Ashram ka Anumanit Vyay question answers

 

CBSE Class 7 Hindi Chapter 19 आश्रम का अनुमानित व्यय Important Questions Answers from Vasant Bhag 2 Book

 

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सीबीएसई कक्षा 7 हिंदी वसंत भाग 2 पुस्तक पाठ 19 के लिए आश्रम का अनुमानित व्यय प्रश्न उत्तर खोज रहे हैं? आगे कोई तलाश नहीं करें! महत्वपूर्ण प्रश्नों का हमारा व्यापक संकलन आपको अपने विषय ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगा। कक्षा 7 के हिंदी प्रश्न उत्तर का अभ्यास करने से परीक्षा में आपके प्रदर्शन में काफी सुधार हो सकता है। हमारे समाधान इस बारे में एक स्पष्ट विचार प्रदान करते हैं कि उत्तरों को प्रभावी ढंग से कैसे लिखा जाए। हमारे आश्रम का अनुमानित व्यय प्रश्न उत्तरों को अभी एक्सप्लोर करें उच्च अंक प्राप्त करने के अवसरों में सुधार करें।

 

The questions listed below are based on the latest CBSE exam pattern, wherein we have given NCERT solutions to the chapter’s extract based questions, multiple choice questions, short answer questions, and long answer questions.

 

Also, practicing with different kinds of questions can help students learn new ways to solve problems that they may not have seen before. This can ultimately lead to a deeper understanding of the subject matter and better performance on exams.

 

 

सार-आधारित प्रश्न Extract Based Questions

सार-आधारित प्रश्न बहुविकल्पीय किस्म के होते हैं, और छात्रों को पैसेज को ध्यान से पढ़कर प्रत्येक प्रश्न के लिए सही विकल्प का चयन करना चाहिए। (Extract-based questions are of the multiple-choice variety, and students must select the correct option for each question by carefully reading the passage.)
(1) आरंभ में संस्था ( आश्रम ) में चालीस लोग होंगे। कुछ समय में इस संख्या के पचास हो जाने की संभावना है। हर महीने औसतन दस अतिथियों के आने की संभावना है। इनमें तीन या पाँच सपरिवार होंगे , इसलिए स्थान की व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि परिवार वाले लोग अलग रह सकें और शेष एक साथ। इसको ध्यान में रखते हुए तीन रसोईघर हों और मकान कुल पचास हज़ार वर्ग फुट क्षेत्रफल में बने तो सब लोगों के लायक जगह हो जाएगी। इसके अलावा तीन हज़ार पुस्तकें रखने लायक पुस्तकालय और अलमारियाँ होनी चाहिए।
प्रश्न 1. उपर्युक्त गद्यांश किस पाठ से लिया गया है?
(क) ‘कर चले हम फ़िदा’ से
(ख) ‘आश्रम में अनुपस्थित लोग’ से
(ग) ‘आश्रम का अनुमानित व्यय’ से
(घ) ‘आश्रम का वार्षिक लागत’ से
उत्तर – (ग) ‘आश्रम का अनुमानित व्यय’ से
प्रश्न 2. शुरू में आश्रम में कितने लोग होंगे?
(क) चालीस
(ख) साठ
(ग) पचास
(घ) तीस
उत्तर – (क) चालीस
प्रश्न 3. हर महीने आश्रम में कितने अतिथियों के आने की संभावना है?
(क) बीस
(ख) सोलह
(ग) पन्द्रह
(घ) दस
उत्तर – (घ) दस
प्रश्न 4. मकान कितने हज़ार वर्ग फुट क्षेत्रफल में बनेगा कि सब लोगों के रहने के लायक जगह हो जाएगी?
(क) चालीस हज़ार
(ख) पचास हज़ार
(ग) पैतालिस हज़ार
(घ) पचपन हज़ार
उत्तर – (ख) पचास हज़ार
(2) कम – से – कम पाँच एकड़ ज़मीन खेती करने के लिए चाहिए , जिसमें कम – से – कम तीस लोग काम कर सकें , इतने खेती के औज़ार चाहिए। इनमें कुदालियों , फ़ावड़ों और खुरपों की ज़रूरत होगी।
बढ़ईगिरी के निम्नलिखित औज़ार भी होने चाहिए – पाँच बड़े हथौड़े , तीन बसूले , पाँच छोटी हथौड़ियाँ , दो एरन , तीन बम , दस छोटी – बड़ी छेनियाँ , चार रंदे , एक सालनी , चार केतियाँ , चार छोटी – बड़ी बेधनियाँ , चार आरियाँ, पाँच छोटी – बड़ी संड़ासियाँ , बीस रतल कीलें – छोटी और बड़ी , एक मोंगरा ( लकड़ी का हथौड़ा ) , मोची के औज़ार।
प्रश्न 1. कम-से-कम पाँच एकड़ ज़मीन क्या करने के लिए चाहिए?
(क) आश्रम बनाने के लिए
(ख) घर बनाने के लिए
(ग) खेती करने के लिए
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (ग) खेती करने के लिए
प्रश्न 2. कुदालियों , फ़ावड़ों और खुरपों का उपयोग कहॉं होगा?
(क) खेती करने में
(ख) पुल बनाने में
(ग) घर बनाने में
(घ) घास उगाने में
उत्तर – (क) खेती करने में
प्रश्न 3. बढ़ईगिरी के लिए कितनी आरियाँ होनी चाहिए?
(क) दो
(ख) चार
(ग) पॉंच
(घ) तीन
उत्तर – (ख) चार
(3) रसोई के लिए आवश्यक सामान पर एक सौ पचास रुपये खर्च आएगा। स्टेशन दूर होगा तो सामान को या मेहमानों को लाने के लिए बैलगाड़ी चाहिए। मैं खाने का खर्च दस रुपये मासिक प्रति व्यक्ति लगाता हूँ। मैं नहीं समझता कि हम यह खर्च पहले वर्ष में निकाल सकेंगे। वर्ष में औसतन पचास लोगों का खर्च छह हज़ार रुपये आएगा।
प्रश्न 1. आश्रम की रसोई के लिए आवश्यक सामान पर कितने रुपये का खर्च आएगा?
(क) दो सौ पचास रुपये
(ख) एक सौ पचास रुपये
(ग) एक सौ साठ रुपये
(घ) एक सौ बीस रुपये
उत्तर – (ख) एक सौ पचास रुपये
प्रश्न 2. स्टेशन से सामान या मेहमानों को लाने के लिए क्या चाहिए?
(क) घोड़ागाड़ी
(ख) कार
(ग) बैलगाड़ी
(घ) साइकिल
उत्तर – (ग) बैलगाड़ी
प्रश्न 3. वर्ष में औसत के अनुसार आश्रम में रहने वाले पचास लोगों का खर्च कितना आएगा?
(क) पॉंच हज़ार रुपये
(ख) दस हज़ार रुपये
(ग)  सात हज़ार रुपये
(घ) छह हज़ार रुपये
उत्तर – (घ) छह हज़ार रुपये

बहुविकल्पीय प्रश्न और उत्तर (Multiple Choice Questions)

बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) एक प्रकार का वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन है जिसमें एक व्यक्ति को उपलब्ध विकल्पों की सूची में से एक या अधिक सही उत्तर चुनने के लिए कहा जाता है। एक एमसीक्यू कई संभावित उत्तरों के साथ एक प्रश्न प्रस्तुत करता है।
प्रश्न 1. ‘आश्रम का अनुमानित व्यय’ पाठ निम्नलिखित में से किसने लिखा है?
(क) राजेन्द्र प्रसाद
(ख) जवाहरलाल नेहरू
(ग) करमचन्द गांधी
(घ) मोहनदास करमचंद गांधी
उत्तर – (घ) मोहनदास करमचंद गांधी
प्रश्न 2. कहॉं से लौटकर आने के बाद गांधी जी ने अहमदाबाद में साबरमती आश्रम की स्थापना की थी?
(क) चंपारण से
(ख) पुणे से
(ग) दक्षिण अफ़्रीका से
(घ) कोलकाता से
उत्तर – (ग) दक्षिण अफ़्रीका से
प्रश्न 3. महात्मा गांधी जी के राजनीतिक गुरु थे ?
(क) गोपाल कृष्ण गोखले जी
(ख) राजेन्द्र प्रसाद जी
(ग) नेताजी सुभाष चन्द्र
(घ) करमचन्द गांधी
उत्तर – (क) गोपाल कृष्ण गोखले जी
प्रश्न 4. नेताजी सुभाष चन्द्र ने  गांधी जी को राष्ट्रपिता कहकर कब संबोधित किया?
(क) सन् 1943 में
(ख) सन् 1945 में
(ग) सन् 1942 में
(घ) सन् 1944 में
उत्तर – (घ) सन् 1944 में
प्रश्न 5. गांधी जी किसका निर्माण करने से पहले उसका ब्यौरा तैयार किया?
(क) संगठन का
(ख) साबरमती आश्रम का
(ग) घर का
(घ) विद्यालय का
उत्तर – (ख) साबरमती आश्रम का
प्रश्न 6. आश्रम में कुछ समय बाद आगंतुकों की संख्या कितनी होने वाली थी?
(क) 20
(ख) 60
(ग) 50
(घ) 40
उत्तर – (ग) 50
प्रश्न 7. गांधी जी ने अहमदाबाद में साबरमती आश्रम की स्थापना कब की?
(क) सन् 1916 में
(ख) सन् 1914 में
(ग) सन् 1917 में
(घ) सन् 1913 में
उत्तर – (क) सन् 1916 में
प्रश्न 8. सपरिवार रहने वाले अतिथि की संख्या आश्रम में कितनी होगी?
(क) 2 से 5
(ख) 3 से 4
(ग) 5 से 6
(घ) 3 से 5
उत्तर – (घ) 3 से 5
प्रश्न 9. आश्रम में कितनी पुस्तकें रखने की बात हो रही थी?
(क) 1500
(ख) 3000
(ग) 2000
(घ) 4000
उत्तर – (ख) 3000
प्रश्न 10. स्टेशन से अतिथि या सामान को लाने के लिए किस साधन का प्रयोग करने की बात हो रही थी?
(क) बैलगाड़ी
(ख) कार
(ग) ऑटो रिक्शा
(घ) रिक्शा
उत्तर – (क) बैलगाड़ी
प्रश्न 11. आश्रम में औज़ारों की आवश्यकता क्यों थी?
(क) ताकि लोग आत्मनिर्भर बनें
(ख) ताकि लोग काम करना सीखें
(ग) ताकि आश्रम के छोटे-मोटे काम स्वयं करें
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर – (ग) ताकि आश्रम के छोटे-मोटे काम स्वयं करें
प्रश्न 12. आश्रम में हर महीने कितने अतिथियों के आने की संभावना थी?
(क) दस
(ख) आठ
(ग) पाँच
(घ) बारह
उत्तर – (क) दस
प्रश्न 13. आश्रम में कितने रसोईघर बनाने का लेखा-जोखा था?
(क) दो
(ख) तीन
(ग) चार
(घ) पाँच
उत्तर – (ख) तीन
प्रश्न 14. खेती करने के किन – किन औजारों की ज़रूरत होगी?
(क) कुदालियों
(ख) फ़ावड़ों
(ग) खुरपों
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर – (घ) उपर्युक्त सभी
प्रश्न 15. खेती – बाड़ी करने के लिए कितनी जमीन होनी चाहिए?
(क) कम-से-कम पाँच एकड़ ज़मीन
(ख) कम-से-कम तीन एकड़ ज़मीन
(ग) कम-से-कम सात एकड़ ज़मीन
(घ) कम-से-कम चार एकड़ ज़मीन
उत्तर – (क) कम-से-कम पाँच एकड़ ज़मीन
प्रश्न 16. बढ़ईगिरी के लिए कितने छोटे – बड़े हथौड़े की जरूरत है?
(क) चार बड़े हथौड़े – पाँच छोटी हथौड़ियाँ
(ख) पाँच बड़े हथौड़े – पाँच छोटी हथौड़ियाँ
(ग) पाँच बड़े हथौड़े – चार छोटी हथौड़ियाँ
(घ) पाँच बड़े हथौड़े – सात छोटी हथौड़ियाँ
उत्तर – (ख) पाँच बड़े हथौड़े – पाँच छोटी हथौड़ियाँ
प्रश्न 17. महात्मा गांधी जी ने कब पहली बार बनारस हिन्दू विश्व विद्यालय में मंच पर भाषण दिया?
(क) फरवरी 1916 में
(ख) अगस्त 1916 में
(ग) फरवरी 1915 में
(घ) मार्च 1916 में
उत्तर – (क) फरवरी 1916 में
प्रश्न 18. गांधी जी अपने अनुमान के जरिए आश्रम में खाने का खर्च प्रति व्यक्ति कितने रुपये मासिक लगाते हैं?
(क) नौ रुपये मासिक
(ख) पन्द्रह रुपये मासिक
(ग) दस रुपये मासिक
(घ) बारह रुपये मासिक
उत्तर – (ग) दस रुपये मासिक
प्रश्न 19. ‘मदें’ शब्द का क्या अर्थ है?
(क) जरुरी चीज़े
(ख) मदारी
(ग) सामान
(घ) क और ग दोनों
उत्तर – (घ) क और ग दोनों
प्रश्न 20. शिक्षण के सामान में कितने देशी हथकरघों की आवश्यकता होगी?
(क) पाँच – सात
(ख) पाँच – छह
(ग) छह – सात
(घ) चार – पाँच
उत्तर – (ख) पाँच – छह

प्रश्न और उत्तर Questions Answers

लेखा–जोखा

प्रश्न 1. हमारे यहाँ बहुत से काम लोग खुद नहीं करके किसी पेशेवर कारीगर से करवाते हैं। गांधी जी छेनी , हथौड़े , बसूले क्यों खरीदना चाहते होंगे ?
उत्तर – यह बिलकुल सच है कि हमारे यहाँ अर्थात् भारत में बहुत से काम लोग खुद न करके किसी पेशेवर कारीगर से करवाते हैं। गांधी जी अपना सारा काम खुद करते थे और दूसरों को भी अपना काम स्वयं करने की प्रेरणा देते थे। यही कारण था कि गांधी जी आश्रम के लिए छेनी, हथौड़े, बसूले इसलिए खरीदना चाहते थे ताकि लोग कुटीर उद्योग , लुहार व बढ़ईगिरी आदि को बढ़ावा दें , आत्मनिर्भर बनें व छोटे – छोटे कामों के लिए दूसरों का मुँह न ताकें।
प्रश्न 2. गांधी जी ने अखिल भारतीय कांग्रेस सहित कई संस्थाओं व आंदोलनों का नेतृत्व किया। उनकी जीवनी या उन पर लिखी गई किताबों से उन अंशों को चुनिए जिनसे हिसाब – किताब के प्रति गांधी जी की चुस्ती का पता चलता है।
उत्तर – गांधी जी कोई भी कार्य बिना हिसाब किताब के नहीं करते थे। वे प्रत्येक विषय के प्रति नकारात्मक व सकारात्मक सोच बराबर रखते थे। निम्नलिखित उदाहरणों द्वारा इस वक्तव्य को स्पष्टता दे सकते हैं –
‘ दांडी यात्रा ’ के लिए गांधी जी जब ‘ रास ’ नामक स्थान पर पहुँचे तो वहाँ निषेधाज्ञा लागू थी अर्थात कोई भी नेता किसी प्रकार के विचार जलूस – जलसे के रूप में नहीं प्रकट कर सकता था। गांधी जी तो लोगों को संबोधित किए बिना रह नहीं सकते थे तो पहले ही यह योजना बना ली गई कि यदि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया तो अब्बास तैयबजी दांडी यात्रा का नेतृत्व करेंगे।
असहयोग आंदोलन के समय भी वे यह हिसाब लगाने में पूर्णतया सक्ष्म थे कि किस स्थान पर किस तरह से ब्रिटिश शासन पर प्रहार करना है। यही कारण था कि लोग उनके हर विचार की कद्र करते थे और उनका कहा पूरी तरह से मानते थे।
वे बिल्कुल भी फिजूल खर्च नहीं करते थे , एक – एक पैसा सोच समझ कर खर्च करते थे। यहाँ तक कि कई बार तो पच्चीस – पच्चीस किलोमीटर एक दिन में पैदल चलते थे। उनका मानना था कि धन को जरूरी कामों के लिए ही खर्च करना चाहिए। शानो – शौकत या वैभवपूर्व जीवन जीने के लिए नहीं।
किसी भी आश्रम या सभा का हिसाब – किताब वे बहुत कुशलता से लगाते थे। साबरमती आश्रम में भी उन्होंने ऐसा बजट बनाया कि आने वाले मेहमानों के खर्च भी उसमें शामिल किए गए।
प्रश्न 3. मान लीजिए , आपको कोई बाल आश्रम खोलना है। इस बजट से प्रेरणा लेते हुए उसका अनुमानित बजट बनाइए। इस बजट में दिए गए किन – किन मदों पर आप कितना खर्च करना चाहेंगे। किन नई मदों को जोड़ना – हटाना चाहेंगे ?
उत्तर – छात्र इस पाठ से उदाहरण लेकर बाल आश्रम के लिए आवश्यक चीज़ों और उनके अनुमानित – खर्च का बजट तैयार करें।
प्रश्न 4. आपको कई बार लगता होगा कि आप कई छोटे – मोटे काम ( जैसे – घर की पुताई , दूध दुहना , खाट बुनना ) करना चाहें तो कर सकते हैं। ऐसे कामों की सूची बनाइए जिन्हें आप चाहकर भी नहीं सीख पाते। इसके क्या कारण रहे होंगे उन कामों की सूची भी बनाइए , जिन्हें आप सीख कर ही छोड़ेंगे ?
उत्तर – हमारे जीवन में ऐसे बहुत से काम होते हैं जिसे हम चाहकर भी नहीं सीख पाते ; जैसे – घर पुताई सफ़ेदीवाला करता है , दूधवाला दूध देता है और खाट ( चारपाई ) बुनने वाले से बुनवाई जाती है। कुछ ऐसे ही निम्न कार्य हैं , जिन्हें हम चाहकर भी सीख नहीं पाते। जैसे –
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परन्तु हम इन कामों को सीखने का पूरा प्रयास कर सकते हैं और हम इन कामों को सीखकर ही दम लेंगे।
प्रश्न 5. इस अनुमानित बजट को गहराई से पढ़ने के बाद आश्रम के उद्देश्यों और कार्यप्रणाली के बारे में क्या – क्या अनुमान लगाए जा सकते हैं ?
उत्तर – अनुमानित बजट को गहराई से अध्ययन करने के बाद हम आश्रम के उद्देश्यों को भलीभाँति समझ सकते हैं , स्वावलंबन की भावना का विकास करना , अतिथि सत्कार करना , जरूरतमंदों को आवश्यक सुविधाएँ प्रदान करना , बेकार लोगों को आजीविका प्रदान करना , श्रम का महत्त्व समझना , कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देना , चरखे खादी आदि से स्वदेशी आंदोलन को बढ़ावा देना। सहयोग की भावना का विकास। इस आश्रम की कार्य प्रणाली का मुख्य आधार आत्मनिर्भरता है।

भाषा की बात

प्रश्न 1. अनुमानित शब्द अनुमान में इत प्रत्यय जोड़कर बना है। इत प्रत्यय जोड़ने पर अनुमान का न नित में परिवर्तित हो जाता है। नीचे–इत प्रत्यय वाले कुछ और शब्द लिखे हैं। उनमें मूल शब्द पहचानिए और देखिए कि क्या परिवर्तन हो रहा है-
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इत प्रत्यय की भाँति इक प्रत्यय से भी शब्द बनते हैं और तब शब्द के पहले अक्षर में भी परिवर्तन हो जाता है, जैसे – सप्ताह + इक = साप्ताहिक। नीचे इक प्रत्यय से बनाए गए शब्द दिए गए हैं। इनमें मूल शब्द पहचानिए और देखिए कि क्या परिवर्तन हो रहा है-
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उत्तर –
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प्रश्न 2. बैलगाड़ी और घोड़ागाड़ी शब्द दो शब्दों को जोड़ने से बने हैं। इसमें दूसरा शब्द प्रधान है, यानी शब्द का प्रमुख अर्थ दूसरे शब्द पर टिका है। ऐसे समास को तत्पुरुष समास कहते हैं। ऐसे छह शब्द और सोचकर लिखिए और समझिए कि उनमें दूसरा शब्द प्रमुख क्यों है?

उत्तर – 

  • राहखर्च
  • तुलसीकृत
  • गंगाजल
  • क्रीड़ाक्षेत्र
  • घुड़सवार
  • वनवास
इन शब्दों में दूसरा शब्द प्रमुख है क्योंकि दूसरा शब्द पहले शब्द की सार्थकता को स्पष्ट कर रहा है।
जैसे-
  • राहखर्च – राह के लिए खर्च
  • तुलसीकृत – तुलसी द्वारा कृत
  • गंगाजल – गंगा का जल
  • क्रीड़ाक्षेत्र – क्रीड़ा के लिए क्षेत्र
  • घुड़सवार – घोड़े पर सवार
  • वनवास – वन में वास

Ashram ka Anumanit Vyay – Extra Question Answers

प्रश्न 1. गांधी जी ने साबरमती आश्रम की स्थापना कहॉं से लौटने के बाद की थी?
उत्तर – गांधी जी ने साबरमती आश्रम की स्थापना दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद की थी।
प्रश्न 2. गांधी जी ने आश्रम की स्थापना कहॉं की है?
उत्तर – गांधी ने साबरमती आश्रम की स्थापना अहमदाबाद में की है।
प्रश्न 3. शिक्षण के सामान में कितने हथकरघों की आवश्यकता होगी?
उत्तर – शिक्षण के सामान में पाँच-छह देशी हथकरघों की आवश्यकता होगी।
प्रश्न 4. बढ़ईगिरी के समान पर कितने रुपये का खर्च होगा ?
उत्तर – बढ़ईगिरी के सामान पर कुल पाँच सौ रुपये खर्च का होगा।
प्रश्न 5. गांधी जी को किसने सबसे पहले राष्ट्रपिता कहकर सम्बोधित किया था?
उत्तर – गांधी जी को 1944 में नेताजी सुभाष चन्द्र ने राष्ट्रपिता कहकर सम्बोधित किया था।
प्रश्न 6. गांधी जी के राजनीतिक गुरु कौन थे?
उत्तर – गांधी जी के राजनीतिक गुरु गोपाल कृष्ण गोखले जी थे, उनकी सलाह पर गांधी जी ने एक वर्ष शांतिपूर्ण बिना किसी आन्दोलन के व्यतीत किया।
प्रश्न 7. गांधी जी ने पहली बार कहॉं भाषण दिया था?
उत्तर – फरवरी 1916 में गांधी जी ने पहली बार बनारस हिन्दू विश्व विद्यालय में मंच पर भाषण दिया था। जिसकी चर्चा पूरे भारत में हुई।
प्रश्न 8. मदों के तैयारी में गांधीजी ने भूल होने की बात क्यों कही है?
उत्तर – गाँधी जी लिखते हैं कि उन्होंने खर्च का जो भी अंदाजा लगाया है वह जल्दी में तैयार किया है, इसलिए यह हो सकता है कि कुछ जरुरी चीज़े उन से छूट गई हों। इसके अलावा गांधी जी यह भी लिखते हैं कि उन्हें केवल खाने के खर्च का अनुमान है। इस के सिवा उन्हें अन्य स्थानीय स्थितियों की जानकारी नहीं है। इस कारण उनका अंदाजा कहीं – कहीं गलत भी हो सकता है।
प्रश्न 9. गांधी जी के अनुमान के अनुसार बढ़ईगिरी के लिए क्या-क्या औजार होने चाहिए?
उत्तर – गांधी जी के अनुमान के अनुसार बढ़ईगिरी के लिए निम्नलिखित औज़ार होने चाहिए जैसे- पाँच बड़े हथौड़े , तीन बसूले , पाँच छोटी हथौड़ियाँ , दो एरन , तीन बम , दस छोटी – बड़ी छेनियाँ , चार रंदे , एक सालनी , चार केतियाँ , चार छोटी – बड़ी बेधनियाँ , चार आरियाँ , पाँच छोटी – बड़ी संड़ासियाँ , बीस रतल कीलें – छोटी और बड़ी , एक मोंगरा ( लकड़ी का हथौड़ा )।
प्रश्न 10. अहमदाबाद में स्थापित साबरमती आश्रम के संविधान पर प्रकाश डालिए।
उत्तर – अहमदाबाद में स्थापित साबरमती आश्रम का संविधान स्वयं गांधीजी ने तैयार किया था और इस संविधान के मसविदे से पता चलता है कि वह भारतीय जीवन का निर्माण किस प्रकार करना चाहते थे। संविधान में हर एक छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखा गया है। कम से कम खर्च में अच्छी सुविधा करने की कोशिश की गई थी। उत्तम कोटि के बर्तन जैसे तांबा,  पीतल आदि का प्रयोग किया गया था।
प्रश्न 11. गांधी जी ने आश्रम के अनुमानित खर्च का ब्यौरा क्यों तैयार किया?
उत्तर – गांधी जी कोई भी काम ऐसे ही नहीं करते थे वह हर काम को बहुत सावधानी से करते थे और गांधी जी अधिकतर कामों को लिखित रूप में करते थे और गांधीजी सभी पक्षों को ध्यान में रखकर अपना कार्य करते थे और गांधी जी ने जो बजट का ब्यौरा पेश किया था वह भी लिखित रूप में ही किया था और गांधीजी चाहते थे कि जो अहमदाबाद में जो आश्रम बनना है उसके सभी खर्च का अनुमान सभी लोगों को लग जाए और इसी उद्देश्य से गांधी जी ने खर्च का लेखा-जोखा तैयार किया था।
प्रश्न 12. आश्रम की प्रस्तावित संरचना कैसी थी ?
उत्तर – शुरुआत में आश्रम में चालीस लोग होंगे। कुछ समय बाद इस संख्या का पचास हो जाने की संभावना है। हर महीने औसतन दस अतिथियों के आने की संभावना होती है। इनमें तीन या पाँच सपरिवार होंगे , इसलिए स्थान की व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि परिवार वाले लोग अलग रह सकें और शेष एक साथ।
i) घर में तीन रसोईघर हो और मकान कुल पचास हज़ार वर्ग फुट क्षेत्रफल में बने तो सब लोगों के लायक जगह होनी चाहिए।
ii) तीन हज़ार पुस्तकें रखने लायक पुस्तकालय और अलमारियाँ होनी चाहिए।
iii) कम-से-कम पाँच एकड़ ज़मीन खेती करने के लिए होनी चाहिए ताकि कम-से-कम तीस लोग काम कर सकें, और खेती के औज़ार होने चाहिए। इनमें कुदालियों, फावड़ों और खुरपों की भी ज़रुरत होगी।
iv) बढ़ईगिरी और मोची औज़ार भी होने चाहिए।