलीपन
- बहियाँ – खाता
- बाल–मनोविज्ञान – बच्चों के मन का विज्ञान या ज्ञान
- बालिश्त – बित्ता
- बिल्ला – पट्टी या डंडा
- बूट – जूते
- मंजूरी – स्वीकृति
- मसखरे – विदूषक या हँसी–मजाक करने वाले व्यक्ति
- महकमाए–तालीम – शिक्षा विभाग
- मुअत्तल – निलंबित या निकाल देना
- मुनीमी – दुकानदारी
- रंगरूट – सेना या पुलिस आदि में नया भर्ती होने वाला सिपाही
- रकम – सम्पति, दौलत
- रति भर – थोड़ी सी भी
- लंडे – हिसाब–किताब लिखने की पंजाबी प्राचीन लिपि
- लीतर – फटे–पुराने खस्ताहाल जूते
- लोकोक्ति – लोगों के द्वारा कही गयी उक्ति/बात
- विलायत – प्रदेश
- शामियाना – तम्बू
- श्रेणी – कक्षा
- सतिगुर – सतगुरु
- सयाने – समझदार
- सलाह – विचार–विमर्श,परामर्श
- स्वाभाविक – प्राकृतिक
- हरफनमौला – सर्वगुण सम्पन्न, हर क्षेत्र में आगे रहे वाला
- हाँड़ी – मटका
- हिसाब के मास्टर जी – गणित के अध्यापक
- ह्विसल – सीटी
Chapter 3 टोपी शुक्ला (Topi Shukla)
- अकड़ – घमंड
- अटूट – जिसे तोड़ा न जा सके
- अमावट – पके आम के रस को सूखाकर बनाई गई मोटी परत
- अय्यसा – ऐसा
- अलबत्ता – बल्कि
- असलियत – सच्ची बात
- आत्म–इतिहास – जीवन के इतिहास
- आसमान सिर पर उठाना – बहुत अधिक शोर मचाना
- इन्टरमीडिएट – माध्यमिक
- इम्तिहान – परीक्षा
- उतरन – किसी के द्वारा पहनकर उतारे हुए वे पुराने कपड़े जिनका उपयोग अब वह न करता हो
- कचहरी – न्यायालय
- करबला – इस्लाम का एक पवित्र स्थान
- कस्टोडियन – जिस सम्पति पर किसी का मालिकाना हक़ न हो उसका सरक्षण करने वाला विभाग
- काफ़िर – गैर मुस्लिम
- कुटाई – पिटाई
- क्लम्ज़ी – भद्दा
- गज़ब – मुसीबत
- गाउदी – मुर्ख, मन्दबुद्धि
- गीली मिट्टी का लौंदा – गीली मिट्टी का पिंड
- घपला – गड़बड़
- घिन्न – नफ़रत
- चुगलखोर – शिकायत करने वाला
- चुभलाना – मुँह में कोई खाद्य पदार्थ रखकर उसे जीभ से बार–बार हिलाकर इधर–उधर करना
- चौका – चार वस्तुओं का समूह
- छठी – जन्म के छठे दिन का स्नान/पूजन/उत्सव
- ज़बान की नोक पर रखना – लगातार किसी की बात करना
- जश्न – उत्सव/ख़ुशी का जलसा
- जाड़ा – ठण्ड
- जुग़राफ़िया – भूगोल शास्त्र
- डेवलपमेंट – विकास
- डोलने – हिलने
- तबादला – बदली, स्थानांतरण
- तमाम – सभी
- तिलवा – तिल के बने व्यंजन
- तोहरी – तुम्हारी
- दर्जे – कक्षा
- दाज – बराबरी
- दुर्गति – बुरी दशा
- नमाजी – नियमित रूप से नमाज पढ़ने वाला
- नाक–नक्शा – रूप–रंग
- परमिट – अनुमति जो सरकार द्वारा आधिकारिक तौर पर लिखित रूप में दी जाती है
- परम्पराएँ – रीती रिवाज़
- परवरदिगार – परमेश्वर
- पाक – पवित्र
- पापड़ बेलना – बहुत मेहनत करना
- पाबंद – नियम, वचन आदि का पालन करनेवाला
- पारसाल – आने वाला साल
- पुरसा – सहानुभूति
- पैगम्बर – पैगाम देने वाला
- फ़िकर – चिंता
- बदतमीज़ी – अपमान
- बदन – शरीर
- बरस – साल
- बाज़ी – बड़ी बहन
- बिलबिला– बहुत अधिक गुस्से में आना
- बीजू पेड़ – गुठली की सहायता से उगाया गया पेड़
- बेशुमार – बहुत सारी
- भुकीं – चुभी
- मसहूर – प्रसिद्ध
- मियाँ – पति
- मिसाल – उदाहरण
- मुलुक – देश
- मॉनीटर – मुखिया
- मौलवी – इस्लाम धर्म का आचार्य
- रिसेज़ – लंच, स्कूल में दोपहर के भोजन का समय
- रुख – चेहरा
- लप्पड़ – थपड़
- लफ़्ज़ – शब्द
- वसीयत – अपनी मृत्यु से पहले ही अपनी सम्पति या उपभोग की वस्तुओं को लिखित रूप से विभाजित कर देना
- वास्ते – नाते, लिए
- सकत्यो – सकता
- सदका – एक टोटका
- सन्नाटा – शांति
- सन्नाटा – शांति
- सरक गए – निकल गए
- सितम – ज़ुल्म
- हाँडियाँ – मिट्टी का वह छोटा गोलाकार बरतन