Class 9 Hindi Dukh ka Adhikar Important Questions

NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Bhag 1 दुःख का अधिकार Important Question Answers Lesson 1

Class 9 Hindi Dukh ka Adhikar Question Answers –Looking for Dukh Ka Adhikar question answers for CBSE Class 9 Hindi Sparsh Bhag 1 Book Lesson 1? Look no further! Our comprehensive compilation of important questions will help you brush up on your subject knowledge.

सीबीएसई कक्षा 9 हिंदी स्पर्श भाग 1 पुस्तक पाठ 1 के लिए दुःख का अधिकार प्रश्न उत्तर खोज रहे हैं? आगे कोई तलाश नहीं करें! महत्वपूर्ण प्रश्नों का हमारा व्यापक संकलन आपको अपने विषय ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगा। कक्षा 9 के हिंदी प्रश्न उत्तर का अभ्यास करने से परीक्षा में आपके प्रदर्शन में काफी सुधार हो सकता है। हमारे समाधान इस बारे में एक स्पष्ट विचार प्रदान करते हैं कि उत्तरों को प्रभावी ढंग से कैसे लिखा जाए। हमारे दुःख का अधिकार प्रश्न उत्तरों को अभी एक्सप्लोर करें उच्च अंक प्राप्त करने के अवसरों में सुधार करें।

 The questions listed below are based on the latest CBSE exam pattern, wherein we have given NCERT solutions to the chapter’s extract based questions, multiple choice questions, short answer questions, and long answer questions

 Also, practicing with different kinds of questions can help students learn new ways to solve problems that they may not have seen before. This can ultimately lead to a deeper understanding of the subject matter and better performance on exams. 

 

Class 9 Hindi दुःख का अधिकार Question Answers Lesson 1 – सार-आधारित प्रश्न (Extract Based Questions)

सारआधारित प्रश्न बहुविकल्पीय किस्म के होते हैं, और छात्रों को पैसेज को ध्यान से पढ़कर प्रत्येक प्रश्न के लिए सही विकल्प का चयन करना चाहिए। (Extract-based questions are of the multiple-choice variety, and students must select the correct option for each question by carefully reading the passage.)

गद्यांश को पढ़कर पूंछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –

1)
मनुष्यों की पोशाकें उन्हें विभिन्‍न श्रेणियों में बाँट देती हैं। प्रायः पोशाक ही समाज में मनुष्य का अधिकार और उसका दर्ज़ा निश्चित करती है। वह हमारे लिए अनेक बंद दरवाज़े खोल देती है, परंतु कभी ऐसी भी परिस्थिति आ जाती है कि हम ज़रा नीचे झुककर समाज की निचली श्रेणियों की अनुभूति को समझना चाहते हैं। उस समय यह पोशाक ही बंधन और अड़चन बन जाती है। जैसे वायु की लहरें कटी हुई पतंग को सहसा भूमि पर नहीं गिर जाने देतीं, उसी तरह खास परिस्थितियों में हमारी पोशाक हमें झुक सकने से रोके रहती है।

 

i. मनुष्य को विभिन्न श्रेणियों में कौन बाँटती हैं?
(क) पोशाक
(ख) पैसा
(ग) भाषा
(घ) त्वचा का रंग
उत्तर: (क) पोशाक

ii. निचली श्रेणियों की अनुभूति को समझने में कौन बाधा बनती है?
(क) भाषा
(ख) जाति
(ग) पोशाक
(घ) पैसा
उत्तर: (ग) पोशाक

iii. लेखक ने कटी पतंग की तुलना किससे की?
(क) स्वयं से
(ख) पोशाक से
(ग) बुढ़िया से
(घ) अमीर और गरीब से
उत्तर: (क) स्वयं से

iv. लेखक वायु की लहर किसको बोल रहे?
(क) पोशाक
(ख) धन
(ग) पद
(घ) व्यक्तित्व
उत्तर: (क) पोशाक

2)
पड़ोस की दुकानों के तख्तों पर बैठे या बाज़ार में खड़े लोग घृणा से उसी स्त्री के संबंध में बात कर रहे थे। उस स्त्री का रोना देखकर मन में एक व्यथा-सी उठी, पर उसके रोने का कारण जानने का उपाय क्‍या था? फुटपाथ पर उसके समीप बैठ सकने में मेरी पोशाक ही व्यवधान बन खड़ी हो गई।

 

i. पड़ोस की दुकानों के तख्तों पर बैठे या बाज़ार में खड़े लोग उसी स्त्री के संबंध में घृणा से बात क्यों कर रहे थे?
(क) क्योंकि उस स्त्री ने चोरी की थी
(ख) क्योंकि उस स्त्री का बेटा मर गया था और वह अगले ही दिन बाजार में खरबूजे बेचने बैठ गई
(ग) क्योंकि उस स्त्री का पति मर गया था
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर: (ख) क्योंकि उस स्त्री का बेटा मर गया था और वह अगले ही दिन बाजार में खरबूजे बेचने बैठ गई

ii. लेखक स्त्री के समीप क्यों नहीं बैठ पाया?
(क) अपनी पोशाक की वजह से
(ख) अपनी प्रतिष्ठा की वजह से
(ग) अपने पद की वजह से
(घ) मान मर्यादा की वजह से
उत्तर: (क) अपनी पोशाक की वजह से

iii. फुटपाथ में कौन बैठा था?
(क) बुढ़िया
(ख) लेखक
(ग) भगवाना की पत्नी
(घ) भगवाना के बच्चे
उत्तर: (क) बुढ़िया

iv. रोती हुई स्त्री को देखकर लेखक के मन में क्या भावना उत्पन्न हुई?
(क) दया
(ख) आंतरिक दुख
(ग) घृणा
(घ) प्रेम
उत्तर: (ख) आंतरिक दुख

3)
उस पुत्र-वियोगिनी के दुःख का अंदाज़ा लगाने के लिए पिछले साल अपने पड़ोस में पुत्र की मृत्यु से दुःखी माता की बात सोचने लगा। वह संभ्रांत महिला पुत्र की मृत्यु के बाद अढ़ाई मास तक पलंग से उठ न सकी थी। उन्हें पंद्रह-पंद्रह मिनट बाद पुत्र-वियोग से मूर्छा आ जाती थी और मूर्छा न आने की अवस्था में आँखों से आँसू न रूक सकते थे। दो-दो डॉक्टर हरदम सिरहाने बैठे रहते थे। हरदम सिर पर बरफ़ रखी जाती थी। शहर भर के लोगों के मन उस पुत्र-शोक से द्रवित हो उठे थे। शोक करने, गम मनाने के लिए भी सहूलियत चाहिए और… दुःखी होने का भी एक अधिकार होता है।

 

i. प्रस्तुत गद्यांश में लेखक के “संभ्रांत” शब्द से क्या तात्पर्य है?
(क) अमीर
(ख) गरीब
(ग) होशियार
(घ) सभ्य
उत्तर: (क) अमीर

ii. प्रस्तुत गद्यांश में लेखक ने संभ्रांत महिला का उदाहरण क्यों दिया?
(क) लेखक बताना चाहता है कि दुख का अधिकार अमीर गरीब दोनो को है
(ख) लेखक बताना चाहता है कि मां चाहे गरीब हो या अमीर पुत्र वियोग की अनुभूति समान होती है
(ग) विकल्प क और ख दोनों
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर: (ग) विकल्प क और ख दोनों

iii. लड़के के मरने के बाद उस संभ्रांत महिला का क्या हाल था?
(क) रो-रो के मर गई
(ख) गुमसुम हो गई
(ग) बेसुध हो गई
(घ) मूर्छा आ गई
उत्तर: (घ) मूर्छा आ गई

iv. शोक करने और गम मनाने के लिए क्या चाहिए?
(क) सहूलियत
(ख) शांति
(ग) धैर्य
(घ) दिलासा
उत्तर: (क) सहूलियत

4)
एक आदमी ने घृणा से एक तरफ़ थूकते हुए कहा, “क्या ज़माना है! जवान लड़के को मरे पूरा दिन नहीं बीता और यह बेहया दुकान लगा के बैठी है।”
दूसरे साहब अपनी दाढ़ी खुजाते हुए कह रहे थे, “अरे जैसी नीयत होतीं है अल्ला भी वैसी ही बरकत देता है।”
सामने के फुटपाथ पर खड़े एक आदमी ने दियासलाई की तीली से कान खुजाते हुए कहा, “अरे, इन लोगों का क्या है? ये कमीने लोग रोटी के टुकंडे पर जान देते हैं। इनके लिए बेटा-बेटी, खसम-लुगाई, धर्म-ईमान “सब रोटी का टुकड़ा है।”
परचून की दुकान पर बैठे लाला जीं ने कहा, “अरे भाई, उनके लिए मरे-जिए का कोई मतलब न हो, पर दूसरे के धर्म-ईमान का तो खयाल करना चाहिए! जवान बेटे के मरने पर तेरह दिन का सूतक होता है और यह यहाँ सड़क पर बाज़ार में आकर खरबूज़े बेचने बैठ गई है। हज़ार आदमी आते-जाते हैं। कोई क्‍या जानता है कि इसके घर में सूतक है। कोई इसके खंरबूज़ें खा ले तो उसका ईमान-धर्म कैसे रहेगा? क्‍या अँधेर है”

 

i. निम्न में से कौन सा-विकल्प बेहया शब्द का सही अर्थ है?
(क) बेशर्म
(ख) दीन
(ग) मूर्ख
(घ) स्वार्थी
उत्तर: (क) बेशर्म

ii. निम्न में से कौन सा-विकल्प दियासलाई शब्द का सही अर्थ है?
(क) सींक
(ख) माचिस की तीली
(ग) पेंसिल
(घ) इनमे से कोई नहीं
उत्तर: (ख) माचिस की तीली

iii. धर्म ईमान के ख्याल रखना का ताना किसने मारा?
(क) लाला जी
(ख) परचून वाला
(ग) फुटपाथ पर खड़े व्यक्ति ने
(घ) इनमे से कोई नहीं
उत्तर: (क) लाला जी

iv. निम्नलिखित विकल्पों में से सूतक का क्या अर्थ है?
(क) अशुद्ध दिन
(ख) भारी दिन
(ग) कलिष्ठ दिन
(घ) पवित्र दिन
उत्तर: (क) अशुद्ध दिन

5)
पास-पड़ोस की दुकानों से पूछने घर पता लगा उसका तेईस बरस का जवान लड़का था। घर में उसकी बहू और पोता-पोती हैं। लड़का शहर के पास डेढ़ बीघा भर ज़मीन में कछियारी करके परिवार का निर्वाह करता था। खरबूज़ों की डलिया बाज़ार में पहुँचाकर कभी लड़का स्वयं सौदे के पास बेठ जाता, कभी माँ बैठ जाती।
लड़का परसों सुबह मुँह-अँधेरे बेलों में से पके खरबूज़े चुन रहा था। गीली मेड़ की तरावट-में विश्राम करते हुए एक साँप पर लड़के का पैर पड़ गया। साँप ने लड़के को डँस लिया। लड़के की बुढ़िया माँ बावली होकर ओझा को बुला लाई। झाड़ना-फूँकना हुआ। नागदेव की पूजा हुई। पूजा के लिए दान-दक्षिणा चाहिए। घर में जो कुछ आटा और अनाज था, दान-दक्षिणा में उठ गया। माँ, बहू और बच्चे ‘भगवाना’ से लिपट-लिपटकर रोए  पर भगवाना जो एक दफे चुप हुआ तो फिर न बोला। सर्प के विष से उसका सब बदन काला पड़ गया था।

 

i. बुढ़िया के लड़के की मृत्यु कैसे हुई?
(क) दुर्घटना से
(ख) सर्प के काटने से
(ग) बिच्छू के काटने से
(घ) जहर खाने से
उत्तर: (ख) सर्प के काटने से

ii. सर्प के काटने से भगवाना के शरीर पर क्या असर हुआ?
(क) शरीर काला पड़ गया
(ख) शरीर नीला पड़ गया
(ग) शरीर ठंडा पड़ गया
(घ) शरीर अकड़ गया
उत्तर: (क) शरीर काला पड़ गया

iii. सर्प के काटने से बुढ़िया ने अपने बेटे को बचाने के लिए किसको बुलाया?
(क) डॉक्टर को
(ख) वैद्य को
(ग) अघोरी को
(घ) ओझा को
उत्तर: (घ) ओझा को

iv. बुढ़िया के घर का सारा अनाज कैसे खत्म हो गया?
(क) बेटे के इलाज में
(ख) पंडित को दान दक्षिणा देने में
(ग) साग सब्जी खरीदने में
(घ) बेटी का विवाह करने में
उत्तर: (क) बेटे के इलाज में

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Class 9 Hindi Sparsh Lesson 1 दुःख का अधिकार बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Questions)

बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) एक प्रकार का वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन है जिसमें एक व्यक्ति को उपलब्ध विकल्पों की सूची में से एक या अधिक सही उत्तर चुनने के लिए कहा जाता है। एक एमसीक्यू कई संभावित उत्तरों के साथ एक प्रश्न प्रस्तुत करता है।

 

Q 1.समाज में मनुष्य का अधिकार और दर्जा कौन निश्चित करता है?
(क) पोशाक
(ख) पैसा
(ग) बात व्यवहार
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (क) पोशाक

Q2. लेखक रोती हुई स्त्री के समीप क्यों न जा पाया?
(क) भीड़ बहुत थी
(ख) लेखक अच्छे पोशाक में था स्त्री के समीप जाता तो उसकी छवि धूमिल हो जाती
(ग) स्त्री के घरवाले समीप थे
(घ) पुलिस उपस्थित थी
उत्तर: (ख) लेखक अच्छे पोशाक में था स्त्री के समीप जाता तो उसकी छवि धूमिल हो जाती

Q3. स्त्री रो क्यों रही थी?
(क) क्योंकि उसके खरबूजों को कोई खरीद नहीं रहा था
(ख) क्योंकि उसका बेटा मर गया था
(ग) क्योंकि उसको किसी ने मारा था
(घ) क्योंकि उसके समान और खरबूजों को किसी ने चुरा लिया था
उत्तर: (ख) क्योंकि उसका बेटा मर गया था

Q4. स्त्री के बेटे का क्या नाम था?
(क) भगवाना
(ख) श्रवण कुमार
(ग) यशपाल
(घ) रमेश
उत्तर: (क) भगवाना

Q5. स्त्री के खरबूजे कोई क्यों नहीं खरीद रहा था?
(क) क्योंकि स्त्री के बेटे की मृत्यु हो गई थी
(ख) क्योंकि स्त्री मुंह छुपाए रो रही थी
(ग) क्योंकि स्त्री की पोशाक नहीं ठीक थी
(घ) क्योंकि स्त्री का बात व्यवहार नहीं ठीक था
उत्तर: (क) क्योंकि स्त्री के बेटे की मृत्यु हो गई थी

Q6. लेखक रोती हुई स्त्री के समीप क्यों जाना चाहता था?
(क) रोने का कारण पूछने
(ख) स्त्री की सहायता करने
(ग) स्त्री के खरबूजे खरीदने
(घ) स्त्री को पैसे देने के लिए
उत्तर: (क) रोने का कारण पूछने

Q7. लेखक के खसम-लुगाई शब्द से क्या तात्पर्य है?
(क) पति-पत्नी
(ख)मां-बेटा
(ग) बेटा-बेटी
(घ) सास-बहू
उत्तर: (क) पति-पत्नी

Q8. स्त्री के बेटे की क्या उम्र थी?
(क) 20
(ख) 21
(ग) 22
(घ) 23
उत्तर: (घ) 23

Q9. स्त्री का बेटा क्या काम करता था?
(क) मछुआरी का काम
(ख) कछियारी का काम
(ग) ढाबा चलाता था
(घ) मिठाई की दुकान चलाता था
उत्तर: (ख) कछियारी का काम

Q10. स्त्री का बेटा कैसे मरा?
(क) मारपीट में घायल होने से
(ख) सांप के काटने से
(ग) जहर खाने से
(घ) फांसी लगाने से
उत्तर: (ख) सांप के काटने से

Q11. बेटे की मृत्यु के बाद स्त्री अगले दिन ही खरबूजा बेचने क्यों बैठ गई?
(क) पैसे की कमी थी
(ख) उसके लिए धंधा ही उसकी प्राथमिकता थी
(ग) घर में खाने को कुछ नहीं था
(घ) इसमें से कोई नहीं
उत्तर: (क) पैसे की कमी थी

Q12. उस रोती हुई स्त्री को देखकर लेखक को किसकी याद आई?
(क) पड़ोस की महिला की
(ख) अपनी मां की
(ग) अपनी बहन की
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर: (क) पड़ोस की महिला की

Q13. स्त्री अपने खरबूजों को कहां रखकर बेचती थी?
(क) दुकान पर
(ख) फुटपाथ पर
(ग) सड़क पर
(घ) रेहड़ी पर
उत्तर: (ख) फुटपाथ पर

Q14. लेखक ने स्वयं की तुलना निम्न में से किससे की?
(क) कटी पतंग
(ख) वायु की लहर
(ग) जल बिना मछली
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर: (क) कटी पतंग

Q15. दुख के अधिकार पाठ का क्या उद्देश्य था?
(क) दुख की अनुभूति अमीर गरीब सबको समान रूप से होती है
(ख) दुख का अधिकार सिर्फ गरीबों को होता है
(ग) दुख का अधिकार सिर्फ अमीरों को होता है
(घ) झाड़ फूंक अंधविश्वास है
उत्तर: (क) दुख की अनुभूति अमीर गरीब सबको समान रूप से होती है

Q16. बाजार के लोग किस को घृणा की दृष्टि से देख रहे थे?
(क) बुढ़िया को
(ख) लेखक को
(ग) भगवाना की पत्नी को
(घ) भगवाना के बच्चों को
उत्तर: (क) बुढ़िया को

Q17. सर्प के काटने से भगवाना का शरीर किस रंग का हो गया था?
(क) काला
(ख) नीला
(ग) शरीर के रंग में कोई बदलाव नहीं
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर: (क) काला

Q18. निम्न में से बरकत शब्द का अर्थ कौन सा है?
(क) भाग्य
(ख) लाभ
(ग) भगवान की कृपा
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर: (ख) लाभ

Q19. कहानी में लोगों ने “पत्थर दिल” किसको बोला?
(क) बुढ़िया
(ख) भगवाना के बच्चे
(ग) भगवाना की पत्नी
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर: (क) बुढ़िया

Q20. बाजार में उपस्थित लोग रोती हुई बुढ़िया को किस नजर से निहार रहे थे?
(क) नफरत
(ख) घृणा
(ग) दया
(घ) ईर्ष्या
उत्तर: (ख) घृणा

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Class 9 Hindi दुःख का अधिकार प्रश्न और उत्तर (including questions from Previous Years Question Papers)


Q1.दुख का अधिकार पाठ के आधार पर बताइए कि मनुष्य के जीवन में पोशाक का क्या महत्व है?
उत्तर: दुख का अधिकार पाठ में लेखक पोशाक की उपयोगिता का वर्णन करते हुए कह रहे हैं कि मनुष्यों की पोशाकें उन्हें विभिन्‍न श्रेणियों में बाँट देती हैं। हमारी पोशाक ही समाज में मनुष्य का अधिकार और उसका दर्ज़ा निश्चित करती है। हमारी पोशाक हमारे लिए अनेक बंद दरवाज़े खोल देती है। साधारणतय: घर के बाहर मनुष्य अपनी पोशाक के कारण ही पहचाना जाता है। 

Q2. लेखक ने पोशाक की सीमितता का वर्णन कैसे किया है?
उत्तर: लेखक पोशाक की सीमितता का वर्णन करते हुए कह रहे हैं कि हम अपनी पोशाक की वजह से ही समाज की निचली श्रेणियों के कष्टों को समझ नहीं पाते है। जैसे वायु की लहरें कटी हुई पतंग को सहसा भूमि पर नहीं गिर जाने देतीं, उसी तरह खास परिस्थितियों में हमारी पोशाक हमें झुक सकने से रोके रहती है।

Q3. लेखक उस रोती हुई स्त्री के समीप क्यों नहीं जा पाया?
उत्तर: लेखक उस रोती हुई स्त्री के समीप इसलिए नहीं जा पाया क्योंकि वह स्त्री फुटपाथ में बैठी थी और उसका बेटा एक दिन पहले ही मरा था और लोग उस स्त्री के बारे में घृणापूर्ण बातें कर रहे थे। लेखक अच्छी पोशाक में था और समाज में उसका अलग रुतबा था इसलिए वह उस रोती हुई स्त्री का दुख बांटने उसके समीप न जा पाया। 

Q4. भगवाना अपना घर कैसे चलाता था?
उत्तर: भगवाना शहर के समीप डेढ़ बीघा जमीन में कछियारा अर्थात सब्जी उगाने का काम करता था। वह मुख्य रूप से खरबूजे जाता था और उसको डलिया में भर कर बाजार बेचने जाया करता था, कभी-कभी उसकी मां भी उसके साथ बाजार खरबूजे बेचने जाया करती थी इस प्रकार वह अपने घर की रोजी रोटी चलाता था। 

Q5. इस अध्याय के शीर्षक “दुख का अधिकार” की सार्थकता प्रमाणित कीजिए?
उत्तर: दुख का अधिकार पाठ में लेखक यह बताना चाहता है कि चाहे अमीर हो या गरीब दुख सभी को होता है और उस दुख को प्रकट करना हर व्यक्ति का अधिकार होता है भले ही आप पद में या रुतबे में काफी अमीर हो या निम्न श्रेणी के हों लेकिन दुख की अनुभूति आपको हर व्यक्ति के जैसे ही होगी। 

Q6. खरबूजे बेचने वाली स्त्री के बेटे के मृत्यु का क्या कारण था?
उत्तर: खरबूजे बेचने वाली स्त्री का बेटा शहर के पास ही डेढ़ बीघा जमीन लेकर कछियारी का काम करता था। एक दिन वह सुबह-सुबह खरबूजे तोड़ने गया और कुछ देर खरबूजा तोड़ने के बाद वह थकान मिटाने के लिए खेत की मेड़ पर ही लेट गया तभी वहां पर पहले से ही उपस्थित सर्प ने उसको डस लिया। 

Q7. बाजार के लोग स्त्री के विषय में क्या क्या बात कह रहे थे अपने शब्दों में बताइए?
उत्तर: बाजार के लोग स्त्री के विषय में बड़े ही घृणा पूर्ण शब्द कह रहे थे। एक व्यक्ति थूकता हुआ उसे “बेहया” बोलता है, और दूसरा व्यक्ति अपनी दाढ़ी खुजाता हुआ उसे बोलता है कि जैसी नियत होती है, अल्लाह उसे वैसे ही बरकत देता है।
फुटपाथ पर खड़े एक व्यक्ति ने दियासलाई से कान को जाते हुए कहा कि इनके जैसे लोगों लिए रिश्ते और धर्म सब रोटी के टुकड़े के बराबर हैं। 

Q8. बुढ़िया को देखकर लेखक को अपने पड़ोस की संभ्रांत महिला की याद को क्यों आई?
उत्तर: बुढ़िया को देखकर लेखक को अपने पड़ोस की संभ्रांत महिला की याद इसलिए आई क्योंकि उस महिला का बेटा भी मृत्यु को प्राप्त हो गया था और वह संभ्रांत महिला पुत्र की मृत्यु के बाद अढ़ाई मास तक पलंग से उठ न सकी थी। उनके पड़ोस की वह महिला अमीर थी लेकिन पुत्र वियोग की अनुभूति उस गरीब खरबूजे बेचने वाली स्त्री के ही बराबर था। 

Q9. दुख के अधिकार पाठ के आधार पर बताइए कि लेखक ने उस रोती हुई महिला के दुख का अनुमान कैसे लगाया?
उत्तर: लेखक ने उस रोती हुई महिला के दुख का अनुभव अपने पड़ोस की संभ्रांत महिला के पुत्र वियोग की दशा को याद करके लगाया। जैसे वह महिला अपने पुत्र के मर जाने के बाद अढ़ाई मास तक पलंग से उठ न सकी और हर पंद्रह मिनट में उसको मूर्छा आ जाती थी और आंसू न रुक रहे थे। भले ही वह महिला अमीर थी और खरबूजे बेचने वाली स्त्री गरीब थी लेकिन थी तो दोनो मां ही, दुख का अनुभव और अभिभूति सबको बराबर होती है। 

Q10. बुढ़िया की उस विवशता का उल्लेख कीजिए जिसके कारण उसको सूतक में भी खरबूजे बेचने आना पड़ा दुख के अधिकार पाठ के आधार पर बताइए।
उत्तर: बुढ़िया के घर में सूतक था लेकिन उसकी बहू बुखार से तप रही थी और पिता के मर जाने के बाद बच्चे भी भूख से तड़प रहे थे अपने बेटे भगवानों के मृत शरीर को ढकने के लिए उसको एक सफेद कपड़े की जरूरत थी और घर में दान देने के बाद कुछ भी नहीं बचा था जिसको वह बेच कर इन सभी आवश्यकताओं की पूर्ति कर पाए इसलिए उसको विवश होकर सूतक में भी खरबूजे बेचने आना पड़ा। 

Q11. बुढ़िया ने अपने बेटे को बचाने के लिए कौन-कौन सी तरकीब अपनाई?
उत्तर: बुढ़िया ने अपने बेटे को बचाने के लिए ओझा से झाड़-फूंक करवाई। ओझा नागदेवता की पूजा करने को बोला तथा पूजा के लिए दान-दक्षिणा देने को बोला, अब गरीब बुढ़िया के घर में जितना अनाज था, सब दान-दक्षिणा में चला गया बाद में पूजा हुई लेकिन भगवाना बच न सका। 

Q12. भगवाना के मरने के बाद उसके परिवार की दयनीय स्थिति का वर्णन कीजिए?
उत्तर: भगवाना के सर्प के काटने पर उसके घर में चीजें थी वह सब उसको बचाने में किए गए दान में खर्च हो गए।
अब भगवाना के मृत शरीर को ढकने के लिए कपड़े खरीदने के भी पैसे नहीं थे, ऊपर से उसकी पत्नी और बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया था, उसकी पत्नी बुखार से तड़प रही थी तो उसके बच्चे भूख से मर रहे थे। 

Q13. खरबूजे बेचने वाली स्त्री से कोई खरबूजा क्यों नहीं खरीद रहा था?
उत्तर: खरबूजे बेचने वाली स्त्री से कोई खरबूजा इसलिए नहीं खरीद रहा था क्योंकि उस स्त्री का बेटा 1 दिन पहले मर चुका था और उसी स्त्री के घर में सूतक था, लोगों को भय था कि स्त्री के घर में सूतक होने से उसका खरबूजा जो खरीद कर प्रयोग करेगा उसके घर में भी कोई न कोई मृत्यु को प्राप्त हो जाएगा। 

Q14. बुढ़िया को कोई उधार क्यों नहीं दे रहा था?
उत्तर: बुढ़िया को कोई उधार इसलिए नहीं दे रहा था क्योंकि उसके घर का इकलौता कमाने वाला सदस्य मर चुका था। बुढ़िया के पास कमाई का कोई साधन नहीं था और तो और बेटे के इलाज में ओझा को दान दक्षिणा देने में घर का बचा कुचा अनाज आटा भी खत्म हो चुका था। अब उसको कोई उधार देकर अपने पैसे डुबाना नहीं चाहता था।

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