CBSE Class 9 Hindi Chapter 8 Geet Ageet (गीत-अगीत) Question Answers (Important) from Sparsh Book

 

Geet Ageet Class 9 Question Answers – Looking for Geet Ageet important questions and answers for CBSE Class 9 Hindi Sparsh Bhag 1 Book Chapter 8? Look no further! Our comprehensive compilation of important questions will help you brush up on your subject knowledge. 

सीबीएसई कक्षा 9 हिंदी स्पर्श भाग 1 पुस्तक पाठ 8 के लिए गीत-अगीत प्रश्न उत्तर खोज रहे हैं? आगे कोई तलाश नहीं करें! महत्वपूर्ण प्रश्नों का हमारा व्यापक संकलन आपको अपने विषय ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगा। कक्षा 9 के हिंदी प्रश्न उत्तर का अभ्यास करने से परीक्षा में आपके प्रदर्शन में काफी सुधार हो सकता है। हमारे समाधान इस बारे में एक स्पष्ट विचार प्रदान करते हैं कि उत्तरों को प्रभावी ढंग से कैसे लिखा जाए। हमारे गीत-अगीत प्रश्न उत्तरों को अभी एक्सप्लोर करें उच्च अंक प्राप्त करने के अवसरों में सुधार करें।

The questions listed below are based on the latest CBSE exam pattern, wherein we have given NCERT solutions to the chapter’s extract based questions, multiple choice questions, short answer questions, and long answer questions

 Also, practicing with different kinds of questions can help students learn new ways to solve problems that they may not have seen before. This can ultimately lead to a deeper understanding of the subject matter and better performance on exams. 

 

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गीत अगीत NCERT Solutions

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए –

प्रश्न 1 – नदी का किनारों से कुछ कहते हुए बह जाने पर गुलाब क्या सोच रहा है? इससे संबंधित पंक्तियों को लिखिए।
उत्तर
– जब नदी अपना दुःख कम करने के लिए किनारों से कुछ कहती हुई बह रही है तो किनारे पर एक गुलाब सोचने लगता है कि यदि भगवान उसे बोलने की शक्ति दी होती तो वह भी अपने सपनों के गीत सबको सुनाता। इससे संबंधित पंक्तियाँ निम्नलिखित हैं –
“देते स्वर यदि मुझे विधाता,
अपने पतझर के सपनों का
मैं भी जग को गीत सुनाता।“

प्रश्न 2 – जब शुक गाता है, तो शुकी के हृदय पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर
– जब सूर्य की किरणें पत्तों से छनकर आती हैं और तोते के पंखों का स्पर्श करती हैं तो तोता गाना गाने लगता है। उसका गाना सुनकर उसकी मादा भी गाना चाहती है लेकिन उसका गीत केवल तोते के प्यार में लिपट कर रह जाता है और उसके मुँह से कुछ नहीं निकलता। उधर तोते का गीत पूरे वन में गूँज रहा है और इधर उसकी मादा उसका गीत सुनकर फूले नहीं समा रही है।

प्रश्न 3 – प्रेमी जब गीत गाता है, तो प्रेमी की क्या इच्छा होती है?
उत्तर –
जब प्रेमी गीत गाता है तो प्रेमिका चोरी से छुप-छुप कर अपने प्रेमी का गाना सुनती है और मन में सोचती है कि वह उस गीत का हिस्सा क्यों नहीं बनती।

प्रश्न 4 – प्रथम छंद में वर्णित प्रकृति चित्रण को लिखिए।
उत्तर
– कविता के प्रथम छंद में नदी के बहने से जो दृश्य उत्पन्न होता है उसका कवि ने मनोहारी वर्णन किया है। नदी विरह के गीत गाते हुए बड़ी तेजी से बह रही है। ऐसा लगता है जैसे नदी किसी के बिछड़ने के दुःख में दुखी होते हुए गीत गाते हुए बड़ी तेजी से बह रही है। ऐसे में लगता है कि वह अपना दुःख कम करने के लिए किनारों से कुछ कहती हुई बहती जा रही है। कवि कहता है कि किनारे के पास में ही एक गुलाब चुपचाप यह सब देख रहा है और अपने मन में सोच रहा है कि यदि भगवान ने उसे भी बोलने की शक्ति दी होती तो वह भी पूरी दुनिया को अपने सपनों के गीत सुनाता। झरना भी बह-बह कर गीत गा रहा है और गुलाब किनारे पर चुपचाप खड़ा है।

प्रश्न 5 – प्रकृति के साथ पशु पक्षियों के संबंध की व्याख्या कीजिए।
उत्तर
– प्रकृति के साथ पशु पक्षियों का गहरा संबंध है। पशु पक्षी प्रकृति के बिना जीवित नहीं रह सकते। प्रकृति ही उन्हें आवास प्रदान करती है और भोजन प्रदान करती है।

प्रश्न 6 – मनुष्य को प्रकृति किस रूप में आंदोलित करती है? अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर –
मनुष्य को प्रकृति भिन्न रूपों में आंदोलित करती है। जब मनुष्य किसी कल कल बहती नदी को देखता है तो उसके संगीत में खो जाता है। जब मनुष्य हल्की बारिश देखता है तो उसमें सराबोर होना चाहता है। लेकिन जब तेज तूफान आता है तो मनुष्य उससे बचकर किसी सुरक्षित ठिकाने पर चला जाता है।

प्रश्न 7 – सभी कुछ गीत है, अगीत कुछ नहीं होता। कुछ अगीत भी होता है क्या? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर
– जब हमारी भावना हमारे होठों पर लयबद्ध तरीके से बाहर आती है तो उसे गीत कहते हैं। जब कोई भावना अंदर ही रहती है तो उसे अगीत कहते हैं। कभी कभी अगीत भी गीत बनकर स्फुटित हो उठता है। और प्रकृति के द्वारा किए गए शब्दों से कवि भी हैरान है और समझ नहीं पा रहा है कि कवि की भावनाऐं जो गीत बन कर बाहर आई है वह सुन्दर है या प्रकृति के बिना शब्दों वाला संगीत सुन्दर है।

प्रश्न 8 – ‘गीत अगीत’ के केंद्रीय भाव को लिखिए।
उत्तर
– इस कविता में कवि ने प्रत्यक्ष भावना और छुपी हुई भावना की तुलना की है। यह तुलना प्रकृति में छुपे अनेक सौंदर्य के सहारे से की गई है। नदी के गाने की तुलना गुलाब के मौन रहने से की गई है। शुक के गाने की तुलना शुकी के मौन से की गई है। प्रेमी के गाने की तुलना प्रेमिका के मौन से की गई है। इस तरह से इस कविता में कवि ने गीत और अगीत के माध्यम से प्रकृति का बड़ा ही मनोहारी वर्णन किया गया है।

संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए

प्रश्न 1 – अपने पतझर के सपनों का मैं जग को गीत सुनाता
उत्तर –
ये पंक्ति कविता के उस भाग से ली गई है जिसमें नदी की सुंदरता का वर्णन है। जब नदी गीत गाते हुए और किनारों से बातें करते हुए आगे बढ़ती है तो गुलाब चुपचाप यह सोचता है कि अगर भगवान ने उसे भी बोलने की शक्ति दी होती तो वह भी दुनिया को अपने सपनों के बारे में गा गाकर सुनाता।

प्रश्न 2 – गाता शुक जब किरण वसंती छूती अंग पर्ण से छनकर
उत्तर
– ये पंक्ति कविता के उस भाग से ली गई है जिसमें शुक और शुकी के प्रेम का वर्णन है। जब पत्तियों से छनकर आने वाली किरणें तोते के पंखों का स्पर्श करती हैं तो तोता गाने लगता है।

प्रश्न 3 – हुई न क्यों मैं कड़ी गीत की बिधना यों मन में गुनती है
उत्तर – ये पंक्ति कविता के उस भाग से ली गई है जिसमें प्रेमी और प्रेमिका का वर्णन है। जब प्रेमी गीत गाता है तो प्रेमिका सोचती है कि कितना अच्छा होता यदि वह उस गीत का एक हिस्सा बन जाती।

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Class 9 Hindi गीत-अगीत Question Answers Lesson 8 – सार-आधारित प्रश्न (Extract Based Questions)

सारआधारित प्रश्न बहुविकल्पीय किस्म के होते हैं, और छात्रों को पैसेज को ध्यान से पढ़कर प्रत्येक प्रश्न के लिए सही विकल्प का चयन करना चाहिए। (Extract-based questions are of the multiple-choice variety, and students must select the correct option for each question by carefully reading the passage.)

पद्यांश को पढ़कर पूंछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –

 

1)

गाकर गीत विरह के तटिनी
वेगवती बहती जाती है,
दिल हलका कर लेने को
उपलों से कुछ कहती जाती है।
तट पर एक गुलाब सोचता,
“देते स्वर यदि मुझे विधाता,
अपने पतझर के सपनों का
मैं भी जग को गीत सुनाता।”
गा-गाकर बह रही निर्झरी,
पाटल मूक खड़ा तट पर है।
गीत, अगीत, कौन सुंदर है?

 

i. विरह के गीत कौन गा रहा है?
(क) नदी
(ख) तट
(ग) गुलाब
(घ) पतझर
उत्तर: (क) नदी 

ii. पद्यांश में “तटिनी” शब्द का क्या अर्थ है?
(क) नदी
(ख) पेड़
(ग) नदी का किनारा
(घ) यमुना नदी
उत्तर: (क) नदी

iii. पद्यांश में “निर्झरी” शब्द का क्या अर्थ है?
(क) झरना
(ख) पेड़
(ग) नदी का किनारा
(घ) यमुना नदी
उत्तर: (क) झरना

iv.पद्यांश में “पाटल” शब्द का क्या अर्थ है?
(क) नदी
(ख) तट
(ग) गुलाब
(घ) पतझर
उत्तर: (ग) गुलाब

2)
बैठा शुक उस घनी डाल पर
जो खोंते पर छाया देती।
पंख फुला नीचे खोंते में
शुकी बैठ अंडे है सेती।
गाता शुक जब किरण वसंती
छूती अंग पर्ण से छनकर।
किंतु, शुकी के गीत उमड़कर
रह जाते सनेह में सनकर।
गूँज रहा शुक का स्वर वन में,
फूला मग्न शुकी का पर है।
गीत, अगीत, कौन सुंदर है?

दो प्रेमी हैं यहाँ, एक जब
बडे साँझ आल्हा गाता है,
पहला स्वर उसकी राधा को
घर से यहाँ खींच लाता है।
चोरी-चोरी खड़ी नीम की
छाया में छिपकर सुनती है, |
‘हुई न क्‍यों मैं कड़ी गीत की
बिधना’, यों मन में गुनती है।
वह गाता, पर किसी वेग से
फूल रहा इसका अंतर है।
गीत, अगीत, कौन सुंदर है? 

i. जब मादा तोता अंडे सेती तो शुक क्या कर रहा होता?
(क) खाना खोज रहा होता
(ख) वसंत गीत गा रहा होता
(ग) नाच रहा होता
(घ) मादा तोता को खाना खिला रहा होता
उत्तर: (ख) वसंत गीत गा रहा होता

ii. प्रेमी कौन-सा गाना गाता है?
(क) बसंत गीत
(ख) फाग गीत
(ग) आल्हा
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (ग) आल्हा 

iii. पद्यांश में “बिधना” शब्द का क्या अर्थ है?
(क) अभागी
(ख) भगवान
(ग) भाग्यशाली
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (ख) भगवान

iv. प्रेमिका प्रेमी का गीत कहां खड़ी होकर सुनती है?
(क) प्रेमी के सामने
(ख) नीम के पेड़ की छाया में
(ग) घर से
(घ) घर की छत से
उत्तर: (ख) नीम के पेड़ की छाया में

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Class 9 Hindi गीत-अगीत प्रश्न और उत्तर (including questions from Previous Years Question Papers)

 

1. नदी को बहते देखकर तट पर स्थित गुलाब क्या सोचता है?
उत्तर: नदी को बहते देखकर तट पर स्थित गुलाब यह सोचता है कि अगर भगवान ने मुझे भी स्वर दिए होते तो मैं भी पूरी दुनिया को पतझर के सपने सुनाता। 

2. प्रेमी के गीत को सुनकर प्रेमिका क्या सोचती है?
उत्तर: प्रेमी के गीत को सुनकर प्रेमिका यह सोचती है कि हे भगवान! मैं इस गीत की एक कड़ी क्यों नहीं हूं। 

3. जब शुक गाता है, तो शुकी के हृदय पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर: जब शुक गाता है तो गीत के स्वर पत्तियों से छनकर शुकी के हृदय को छू जाते हैं और वह गीत के स्वर शुकि के प्रेम से मिल जाते हैं। 

4. ‘हुई न क्‍यों मैं कड़ी गीत की
बिधना’, यों मन में गुनती है। इस पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए?
उत्तर: जब प्रेमी शाम के समय प्यार से आल्हा गाता है तो उसकी प्रेमिका उसका गाना सुनने के लिए अपने घर से भागने को मजबूर हो जाती है और वह नीम के पेड़ के पीछे खड़ी होकर उसका गाना सुनती है गाना सुनते सुनते वह अपने मन में यह गुनगुनाती है कि हे भगवान मैं इस गीत की एक कड़ी क्यों नहीं हुई। 

5. “देते स्वर यदि मुझे विधाता,
अपने पतझर के सपनों का
मैं भी जग को गीत सुनाता।” इस पंक्ति का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: कवि बता रहे हैं कि नदी झर-झर की आवाज करके बहते हुई जा रही है तभी उसके तट पर खिला एक गुलाब मन ही मन कहता है कि हे ईश्वर यदि आपने मुझे नदी की तरह बोलने का वरदान दिया होता तो मैं भी इस दुनिया को अपने पतझड़ के सपनों के बारे में सुनाता। 

6. गीत अगीत पाठ का केंद्रीय भाव अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर: गीता अगीत पाठ में लेखक एक गुलाब और एक प्रेमिका के मन की विवशता का वर्णन करते हुए बता रहे हैं कि जब नदी झरझर की आवाज करते हुए जाती है तो उसके तट पर उपस्थित एक गुलाब यह सोचता है कि काश मुझे भी भगवान अगर बोलने की क्षमता देते तो मैं भी अपने पतझड़ के सपनों को दुनिया के सामने प्रस्तुत करता ठीक उसी प्रकार जब प्रेमी आल्हा गाता है तो उसकी प्रेमिका घर से भाग कर चली आती है और नीम के पेड़ के पीछे छुपके उसका स्वर सुनती हुई भगवान से कहती है कि हे! भगवान काश मैं इस स्वर की एक कड़ी क्यों न हूं। 

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Sparsh Bhag 1 and Sanchayan Bhag 1 Book Important Questions

 

 

 

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