CBSE Class 11 Hindi Aroh Bhag 1 Book Chapter 7 जामुन का पेड़Question Answers
Jaamun Ka Ped Class 11 – CBSE Class 11 Hindi Aroh Bhag-1 Chapter 7 Jaamun Ka Ped Question Answers. The questions listed below are based on the latest CBSE exam pattern, wherein we have given NCERT solutions of the chapter, extract based questions, multiple choice questions, short and long answer questions.
सीबीएसई कक्षा 11 हिंदी आरोह भाग-1 पुस्तक पाठ 7 जामुन का पेड़ प्रश्न उत्तर | इस लेख में NCERT की पुस्तक के प्रश्नों के उत्तर तथा महत्वपूर्ण प्रश्नों का व्यापक संकलन किया है।
Also See : जामुन का पेड़ पाठ सार Class 11 Chapter 7
Jaamun Ka Ped Question and Answers (जामुन का पेड़ प्रश्न-अभ्यास )
प्रश्न 1 – बेचारा जामुन का पेड़। कितना फलदार था।
और इसकी जामुनें कितनी रसीली होती थीं।
(क) ये संवाद कहानी के किस प्रसंग में आए हैं?
(ख) इससे लोगों की कैसी मानसिकता का पता चलता है?
उत्तर – (क) ये संवाद सेक्रेटेरियेट के लॉन में जामुन के पेड़ के गिरने से संबंधित हैं। रात की आँधी में सेक्रेटेरियट के लॉन में खड़ा जामुन का पेड़ गिर गया। उसके नीचे एक आदमी दब गया। सुबह माली ने उसे देखा और क्लकों को सूचना दे दी। वहाँ सभी इकट्ठे हो जाते हैं। वे सभी जामुन के पेड़ की प्रशंसा में चर्चा करते हैं किंतु उन्हें उसके नीचे दबे व्यक्ति की कोई चिंता नहीं है।
(ख) इससे लोगों की संवेदनशून्यता तथा स्वार्थपरता का पता चलता है। सरकारी अमले को जामुन के पेड़ से लाभ मिलता था, अत: वे उसके गुण गाते थे तथा उसके गिरने का दुख व्यक्त कर रहे थे। उन्हें दबे हुए जिंदा आदमी की पीड़ा से कुछ लेना-देना नहीं है।
प्रश्न 2 – दबा हुआ आदमी एक कवि है, यह बात कैसे पता चली और इसे जानकारी का फाइल की यात्रा पर क्या असर पड़ा?
उत्तर – जब रात को माली ने दबे हुए आदमी के मुँह में खिचड़ी डाली तो उसे यह भी बताया कि तुम्हारे लिए सेक्रेटरियों की मीटिंग होगी और मामला शीघ्र ही निपट जाएगा। इस पर दबे हुए आदमी ने मिर्जा गालिब का एक शेर कह डाला – “ये तो माना कि तगाफुल न करोगे, लेकिन खाक हो जाएँगे हम तुमको खबर होने तक।” यह सुनकर माली ने पूछा, “क्या तुम शायर हो?’
दबे हुए आदमी ने कहा ‘हाँ’ तो माली ने चपरासी को, चपरासी ने क्लर्क और क्लर्क ने हेडक्लर्क को बताया और पूरे विभाग में यह सूचना फैल गई। यह निर्णय लिया गया कि न एग्रीकल्चर और न ही हॉर्टीकल्चर, इस व्यक्ति की फ़ाइल कल्चरल डिपार्टमेंट को दे दी जाए। अब फ़ाइल पर नए सिरे से विचार होने लगा। इसे साहित्य अकादमी की केंद्रीय शाखा का मेंबर चुन लिया गया। पत्नी को भत्ता देने की बात भी कही गई पर पेड़ की बात वहीं की वहीं रही। उसे काटना संभव न हुआ। इस बात की फ़ाइल जहाँ की तहाँ रही।
प्रश्न 3 – कृषि-विभाग वालों ने मामले को हॉर्टीकल्चर विभाग को सौंपने के पीछे क्या तर्क दिया?
उत्तर – कृषि विभाग वालों ने तर्क दिया कि कृषि विभाग को अनाज और खेती-बाड़ी से संबंधित मामलों में फैसले लेने का अधिकार है। जामुन का पेड़ फलदार वृक्ष है, इसलिए यह मामला हॉर्टीकल्चर विभाग के अंतर्गत आता है। उन्हें ही इस विषय में फैसला लेना चाहिए। उन्होंने फाइल हॉर्टीकल्चर विभाग को सौंप दी।इस प्रकार प्रशासनिक भाषा में बात कर उन्होंने भी अपना पल्ला झाड़ लिया। दबे हुए आदमी के प्रति मानवीय संवेदना तो दूर-दूर तक न थी। कार्यालयों की कार्यप्रणाली का यथार्थ चित्रण है।
प्रश्न 4 – इस पाठ में सरकार के किन-किन विभागों की चर्चा की गई है और पाठ से उनके कार्य के बारे में क्या अंदाजा मिलता है?
उत्तर – इस पाठ में अनेक सरकारी कार्यालयों के नामों का उल्लेख किया गया है जिनमें से प्रथम है, सेक्रेटेरियेट जो सरकारी सचिवालय है। दूसरा हार्टीकल्चर विभाग जो उद्यानों की व्यवस्था देखता है। बाग-बगीचे लगाता है। एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट जो कृषि विभाग होने के नाते फ़सल और पैदावार आदि की व्यवस्था देखता है। पुलिस विभाग कानून-व्यवस्था देखने का दावा करता है। मेडिकल डिपार्टमेंट जो रोगियों और बीमारों का इलाज करता है। कल्चरल डिपार्टमेंट जो कि सांस्कृतिक मामलों से संबंध रखता है; कवि, कलाकार, चित्रकार आदि को प्रोत्साहन देता है। इस पाठ में इनमें से एक भी विभाग सही ढंग से अपना काम नहीं कर रहा। सभी विभाग औपचारिकताओं में पड़ गए हैं। वे संवेदन शून्य होकर रह गए हैं। उन्हें किसी मनुष्य के मरने-जीने का भी इतना ध्यान नहीं है जितना औपचारिकताएँ निभाने का है।
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर – (Important Question Answers)
प्रश्न 1 – कहानी में कौन-कौन से विभागों के नाम सम्मिलित है?
उत्तर – कहानी में निम्न विभागों के नाम सम्मिलित है –
व्यापार विभाग, कृषि विभाग, बागवानी विभाग, मेडिकल- विभाग, कल्चरल-विभाग, फ़ॉरेस्ट-विभाग, विदेश-विभाग।
प्रश्न 2 – पाठ से विभिन्न सरकारी विभागों के बारे में क्या पता चलता है?
उत्तर – पाठ से पता चलता है कि किसी भी सरकारी विभाग में संवेदना नही हैI हर सरकारी विभाग अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहता है। चाहे फिर वह व्यापार विभाग हो या फिर कृषि विभाग या बागवानी विभाग या फिर कोई अन्य विभाग। सभी केवल काम को टालने में लगे रहते हैं और वहाँ काम कर रहे सभी व्यक्ति संवेदनशून्य हो गए हैं।
प्रश्न 3 – पाठ का शीर्षक ‘जामुन का पेड़’ सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण दबे हुए आदमी की उपेक्षा करता है ; इस कथन के पक्ष अथवा विपक्ष में तर्क दीजिए।
उत्तर – यह पाठ एक हास्य-व्यंग्य कथा है। इसमें सरकारी कार्यालयों की त्रुटिपूर्ण कार्य-प्रणाली पर बल दिया गया है। उनकी लचर व्यवस्था पर करारी चोट की गई है जो कहीं-कहीं अतिशयोक्तिपूर्ण भी हो गई है। इस प्रकार के वर्णन में सारी कथा अंधड में गिरे पेड पर निर्भर करती है। पेड़ के नीचे दबा आदमी तो सभी विभागों और उच्चाधिकारियों के लिए महत्त्वहीन है। तभी पेड़ के कारण विदेशी संबंध बिगड़ने और आदमी को काटने की बात कही गई है। यदि इसे देखें तो शीर्षक भी आदमी को छोड़कर पेड़ के लिए ही ‘जामुन का पेड़’ रखा गया है जो अपने-आप में व्यंग्य का एक पुट लिए हुए है।
प्रश्न 4 – जामुन का पेड़ काटने से कौन-से देश से भारत के संबंध बिगड़ने की संभावना थी और क्यों?
उत्तर – जामुन का पेड़ काटने पर पीटोनिया राज्य से संबंध सदा के लिए बिगड़ जाने की संभावना थी। कारण यह था कि इस पेड़ को दस साल पूर्व पीटोनिया राज्य के प्रधानमंत्री ने स्वयं सेक्रेटेरियेट के लॉन में अपने हाथों से लगाया था। अतः आदमी की जान का क्या? एक देश के साथ बने-बनाए संबंधों को बिगाड़ना अनुचित था। इसलिए पेड़ को काटने की बात वहीं रोक दी गई थी।
प्रश्न 5 – जामुन के पेड़ के नीचे दबे व्यक्ति को माली क्या बताता है?
उत्तर – जामुन के पेड़ के नीचे दबे व्यक्ति को माली बताता है की उसका मामला सेक्रेटरियेट के सारे सेक्रेटरियों की मीटिंग में भेजा जायेगा तब तक आपको थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा। संभावना है कि अब जल्द ही आपको इस पेड़ से मुक्ति मिल जाएगी।
प्रश्न 6 – जामुन के पेड़ के नीचे व्यक्ति दब गया है यह देखने के लिए जमा हुयी भीड़ में क्लर्क आपस में क्या बात कर रहे थे?
उत्तर – पेड़ के पास जमा भिड़ में एक क्लर्क बोला “बेचारा जामुन का पेड़। कितना फलदार था” उसके जवाब में दूसरा क्लर्क बोला “और इसकी जामुने कितनी रसीली होती थी!” तीसरा क्लर्क बोला “मैं फलों के मौसम में झोली भरकर ले जाता था, मेरे बच्चे इसकी जामून कितनी खुशी से खाते थे।” किसी को भी पेड़ के निचे पड़े आदमी से संवेदना नहीं थी। कोई भी उस आदमी को वहाँ से निकालने की बात नहीं कर रहा था।
प्रश्न 7 – इस पाठ में से किन्हीं दो करुणापूर्ण दृश्यों का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
उत्तर – पहला – पूरे पाठ में माली एक ऐसा पात्र है जो मानवीय संवेदना के आधार पर दबे हुए आदमी के साथ सदैव बना रहता है। उसे निकालने के लिए सबसे निवेदन करता है। रात को उसके मुँह में दाल-चावल या खिचड़ी डालता है। जब वह दबे हुए आदमी के मुँह में भोजन डालता है तो हमारे मन में करुणा का भाव आता है। दूसरा – पाठ का अंतिम दृश्य जब प्रधानमंत्री ने स्वयं सारी ज़िम्मेदारी अपने सिर पर लेकर पेड़ काटने का हुक्म दिया। ‘फ़ाइल पूर्ण हो ‘गई’ के साथ यह दृश्य आया कि दबे हुए आदमी का जीवन पूरा हो गया। उसकी साँसें रुक गईं, शरीर ठंडा पड़ गया और मुँह में चींटियों की एक कतार जा रही थी। इसे देखकर हमारा हृदय करुणा से भर उठता है।
प्रश्न 8 – ‘सरकारी दफ्तरों में औपचारिकताओं की उलझन मनुष्य के जीवन से भी बड़ी है।’ पाठ के आधार पर कथन की सत्यता सिद्ध कीजिए।
उत्तर – पाठ के आधार पर यह कथन पूर्णतया सत्य है। एक सामान्य-सी घटना थी कि पेड़ के नीचे एक आदमी दबा है तो किसी भी तरह से निकाल देना चाहिए था। पेड़ सरकारी दफ्तर के लॉन में गिरा था, इसलिए यह घटना भी सरकारी हो गई। कुछ लोग मिलकर जब उसे उठाने ही वाले थे तो सुपरिंटेंडेंट ने आकर उन्हें रोक दिया और डिप्टी सेक्रेटरी, ज्वाइंट सेक्रेटरी, अंडर सेक्रेटरी, चीफ़ सेक्रेटरी, मिनिस्टर और न जाने कौन-कौन इस समस्या में कूद पड़े। अनेक विभागों में उसकी फ़ाइल चलने लगी। उद्यान विभाग, वन-विभाग, व्यापार एवं कृषि विभाग में समस्या ऐसी उलझ गई कि विदेश मंत्रालय भी बीच में आ गया। कल्चरल-विभाग, मेडिकल-विभाग के कारण और उलटी-सीधी बातें चलती रहीं, पर आदमी वहीं दबा रहा। जब तक फ़ाइल पूरी हो पाई मौत से संघर्ष कर रहे उस आदमी की जिंदगी ही पूरी हो गई।
प्रश्न 9 – आपके अनुसार ‘जामुन का पेड़’ पाठ में सबसे मूर्खतापूर्ण कौन-सा प्रसंग है?
उत्तर – यूँ तो सारी प्रक्रिया ही व्यंग्य के साथ-साथ हास्यास्पद है, परंतु जिस समय एक मनचला आदमी यह सुझाव देता है कि पेड़ नहीं काटा जा सकता तो आदमी को काट लिया जाए। आधा-आधा शरीर दोनों तरफ से निकालकर प्लास्टिक सर्जरी करवा ली जाए। मेडिकल-विभाग को यह कार्य सौंप दिया जाता है और उन्होंने आकर दबे हुए आदमी के रक्तचाप, रक्त और धड़कन आदि की जाँच के बाद जो रिपोर्ट भेजी वह सर्वाधिक हास्यास्पद है। उस रिपोर्ट में कहा गया था कि ‘इस आदमी की सर्जरी हो जाएगी और सफल भी रहेगी पर आदमी मर जाएगा।’ हमारे अनुसार यही प्रसंग मूर्खता की चरम सीमा है।
प्रश्न 10 – पेड़ के बजाय आदमी को काटने की सलाह पर अपने विचार व्यक्त करें।
उत्तर – सरकारी निष्क्रियता, संवेदनहीनता की यह पराकाष्ठा है। सरकार की नज़र में मानवीयता कुछ नहीं है। पेड़ को काटने की बजाय जिंदा मनुष्य को काट देना यह मूर्खतापूर्ण कार्य सरकार में ही हो सकते हैं। इससे पता चलता है कि अपनी बला टालने या अफसरों को खुश करने के लिए निरर्थक, मूर्खतापूर्ण सुझाव भी दिए जा सकते हैं।
प्रश्न 11 – बागवानी विभाग के सेक्रेटरी ने क्या जवाब भेजा था?
उत्तर – बागवानी विभाग के सेक्रेटरी ने बड़ा ही मूर्खता पूर्ण जवाब भेजा था जिसमे उन्होंने कहा था कि बागवानी विभाग अभी पेड़ लगाओ योजना पर काम कर रहा है इसलिए अभी कोई फलदार वृक्ष को नहीं काट सकता है।
प्रश्न 12 – जामुन का पेड़ गिर जाने पर वहाँ इकठ्ठा हुए लोगों की बातों से उनकी किस मानसिकता का पता चलता है?
उत्तर – जामुन का पेड़ गिर जाने पर वहाँ इकठ्ठा हुए लोगों की बातों से उनकी संवेदनशून्य मानसिकता का पता चलता है। जामुन के पास खड़ी भीड़ को इसके नीचे दबे व्यक्ति के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है। इसके विपरित वे उस पेड़ और उसके जामुन को याद करके शोक करते हैं, जिससे पता चलता है कि लोग कैसे स्वार्थी और असंवेदनशील हो रहे हैं।
प्रश्न 13 – जामुन का पेड़ गिर जाने पर जब वहाँ दफ्तर के लोग इकठ्ठा हुए तो उनकी क्या प्रतिक्रिया थी?
उत्तर – जामुन का पेड़ गिर जाने पर जब वहाँ दफ्तर के लोग इकठ्ठा हुए तो उनकी प्रतिक्रिया बहुत ही अमानवीय थी। रात के तूफान में सचिवालय के लॉन पर खड़ा जामुन का पेड़ गिर गया और एक आदमी उसके नीचे दब गया। सुबह माली ने इसे देखा और क्लर्कों को सूचित किया। वे सभी वहाँ इकठ्ठा हुए और सभी जामुन की यादों और संस्मरणों में गायब जामुन के पेड़ के गुणों को कह रहे थे कि “बेचारा जामुन का पेड़, कितना फलदार था और इसकी जामुन कितनी रसीली होती थी” लेकिन उनमें से कोई भी जामुन के नीचे दबे व्यक्ति के बारे में चिंता नहीं कर रहा था कि वह व्यक्ति जिंदा है या मर गया है या उस व्यक्ति को कैसे निकाला जा सकता है।
प्रश्न 14 – कृषि विभाग ने जामुन के पेड़ के नीचे दबे व्यक्ति का मामला बागवानी विभाग को भेजने के लिए क्यों कहा?
उत्तर – कृषि विभाग ने जामुन के पेड़ के नीचे दबे व्यक्ति का मामला बागवानी विभाग को भेजने के लिए कहा क्योंकि कृषि विभाग के अनुसार कृषि विभाग के पास अनाज और खेती से सम्बन्धित मामलों में निर्णय लेने का अधिकार है। जामुन एक फलदार पेड़ है इसलिए मामला बागवानी विभाग के अंतर्गत आता है और उन्हें ही इस मामले में फैसला लेना चाहिए। इसके बाद उन्होंने फाइल बागवानी विभाग को सौंप दी।
प्रश्न 15 – जामुन के पेड़ के नीचे दबा हुआ व्यक्ति जब कविता बोलता है तब उसके बाद क्या कार्यवाही होती है?
उत्तर – जब माली पेड़ के नीचे दबे व्यक्ति को बताता है कि उसका मामला सेक्रेटरियेट के सारे सेक्रेटरीयों की मीटिंग में रखा जाएगा तो उसी समय व्यक्ति के मुँह से एक कविता निकल जाती है जिससे माली को पता चलता है कि व्यक्ति कवि है। माली दफ्तर के सभी लोगों को बता देता है कि पेड़ के नीचे दबा हुआ व्यक्ति एक कवि हैं जैसे ही यह खबर फैलती है वैसे ही व्यक्ति का मामला संस्कृति विभाग को भेज दिया जाता है। संस्कृति विभाग में भी उस व्यक्ति के लिए कोई कार्यवाही नहीं की जाती बल्कि कवि लोग उसके चारों और इकठ्ठा हो कर उसे कवितायेँ सुनाने लगते हैं किसी को भी उस व्यक्ति के दर्द और पीड़ा से लेना-देना नहीं होता।
प्रश्न 16 – इस कहानी में कौन-कौन से रस हैं?
उत्तर – इस कहानी में हास्य रस के साथ-साथ करुणा रस भी है। इस कहानी में एक व्यक्ति एक पेड़ के नीचे दब गया है और लोग एक भीड़ में चारों ओर खड़े हैं। वे सभी जामुन के पेड़ के रसदार जामुन की चर्चा कर रहे हैं लेकिन दबे हुए व्यक्ति को बचाने की कोई कोशिश नहीं कर रहा है। क्लर्कों, अधिकारियों और विभागों को भद्दी हरकतें हास्य के साथ-साथ उस व्यक्ति की परिस्थिति पर करुणा जगाती है। माली केवल उस पर दया करता है और उसे भोजन देता है। इस कहानी में लोगों की अति संवेदनहीनता दिखाई देती है। संस्कृति विभाग के सचिव दबे हुए व्यक्ति को एकेडमी का सदस्य बनाते हैं तथा उनसे मिठाई माँगते हैं लेकिन उन्हें बचाने की कोशिश किसी ने नहीं की थी। देशों के आपसी सम्बन्ध के नाम पर आम आदमी की बलि दी जा सकती है। ये सभी घटनाएँ हास्य के साथ-साथ करुणा की गहराई को व्यक्त करती हैं।
प्रश्न 17 – ‘जामुन का पेड़’ पाठ का व्यंग्य स्पष्ट करें।
उत्तर – ‘जामुन का पेड़’ पाठ में कार्यालयी तौर-तरीकों में पाए जाने वाले विस्तार की निरर्थकता और पदों की क्रम संख्या की हास्यास्पद दशा पर करारी चोट की गई है। मानवीय संवेदना की कितनी उपेक्षा की जाती है, इस बात पर व्यंग्य किया गया है। एक मामूली-सी बात के लिए सरकारी दफ्तरों में कई-कई दिन लग जाते हैं। आरोप-प्रत्यारोप, ज़िम्मेदारी से पलायन और काम के प्रति उदासीनता के चलते एक व्यक्ति की जान चली गई तब कहीं जाकर उसकी फ़ाइलों का काम ख़त्म हो पाया। यदि पहले ही निर्णय किया गया होता तो बेचारा दबा हुआ आदमी बच जाता, लेकिन सरकारी दफ्तरों की लचर नीति ने उसकी जान ले ली।
बहुविकल्पीय प्रश्न और उत्तर (Multiple Choice Questions)
बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) एक प्रकार का वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन है जिसमें एक व्यक्ति को उपलब्ध विकल्पों की सूची में से एक या अधिक सही उत्तर चुनने के लिए कहा जाता है। एक एमसीक्यू कई संभावित उत्तरों के साथ एक प्रश्न प्रस्तुत करता है।
प्रश्न 1 – “जामुन का पेड़”, कहानी गद्द्य की कौन सी विधा में लिखी गई है –
(क) हास्य व्यंग कथा
(ख) वियोग व्यंग कथा
(ग) व्यंग कथा
(घ) हास्य कथा
उत्तर – (क) हास्य व्यंग कथा
प्रश्न 2 – “जामुन का पेड़” , कहानी के अनुसार रात को पेड़ कैसे गिर गया –
(क) आंधी – तूफान के कारण
(ख) भूकंप के कारण
(ग) बाद के कारण
(घ) बिजली गिरने के कारण
उत्तर – (क) आंधी – तूफान के कारण
प्रश्न 3 – जोर की आंधी आने से किसके लाँन पर खड़ा जामुन का पेड़ गिर पड़ा था –
(क) कृषि विभाग के
(ख) न्यायलय के
(ग) विदेश विभाग के
(घ) सचिवालय के
उत्तर – (घ) सचिवालय के
प्रश्न 4 – सचिवालय के लोन में कौन सा पेड़ गिरा था –
(क) इमली का
(ख) जामुन का
(ग) आम का
(घ) अमरुद का
उत्तर – (ख) जामुन का
प्रश्न 5 – जामुन का पेड़ कैसा था –
(क) मजबूत
(ख) बड़ा
(ग) फलदार
(घ) फूलदार
उत्तर – (ग) फलदार
प्रश्न 6 – जामुन के पेड़ के नीचे दबे हुए आदमी को सबसे पहले किसने देखा था –
(क) माली ने
(ख) कलर्क ने
(ग) ड्राइवर ने
(घ) चौकीदार ने
उत्तर – (क) माली ने
प्रश्न 7 – “बेचारा जामुन का पेड़ कितना फलदार था”। यह कथन किसका था –
(क) माली का
(ख) क्लर्क का
(ग) सेक्ट्री का
(घ) न्यायधीश का
उत्तर – (ख) क्लर्क का
प्रश्न 8 – व्यापार विभाग ने जामुन के पेड़ का मामला किसे सौंप दिया –
(क) स्वास्थ्य विभाग को
(ख) कल्चर विभाग को
(ग) विदेश विभाग को
(घ) कृषि विभाग को
उत्तर – (घ) कृषि विभाग को
प्रश्न 9 – जामुन के पेड़ का संबंध किस विभाग से माना गया –
(क) स्वास्थ्य विभाग से
(ख) कल्चर विभाग से
(ग) विदेश विभाग से
(घ) कृषि विभाग से
उत्तर – (घ) कृषि विभाग से
प्रश्न 10 – जामुन के पेड़ के नीचे दबे व्यक्ति को किसने खाना खिलाया –
(क) क्लर्क ने
(ख) माली ने
(ग) सेक्ट्री ने
(घ) कल्चर विभाग के अध्यक्ष ने
उत्तर – (ख) माली ने
प्रश्न 11 – मेडिकल डिपार्टमेंट ने जांच के लिए किसे भेजा था –
(क) सर्जन को
(ख) प्लास्टिक सर्जन को
(ग) विशेषज्ञ को
(घ) डॉक्टर को
उत्तर – (ख) प्लास्टिक सर्जन को
प्रश्न 12 – जामुन के पेड़ के नीचे दबे आदमी के कवि होने का पता चलने के बाद फाइल का संबंध किस विभाग से माना गया –
(क) स्वास्थ्य विभाग
(ख) कल्चर विभाग
(ग) विदेश विभाग
(घ) कृषि विभाग
उत्तर – (ख) कल्चर विभाग
प्रश्न 13 – जामुन के पेड़ के नीचे दबे व्यक्ति (कवि) की नवप्रकाशित रचना का क्या नाम था –
(क) फूल पर ओस
(ख) ओस के फूल
(ग) ओस और फूल
(घ) फूल और ओस
उत्तर – (ख) ओस के फूल
प्रश्न 14 – कवि या लेखक के मर जाने के बाद किसे वजीफा दिया जा सकता था –
(क) परिवार को
(ख) बच्चों को
(ग) किसी को भी नहीं
(घ) पत्नी को
उत्तर – (घ) पत्नी को
प्रश्न 15 – लोगों का सैलाब जामुन के पेड़ के नीचे दबे हुए आदमी को देखने के लिए क्यों उमड़ पड़ा क्योंकि वह –
(क) एक शायर / कवि था
(ख) एक लेखक था
(ग) मरने वाला था
(घ) एक कलाकार था
उत्तर – (क) एक शायर / कवि था
प्रश्न 16 – “तुम्हारी फाइल चल रही है, उम्मीद है कल तक फैसला हो जाएगा”। यह कथन किसका है –
(क) क्लार्क का
(ख) माली का
(ग) चोकीदार का
(घ) सेक्ट्री का
उत्तर – (ख) माली का
प्रश्न 17 – जामुन के पेड़ से संबंधित मामले को प्रधानमंत्री के सामने किसने रखा –
(क) कृषि विभाग ने
(ख) कल्चर विभाग ने
(ग) मेडिकल विभाग ने
(घ) विदेश विभाग ने
उत्तर – (घ) विदेश विभाग ने
प्रश्न 18 – जामुन के पेड़ को काटने का अंतिम आदेश किसने दिया –
(क) कृषि विभाग ने
(ख) विदेश विभाग ने
(ग) प्रधानमंत्री ने
(घ) राष्ट्रपति ने
उत्तर – (ग) प्रधानमंत्री ने
प्रश्न 19 – जामुन के पेड़ को हटाने की सरकारी कार्यवाही क्या दर्शाती हैं –
(क) सरकारी विभागों की संवेदनहीनता
(ख) सरकारी विभागों की कामचोरी
(ग) सरकारी विभागों की स्वार्थपरता
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 20 – जामुन के पेड़ पाठ में “फाइल के पूरा होने”, का क्या तात्पर्य है –
(क) जामुन के पेड़ के नीचे दबे व्यक्ति को पेड़ से मुक्ति मिलना
(ख) जामुन के पेड़ के नीचे दबे व्यक्ति का जीवन समाप्त हो जाना
(ग) जामुन के पेड़ को काटने का आदेश पास हो जाना
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (ख) जामुन के पेड़ के नीचे दबे व्यक्ति का जीवन समाप्त हो जाना
सार-आधारित प्रश्न Extract Based Questions
सार–आधारित प्रश्न बहुविकल्पीय किस्म के होते हैं, और छात्रों को पैसेज को ध्यान से पढ़कर प्रत्येक प्रश्न के लिए सही विकल्प का चयन करना चाहिए। (Extract-based questions are of the multiple-choice variety, and students must select the correct option for each question by carefully reading the passage.)
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
1 –
‘क्या मुश्किल है?’ माली बोला, ‘अगर सुपरिंटेंडेंट साहब हुक्म दें, तो अभी पंद्रह-बीस माली, चपरासी और क्लर्क लगाकर पेड़ के नीचे से दबे हुए आदमी को निकाला जा सकता है। माली ठीक कहता है, बहुत से क्लर्क एक साथ बोल पड़े ‘लगाओ ज़ोर, हम तैयार हैं। एक साथ बहुत से लोग पेड़ को उठाने को तैयार हो गए। ठहरो।” सुपरिंटेंडेंट बोला, ‘मैं अंडर-सेक्रेटरी से पूछ लूँ।” सुपरिटेंडेंट अंडर-सेक्रेटरी के पास गया। अंडर सेक्रेटरी डिप्टी सेक्रेटरी के पास गया। डिप्टी सेक्रेटरी ज्वाइंट सेक्रेटरी के पास गया। ज्वाइंट सेक्रेटरी चीफ़ सेक्रेटरी के पास गया। चीफ सेक्रेटरी मिनिस्टर के पास गया। मिनिस्टर ने चीफ़ सेक्रेटरी से कुछ कहा। चीफ़ सेक्रेटरी ने ज्वाइंट सेक्रेटरी से कुछ कहा। ज्वाईट सेक्रेटरी ने डिप्टी सेक्रेटरी से कहा। डिप्टी सेटरी ने अंडर सेक्रेटरी से कहा। फाइल चलती रही। इसी में आधा दिन बीत गया।
प्रश्न 1 – माली ने क्या सुझाव दिया?
(क) अगर सुपरिंटेंडेंट साहब हुक्म दें तो पंद्रह बीस आदमी मिलकर पेड़ को निकाल सकते है
(ख) अगर सुपरिंटेंडेंट साहब हुक्म दें तो पंद्रह बीस आदमी मिलकर आदमी को निकाला जा सकता है
(ग) अगर सुपरिंटेंडेंट साहब हुक्म दें तो पंद्रह बीस आदमी मिलकर पेड़ के नीचे से दबे हुए आदमी को निकाल सकते है
(घ) अगर सुपरिंटेंडेंट साहब हुक्म दें तो पंद्रह बीस आदमी मिलकर पेड़ को काट कर आदमी को निकाला जा सकता है
उत्तर – (ग) अगर सुपरिंटेंडेंट साहब हुक्म दें तो पंद्रह बीस आदमी मिलकर पेड़ के नीचे से दबे हुए आदमी को निकाला जा सकता है
प्रश्न 2 – गद्यांश में किस पर व्यय किया गया है?
(क) सरकारी कार्यालयों की कामटानू कार्यशैली पर
(ख) सरकारी कार्यालयों की जिमीदार कार्यशैली पर
(ग) सरकारी कार्यालयों की उत्तम कार्यशैली पर
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (क) सरकारी कार्यालयों की कामटानू कार्यशैली पर
प्रश्न 3 – हर काम को —————— तरीके से करना चाहिए –
(क) सहजता से
(ख) आडंबररहित
(ग) जिम्मेदारी से
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 4 – मानवीय सहानुभूति के कामों में तो कागजी कार्यवाई ———- होनी चाहिए –
(क) न्यूनतम
(ख) अधीकतम
(ग) कठोर
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (क) न्यूनतम
प्रश्न 5 – गद्यांश में सरकार में हर व्यक्ति को कैसा दर्शाया गया है –
(क) सरकार में हर व्यक्ति एक-दूसरे पर जिम्मेवारी टालता है
(ख) वे संवेदनशील विषयों पर भी शीघ्र निर्णय नहीं लेते
(ग) वे कागजी कार्यवाई में व्यस्त रहते हैं
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
2 –
दोपहर के खाने पर दबे हुए आदमी के चारों ओर बहुत भीड़ हो गई थी। लोग तरह-तरह की बातें कर रहे थे। कुछ मनचले क्लर्कों ने समस्या को खुद ही सुलझाना चाहा। वे हुकूमत के फैसले का इंतजार किए बिना पेड़ को अपने आप हटा देने का निश्चय कर रहे थे कि इतने में सुपरिंटेंडेंट फाइल लिए भागा-भागा आया। बोला – हम लोग खुद इस पेड़ को नहीं हटा सकते। हम लोग व्यापार-विभाग से संबंधित है, और यह पेड़ की समस्या है, जो कृषि विभाग के अधीन है। मैं इस फाइल को अर्जेंट मार्क करके कृषि विभाग में भेज रहा हूँ वहाँ से उत्तर आते ही इस पेड़ को हटवा दिया जाएगा।’
प्रश्न 1 – भीड़ कहाँ इकट्ठी हो गई –
(क) दबे हुए आदमी के चारों ओर
(ख) पेड़ के चारों ओर
(ग) सचिवालय के चारों ओर
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (क) दबे हुए आदमी के चारों ओर
प्रश्न 2 – भीड़ क्यों इकट्ठी हो गई –
(क) पेड़ को देखने के लिए
(ख) आदमी को देखने के लिए
(ग) पेड़ के निचे दबे आदमी को देखने के लिए
(घ) सचिवालय में दंगा करने के लिए
उत्तर – (ग) पेड़ के निचे दबे आदमी को देखने के लिए
प्रश्न 3 – मनचले क्लर्क किन्हें कहा गया है?
(क) जो पेड़ के नीचे दबे आदमी की पीड़ा को समझकर सहायता करने के लिए तत्पर थे
(ख) जो पेड़ के नीचे दबे आदमी की पीड़ा को नहीं समझ रहे थे
(ग) जो पेड़ को काट कर सचिवालय से हटाने के लिए तत्पर थे
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (क) जो पेड़ के नीचे दबे आदमी की पीड़ा को समझकर सहायता करने के लिए तत्पर थे
प्रश्न 4 – कुछ कलर्कों को मनचले क्लर्क क्यों कहा गया है?
(क) अफसरों की नजर में ये लोग अनुशासनहीन थे
(ख) क्योंकि वे अफसरों की जी हजूरी नहीं करते थे
(ग) क्योंकि वे पेड़ के नीचे दबे आदमी की पीड़ा को समझकर सहायता करने के लिए तत्पर थे
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 5 – क्लर्क पेड़ को हटाने में क्यों नहीं सफल हो सके?
(क) सुपरिटेंडेंट फाइल लेकर आया और कहा कि यह समस्या कृषि-विभाग की है हमारी नहीं। अत: क्लर्क पेड़ हटाने में सफल नहीं हो सके।
(ख) सुपरिटेंडेंट फाइल लेकर आया और कहा कि यह समस्या व्यापार-विभाग की है हमारी नहीं। अत: क्लर्क पेड़ हटाने में सफल नहीं हो सके।
(ग) सुपरिटेंडेंट फाइल लेकर आया और कहा कि यह समस्या विदेश-विभाग की है हमारी नहीं। अत: क्लर्क पेड़ हटाने में सफल नहीं हो सके।
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (क) सुपरिटेंडेंट फाइल लेकर आया और कहा कि यह समस्या कृषि-विभाग की है हमारी नहीं। अत: क्लर्क पेड़ हटाने में सफल नहीं हो सके।
3 –
हॉर्टीकल्चर डिपार्टमेंट का सेक्रेटरी साहित्य-प्रेमी आदमी जान पड़ता था। उसने लिखा था, ‘आश्चर्य है. इस समय जब हम पेड़ लगा स्कीम ऊँचे स्तर पर चला रहे हैं, हमारे देश में ऐसे सरकारी अफसर मौजूद हैं जो पेड़ों को काटने का सुझाव देते हैं, और वह भी एक फलदार पेड़ को, और वह भी जामुन के पेड़ को, जिसके फल जनता बड़े चाव से खाती है। हमारा विभाग किसी हालत में इस फलदार वृक्ष को काटने की इजाजत नहीं दे सकता।’
“अब क्या किया जाए?’’ इसपर एक मनचले ने कहा, “अगर पेड़ काटा नहीं जा सकता, तो इस आदमी ही को काटकर निकाल लिया जाए।’’
“यह देखिए,’’ उस आदमी ने इशारे से बताया, “अगर इस आदमी को ठीक बीच में से, यानी धड़ से काटा जाए तो आधा आदमी इधर से निकल आएगा, आधा
आदमी उधर से बाहर आ जाएगा और पेड़ वहीं का वहीं रहेगा।
प्रश्न 1 – गद्यांश में हॉर्टीकल्चर डिपार्टमेंट के सचिव को क्या कहा गया हैं –
(क) साहित्य-प्रेमी आदमी
(ख) कला-प्रेमी आदमी
(ग) वातावरण-प्रेमी आदमी
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (क) साहित्य-प्रेमी आदमी
प्रश्न 2 – हॉटकल्चर डिपार्टमेंट ने किस बात की इजाजत नहीं दी –
(क) जामुन का पेड़ काटने की
(ख) फलदार पेड़ काटने की
(ग) हराभरा पेड़ काटने की
(घ) सदियों पुराना पेड़ काटने की
उत्तर – (क) जामुन का पेड़ काटने की
प्रश्न 3 – हॉटकल्चर डिपार्टमेंट ने जामुन के पेड़ को काटने की इजाजत क्यों नहीं दी –
(क) उस समय वे ‘पेड़ लगाओ स्कीम बड़े स्तर पर चला रहे थे
(ख) वह एक फलदार पेड़ था
(ग) इसके फल जनता बड़े चाव से खाती थी
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 4 – इस गद्यांश में किस व्यवस्था पर व्यग्य किया गया है –
(क) गद्यांश में लालफीताशाही का पता चलता है
(ख) सरकारी विभागों में तालमेल नहीं होता
(ग) हर विभाग अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ना चाहता है, उनमें संवेदनशीलता नहीं होती
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 5 – पेड़ काटने की इजाजत न मिलने पर एक मनचले ने आदमी को पेड़ के निचे से निकालने के लिए क्या सुझाव दिया –
(क) अगर पेड़ काटा नहीं जा सकता, तो इस आदमी ही को काटकर निकाल लिया जाए।’’
(ख) अगर इस आदमी को ठीक बीच में से, यानी धड़ से काटा जाए तो आधा आदमी इधर से निकल आएगा, आधा आदमी उधर से बाहर आ जाएगा
(ग) आदमी को बीच से काटने पर पेड़ वहीं का वहीं रहेगा
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
4 –
दूसरे दिन माली ने चपरासी को बताया, चपरासी ने क्लर्क को, क्लर्क ने हैड क्लर्क को। थोड़ी ही देर में सेक्रेटेरियंट में यह अफ़वाह फैल गई कि दबा हुआ आदमी शायर है। बस, फिर क्या था। लोगों का झुंड का झुंड शायर को देखने के लिए उमड़ पड़ा। इसकी चर्चा शहर में भी फैल गई और शाम तक गली-गली से शायर जमा होने शुरू हो गए। सेक्रेटेरियेट का लॉन भाँति-भाँति के कवियों से भर गया और दबे हुए आदमी के चारों ओर कवि सम्मेलन का-सा वातावरण उत्पन्न हो गया। सेक्रेटेरियेट के कई क्लर्क और अंडर-सेक्रेटरी तक जिन्हें साहित्य और कविता से लगाव था, रुक गए। कुछ शायर दबे हुए आदमी को अपनी कविताएँ और दोहे सुनाने लगे। कई क्लर्क उसको अपनी कविता पर-आलोचना करने को मजबूर करने लगे।
जब यह पता चला कि दबा हुआ आदमी एक कवि है, तो सेक्रेटेरियेट की सब-कमेटी ने फैसला किया कि- चूँकि दबा हुआ आदमी एक कवि है, इसलिए इस फाइल का संबंध न एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट से है, न हॉर्टीकल्चर डिपार्टमेंट से, बल्कि सिर्फ कल्चरल डिपार्टमेंट से है। कल्चरल डिपार्टमेंट से अनुरोध किया गया कि जल्द से जल्द मामले का फैसला करके अभागे कवि को इस फलदार पेड़ से छुटकारा दिलाया जाए।
प्रश्न 1 – माली ने दूसरे दिन क्या सूचना दी?
(क) कि दबा हुआ आदमी शायर है
(ख) कि दबा हुआ आदमी कवि है
(ग) कि दबा हुआ आदमी लेखक है
(घ) कि दबा हुआ आदमी साहित्य-प्रेमी है
उत्तर – (क) कि दबा हुआ आदमी शायर है
प्रश्न 2 – माली की सूचना का क्या परिणाम हुआ?
(क) आदमी के शायर होने की अफवाह पूरे सचिवालय तथा शाम तक शहर की गली-गली में यह चर्चा फैल गई
(ख) दबे व्यक्ति के आसपास तथाकथित साहित्यकारों की भीड़ इकट्ठी होने लगी
(ग) दबे हुए आदमी के चारों ओर कवि सम्मेलन का-सा वातावरण उत्पन्न हो गया
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 3 – सरकारी कर्मचारियों ने क्या काम करना शुरू कर दिया?
(क) सचिवालय के साहित्य प्रेमी क्लर्क और अंडर सेक्रेटरी, वहाँ रुक गए
(ख) कुछ ने उसे अपनी कविताएँ व दोहे सुनाए
(ग) कुछ उससे अपनी कविता पर टिप्पणी करने को विवश तक करने लगे
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 4 – इस गद्यांश में निहित व्यग्य स्पष्ट करें।
(क) गद्यांश में मानवीय संवेदनहीनता का यथार्थ रूप दिखाया गया है
(ख) लोग दबे हुए कवि को देखने आते हैं, परंतु उसे बचाने का प्रयास नहीं करते। वे तमाशबीन हैं
(ग) साहित्य जगत के लोग भी अपनी शायरी के लिए समय-असमय का ध्यान नहीं रखते।
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 5 – जब यह पता चला कि दबा हुआ आदमी एक कवि है, तो फाइल किस डिपार्टमेंट को सौंपी गई –
(क) एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट
(ख) हॉर्टीकल्चर डिपार्टमेंट
(ग) कल्चरल डिपार्टमेंट
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (ग) कल्चरल डिपार्टमेंट
5 –
“मगर मुझे इस पेड़ के नीचे से तो निकालो!’’ दबे हुए आदमी ने कराहकर कहा। उसकी साँस बड़ी मुश्किल से चल रही थी और उसकी आँखों से मालूम होता था कि वह घोर पीड़ा और दुःख में पड़ा है।
‘यह हम नहीं कर सकते।’ सेक्रेटरी ने कहा, ‘और जो हम कर सकते थे, वह हमने कर दिया है, बल्कि हम तो यहाँ तक कर सकते हैं कि अगर तुम मर जाओ, तो तुम्हारी बीवी को क्ज़ीफा दे सकते हैं, अगर तुम दरख्वास्त दो, तो हम वह भी कर सकते हैं।’
‘मैं अभी जीवित हूँ।” कवि रुक रुककर बोला, ‘मुझे जिंदा रखो।’ ‘मुसीबत यह है, सरकारी साहित्य अकादमी का सेक्रेटरी हाथ मलते हुए बोला, ‘हमारा विभाग सिर्फ कल्चर से संबंधित है। पेड़ काटने का मामला कलम दवात से नहीं, आरी कुल्हाड़ी से संबंधित है। उसके लिए हमने फ़ॉरेस्ट डिपार्टमेंट को लिख दिया है और अर्जेन्ट लिखा है।
प्रश्न 1 – पेड़ के निचे दबे आदमी की हालत कैसे हो गई थी –
(क) उसकी साँस बड़ी मुश्किल से चल रही थी
(ख) उसकी आँखों से मालूम होता था कि वह घोर पीड़ा
(ग) वह घोर दुःख में पड़ा है
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 2 – सचिव कया काम नहीं कर सकता?
(क) आदमी को खाना पानी नहीं पीला सकता
(ख) अपने विभाग के विरुद्ध नहीं जा सकता था
(ग) दबे हुए शायर के ऊपर गिरे पेड़ को नहीं हटवा सकता था
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (ग) दबे हुए शायर के ऊपर गिरे पेड़ को नहीं हटवा सकता था
प्रश्न 3 – कल्चर विभाग क्या कार्य कर सकता हैं?
(क) कल्चर विभाग शायर को अपनी अकादमी का सदस्य बना सकता है
(ख) अगर शायर की मृत्यु हो जाए तो वह उसकी पत्नी को वज़ीफा भी दे सकता है।
(ग) पेड़ को काट सकता है
(घ) (क) और (ख) दोनों
उत्तर – (घ) (क) और (ख) दोनों
प्रश्न 4 – साहित्य अकादमी के सचिव की क्या मजबूरी है?
(क) उनका कार्यक्षेत्र केवल कल्चर तक है
(ख) उनका कार्यक्षेत्र केवल साहित्य तक है
(ग) उनका कार्यक्षेत्र केवल अकादमी तक है
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (क) उनका कार्यक्षेत्र केवल कल्चर तक है
प्रश्न 5 – कल्चर विभाग ने फाइल आगे किसको भेजी –
(क) एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट
(ख) हॉर्टीकल्चर डिपार्टमेंट
(ग) कल्चर डिपार्टमेंट
(घ) फ़ॉरेस्ट डिपार्टमेंट
उत्तर – (घ) फ़ॉरेस्ट डिपार्टमेंट
Also See :
Hindi Aroh Bhag 1 Book Lessons
- नमक का दरोगा Question Answers | NCERT Solutions Class 11 Chapter 1
- मियाँ नसीरुद्दीन पाठ सार Class 11 Chapter 2
- अपू के साथ ढाई साल पाठ सार Class 11 Chapter 3
- विदाई संभाषण पाठ सार Class 11 Chapter 4
- गलता लोहा पाठ सार Class 11 Chapter 5
- रजनी पाठ सार Class 11 Chapter 6
- भारत माता पाठ सार Class 11 Chapter 8
- कबीर के पद पाठ सार और व्याख्या Class 11 Chapter 9
- मीरा के पद पाठ सार और व्याख्या Class 11 Chapter 10
- घर की याद पाठ सार और व्याख्या Class 11 Chapter 11
- चंपा काले-काले अच्छर नहीं चीन्हती पाठ सार और व्याख्या Class 11 Chapter 12
- ग़ज़ल पाठ सार और व्याख्या Class 11 Chapter 13
- वचन पाठ सार और व्याख्या Class 11 Chapter 14
- सबसे खतरनाक पाठ सार और व्याख्या Class 11 Chapter 15
- आओ मिलकर बचाएँ पाठ सार और व्याख्या Class 11 Chapter 16
Hindi Aroh Bhag 1 Question Answers
- नमक का दरोगा Question Answers | NCERT Solutions Class 11 Chapter 1
- मियाँ नसीरुद्दीन Question Answers| NCERT Solutions Class 11 Chapter 2
- अपू के साथ ढाई साल Question Answers| NCERT Solutions Class 11 Chapter 3
- विदाई संभाषण Question Answers | NCERT Solutions Class 11 Chapter 4
- गलता लोहा Question Answers| NCERT Solutions Class 11 Chapter 5
- रजनी Question Answers| NCERT Solutions Class 11 Chapter 6
- भारत माता Question Answers | NCERT Solutions Class 11 Chapter 8
- कबीर के पद Question Answers| NCERT Solutions Class 11 Chapter 9
- मीरा के पद Question Answers| NCERT Solutions Class 11 Chapter 10
- घर की याद Question Answers| NCERT Solutions Class 11 Chapter 11
- चंपा काले-काले अच्छर नहीं चीन्हती Question Answers| NCERT Solutions Class 11 Chapter 12
- ग़ज़ल Question Answers| NCERT Solutions Class 11 Chapter 13
- वचन Question Answers| NCERT Solutions Class 11 Chapter 14
- सबसे खतरनाक Question Answers| NCERT Solutions Class 11 Chapter 15
- आओ मिलकर बचाएँ Question Answers| NCERT Solutions Class 11 Chapter 16
Hindi Vitan Bhag 1 Book Lessons
- भारतीय गायिकाओं में बेजोड़ – लता मंगेशकर पाठ सार Class 11 Chapter 1
- भारतीय गायिकाओं में बेजोड़ – लता मंगेशकर Question Answers | NCERT Solutions Class 11 Chapter 1
- राजस्थान की रजत बूंदें पाठ सार Class 11 Chapter 2
- राजस्थान की रजत बूंदें Question Answers | NCERT Solutions Class 11 Chapter 2
- आलो आँधारि पाठ सार Class 11 Chapter 3
- आलो आँधारि Question Answers | NCERT Solutions Class 11 Chapter 3
- भारतीय कलाएं पाठ सार Class 11 Chapter 4
- भारतीय कलाएं Question Answers | NCERT Solutions Class 11 Chapter 4
Hindi Abhivyakti Aur Madhyam Book Lessons
- जनसंचार माध्यम पाठ सार Class 11 Chapter 1
- जनसंचार माध्यम Question Answers | NCERT Solutions Class 11 Chapter 1
- पत्रकारिता के विविध आयाम पाठ सार Class 11 Chapter 2
- पत्रकारिता के विविध आयाम Question Answers| NCERT Solutions Class 11 Chapter 2
- डायरी लिखने की कला आयाम पाठ सार Class 11 Chapter 9
- डायरी लिखने की कला Question Answers | NCERT Solutions Class 11 Chapter 9
- कथा-पटकथा पाठ सार Class 11 Chapter 10
- कथा-पटकथा Question Answers | NCERT Solutions Class 11 Chapter 10
- कार्यालयी लेखन और प्रक्रिया पाठ सार Class 11 Chapter 14
- कार्यालयी लेखन और प्रक्रिया Question Answers | NCERT Solutions Class 11 Chapter 14