कार्यालयी पत्र (Official Letter in Hindi) – How to Write Official Letter in Hindi (Sarkari Patra)
Karyalay Patra (Official Letters in Hindi) – इस लेख में हम आपके लिए एक अत्यंत उपयोगी और महत्त्वपूर्ण विषय लेकर आए हैं—कार्यालयी पत्र। यह विषय कक्षा 9वीं और 10वीं की परीक्षाओं में अक्सर पूछा जाता है। इस लेख में आपको कार्यालयी पत्र से संबंधित सभी जानकारी प्रदान की गई है। इसे ध्यानपूर्वक पढ़ें और समझें कि कार्यालयी पत्र किन-किन विषयों पर लिखे जा सकते हैं। लेख में दिए गए उदाहरण (सैंपल) का बारीकी से अध्ययन करें। अंत में अभ्यास के लिए दिए गए प्रश्नों को हल करना न भूलें।
यह लेख न केवल आपकी परीक्षाओं में अच्छे अंक लाने में सहायक होगा, बल्कि भविष्य में भी कार्यालयी पत्र लिखने की आवश्यकता पड़ने पर आपको आत्मविश्वास देगा। आशा है, यह लेख आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
- परिचय
- कार्यालयी पत्र कैसे होने चाहिए
- कार्यालयी पत्र के प्रकार
- कार्यालयी-पत्र लिखते समय ध्यान देने योग्य बातें
- कार्यालयी पत्र का प्रारूप
- कार्यालयी पत्र के उदाहरण
- अभ्यास प्रश्न
- उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर
- Conclusion
परिचय Introduction
कार्यालयी पत्र वह लिखित माध्यम है जिसका उपयोग कार्यालय के कार्य-व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए किया जाता है। यह पत्राचार सभी प्रकार के कार्यालयों—सरकारी, अर्द्धसरकारी, या निजी संस्थानों और प्रतिष्ठानों में आवश्यक होता है। यह स्कूल और कॉलेज के प्रधानाध्यापकों और प्राचार्यों को, डाक अधीक्षक, समाचार पत्र के सम्पादक, परिवहन विभाग, थाना प्रभारी आदि को लिखे जाते हैं।
इन पत्रों के अंतर्गत केन्द्र सरकार के विभिन्न विभागों, विदेशी सरकारों या राज्य सरकारों के कार्यालयों, लोक निकायों, स्वायत्तशासी संस्थानों (जैसे नगर महापालिका, जिला परिषद् आदि), तथा गैर-सरकारी संस्थानों के बीच विभिन्न प्रयोजनों से पत्राचार किया जाता है। इस प्रकार के पत्र कार्यालयी पत्र कहलाते हैं।
कार्यालयी पत्र मुख्य रूप से कार्यालय के कार्यों को सुचारू रूप से संपन्न करने या उच्च अधिकारियों के आदेशानुसार तैयार किए जाते हैं। इन पत्रों में लेखक की व्यक्तिगत रुचि या विचार महत्वपूर्ण नहीं होते, बल्कि पत्र के उद्देश्य और औपचारिकता पर अधिक जोर दिया जाता है।
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कार्यालयी पत्र कैसे होने चाहिए (How should be official letters)
- स्पष्ट: पत्र का उद्देश्य और संदेश स्पष्ट हो।
- संक्षिप्तत: आवश्यक बातों को कम शब्दों में प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करें।
- औपचारिक भाषा: भाषा औपचारिक और मर्यादित होनी चाहिए।
- सटीकता: विषय और तथ्यों में सटीकता रखें।
- प्रारूप: कार्यालयी पत्र के मानक प्रारूप का पालन करें।
यह विधि न केवल पत्राचार को प्रभावी बनाती है, बल्कि कार्यालय की कार्य-प्रणाली को सुव्यवस्थित रखने में भी सहायक होती है।
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कार्यालयी पत्र के प्रकार (Types of Karyalay patra)
- सरकारी पत्र- एक कार्यालय दूसरे कार्यालय को पत्र भेजता है।
- शासनादेश- ये पत्र सरकारी निर्णयों से सम्बंधित होते हैं।
- अर्द्धसरकारी पत्र- किसी अधिकारी द्वारा दूसरे अधिकारी का व्यक्तिगत ध्यान आकर्षित कराने हेतु।
- आशसनिक या गैर सरकारी पत्र- ये पत्र सचिवालय में या विभागाध्यक्ष कार्यालयों में विभिन्न विभागों में परस्पर एक-दूसरे विभागों को कुछ आवश्यक निर्देशादि देने हेतु लिखे जाते हैं।
- परिपत्र- एक बड़े कार्यालय द्वारा अनेक कार्यालयों को एक साथ एक जैसी सूचना देने हेतु।
- संकल्प- इस तरह के पत्र में सरकार के विचार या संकल्प होते हैं।
- अधिसूचना- सरकार के महत्त्वपूर्ण निर्णय, सार्वजनिक महत्त्व के आदेश जनसाधारण को पहुंचाने हेतु।
- अनुस्मरण पत्र- किसी व्यक्ति/अधिकारी/विभाग को स्मरण दिलाने हेतु यह पत्र लिखा जाता है।
- प्रेस विज्ञप्ति- किसी कार्यालय द्वारा सर्वसाधारण के हित के लिए कोई सूचना समाचार-पत्र में प्रसारित कराना।
कार्यालयी-पत्र लिखते समय ध्यान देने योग्य बातें (Tips for writing Karyalay patra)
- कार्यालयी-पत्र नियमों में बंधे हुए होते हैं। इस प्रकार के पत्रों में औपचारिक भाषा का प्रयोग ध्यानपूर्वक किया जाना चाहिए। इसमें अनावश्यक बातों (कुशल-मंगल समाचार आदि) का उल्लेख नहीं किया जाना चाहिए।
- पत्र का आरंभ व अंत प्रभावशाली होना चाहिए।
- पत्र की भाषा-सरल, लेख-स्पष्ट व सुंदर होना चाहिए।
- इसमें सम्बोधन का विशेष महत्त्व होता है। जिस किसी भी विभाग को पत्र लिख रहे हैं, उसके अधिकारी को सम्बोधित करना चाहिए। जैसे- अगर आप शिक्षा विभाग में पत्र लिख रहे हैं तो लिखिए- माननीय शिक्षा मंत्री/महोदय जी का प्रयोग कीजिए।
- परीक्षा में पूछे गए प्रश्न में जिसको भी सम्बोधन करने के लिए कहा गया हो (राज्य शिक्षा मंत्री, ग्रामीण विकास मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, बिजली विभाग के अधिकारी, डाकघर के अधिकारी, राज्य के खाद्य मंत्री, पुरातत्व विभाग के अध्यक्ष, दूरदर्शन निदेशक, जल बोर्ड निगम अध्यक्ष, वन-विभाग के निदेशक, नगर-निगम अधिकारी, प्रधानाचार्य महोदय) उसी को सम्बोधित करते हुए पत्र लिखना चाहिए।
- विषय सदैव संक्षिप्त और स्पष्ट लिखना चाहिए।
- परीक्षा में शब्द सीमा के अनुसार ही पत्र लिखिए।
कार्यालयी पत्र का प्रारूप (Format of Karyalay patra)
कार्यालयी पत्र का प्रारूप औपचारिक और संरचित होता है। यह विषय की गंभीरता और आधिकारिकता को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करता है। सामान्यतः कार्यालयी पत्र का प्रारूप निम्नलिखित होता है:
- सेवा में: पत्र की शुरुआत ‘सेवा में’ लिखकर करें।
- प्राप्तकर्ता का पद और पता– जिस व्यक्ति या कार्यालय को पत्र भेजा जा रहा है, उसका पद, और पता स्पष्ट रूप से लिखा जाता है।
- दिनाँक: (Date)– पत्र लिखने की तारीख बाएँ ओर लिखी जाती है। इसका प्रारूप निम्नलिखित हो सकता है: दिनाँक: 24 दिसंबर, 2024
- विषय-(Subject)- पत्र जिस सन्दर्भ में लिख रहे हैं, विषय उसी के अनुसार छोटा व स्पष्ट लिखिए। जैसे- सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने हेतु आग्रह, विद्यालय की सुविधाओं में सुधार हेतु निवेदन, खाद्य पदार्थों में मिलावट के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित कराने हेतु आदि।
- संबोधन: (Salutation)- आधिकारिक संबोधन का उपयोग किया जाता है, जैसे:
- आदरणीय महोदय,
- माननीय महोदय,
- महोदय/महोदया जी
- मुख्य भाग (Body of the Letter)
पत्र का मुख्य भाग तीन खंडों में विभाजित होता है:
- प्रारंभिक परिचय: पत्र लिखने का उद्देश्य स्पष्ट करें।
- मुख्य जानकारी: विषय से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी और निर्देश दें।
- निष्कर्ष: धन्यवाद, अपेक्षा, या निर्देश के साथ समाप्त करें।
- औपचारिक समापन: (Closing)- औपचारिक शब्दों में पत्र समाप्त करें, जैसे: आपका विश्वासी/ भवदीय/भवदीया
- हस्ताक्षर: (Signature)-
पत्र के अंत में प्रेषक का नाम, पदनाम, और हस्ताक्षर अंकित किया जाता है। जैसे-
- नाम- अ. ब. स.
- पद- आवश्यकतानुसार
- पता- आवश्यकतानुसार
- संलग्नक: (Enclosures)– आवश्यकतानुसार (इस पत्र के अलावा यदि अन्य कोई दस्ताबेज़ आवश्यक हो तो संलग्नक में लिखिए।)
कार्यालयी पत्र के उदाहरण (Examples of karyalai patra)
यहाँ कुछ जरूरी उदाहरणों को प्रस्तुत किया गया है, जिनके आधार पर ही परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते हैं।
- आपके गाँव में माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नहीं है। गाँव में विद्यालय खोले जाने का अनुरोध करते हुए राज्य शिक्षा मंत्री को लगभग 120 शब्दों में उसे पत्र लिखिए।
सेवा में,
माननीय शिक्षा मंत्री,
मध्य प्रदेश
दिनाँक: 05/12/2024
विषय: गाँव में माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खोलने हेतु अनुरोध।
महोदय जी,
सविनय निवेदन है कि हमारे गाँव राधापुर, जो अवन्ति में स्थित है, में माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की सुविधा नहीं है। हमारे गाँव के विद्यार्थी प्राथमिक शिक्षा के बाद अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए 10-15 किलोमीटर दूर स्थित विद्यालयों पर निर्भर हैं। इससे बच्चों की शिक्षा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, और कई विद्यार्थी आगे की पढ़ाई छोड़ने पर मजबूर हो जाते हैं।
गाँव में विद्यालय की स्थापना से न केवल छात्रों का भविष्य उज्जवल होगा, बल्कि यह क्षेत्र के शैक्षणिक स्तर को भी ऊँचाई पर ले जाएगा। अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि इस दिशा में शीघ्र कदम उठाने की कृपा करें।
धन्यवाद।
भवदीय,
अ. ब. स.
संपर्क न.- 76XXXXXX45
- आपके क्षेत्र की सड़कें बदहाल अवस्था में हैं जिसके कारण आए दिन दुर्घटनाएँ होती रहती हैं। उसकी जानकारी देते हुए उपयुक्त कार्रवाई हेतु शहरी/ग्रामीण विकास मंत्री को लगभग 120 शब्दों में पत्र लिखिए।
सेवा में,
माननीय विकास मंत्री,
बिहार
दिनाँक: 06/12/2024
विषय: क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत हेतु अनुरोध।
महोदय जी,
सविनय निवेदन है कि हमारे क्षेत्र रायपुर की सड़कों की स्थिति अत्यंत खराब हो चुकी है। सड़कों पर गड्ढों और टूट-फूट के कारण आए दिन दुर्घटनाएँ हो रही हैं, जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। बरसात के दिनों में स्थिति और भी विकट हो जाती है।
इस समस्या के कारण यातायात बाधित होता है और मरीजों को अस्पताल ले जाने में देरी जैसी गंभीर समस्याएँ भी सामने आती हैं। अतः आपसे निवेदन है कि शीघ्र ही सड़कों की मरम्मत एवं पुनर्निर्माण का कार्य आरंभ किया जाए, ताकि आमजन को सुरक्षित और सुगम यातायात उपलब्ध हो सके।
धन्यवाद।
भवदीया,
अ. ब. स.
संपर्क न.- 81XXXXXX22
- अपने क्षेत्र की महिलाओं के लिए सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना हेतु मुख्यमंत्री को लगभग 120 शब्दों में पत्र लिखिए।
सेवा में,
माननीय मुख्यमंत्री जी,
हरियाणा
दिनाँक: 07/12/2024
विषय: महिलाओं के लिए सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना हेतु अनुरोध।
महोदय जी,
सविनय निवेदन है कि हमारे क्षेत्र रमपुरा की महिलाओं के पास आत्मनिर्भर बनने के सीमित अवसर हैं। यदि यहाँ एक सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की जाए, तो इससे महिलाओं को रोजगार के नए अवसर मिल सकेंगे और वे आर्थिक रूप से सशक्त बन सकेंगी।
हमारे क्षेत्र में कई महिलाएँ इस प्रकार का कौशल सीखने की इच्छुक हैं, लेकिन प्रशिक्षण की सुविधा न होने के कारण वे यह अवसर प्राप्त नहीं कर पातीं। प्रशिक्षण केंद्र से न केवल महिलाओं का सशक्तिकरण होगा, बल्कि यह क्षेत्र के विकास में भी सहायक सिद्ध होगा।
आपसे निवेदन है कि इस विषय में शीघ्र उचित कदम उठाने की कृपा करें।
धन्यवाद।
भवदीय,
क. ख. ग.
- अपने क्षेत्र के युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना हेतु मुख्यमंत्री को लगभग 120 शब्दों में एक पत्र लिखिए।
सेवा में,
माननीय मुख्यमंत्री जी,
उत्तराखंड
दिनाँक: 09/12/2024
विषय: कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना हेतु अनुरोध।
महोदय जी,
विनम्र निवेदन है कि हमारे क्षेत्र देवगढ़ के युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण सुविधाओं का अभाव है। इस कारण वे बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं और आर्थिक रूप से असक्षम हैं। यदि हमारे क्षेत्र में कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की जाए, तो युवाओं को आधुनिक तकनीकी और व्यावसायिक कौशल सीखने का अवसर मिलेगा।
यह प्रशिक्षण केंद्र न केवल युवाओं को आत्मनिर्भर बनाएगा, बल्कि राज्य की आर्थिक प्रगति में भी योगदान देगा। केंद्र में विभिन्न रोजगारपरक पाठ्यक्रम संचालित किए जा सकते हैं, जैसे कंप्यूटर शिक्षा, इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, सिलाई आदि।
आपसे निवेदन है कि इस महत्वपूर्ण विषय पर शीघ्र ध्यान देकर क्षेत्र में प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने की कृपा करें।
धन्यवाद।
भवदीय,
क. ख. ग.
- अपने क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना करने का अनुरोध करते हुए लगभग 120 शब्दों में स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखिए।
सेवा में,
माननीय स्वास्थ्य मंत्री,
उत्तर प्रदेश
दिनाँक: 10/12/2024
विषय: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना हेतु अनुरोध।
महोदय जी,
सविनय निवेदन है कि हमारे क्षेत्र हस्तिनापुर में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या के लिए लोगों को दूरस्थ अस्पतालों पर निर्भर रहना पड़ता है, जिससे समय और धन दोनों की हानि होती है। आपातकालीन स्थितियों में यह समस्या और भी गंभीर हो जाती है।
यदि यहाँ एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की जाए, तो स्थानीय निवासियों को प्राथमिक चिकित्सा और सामान्य उपचार की सुविधा यहीं मिल सकेगी। इससे स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा और रोगों के प्रसार को भी रोका जा सकेगा।
आपसे निवेदन है कि इस दिशा में शीघ्र उचित कार्रवाई करें।
धन्यवाद।
भवदीय,
अ. ब. स.
संपर्क न.- 99XXXXXX22
- वर्तमान समय में योग का महत्त्व सर्वविदित है। अपने क्षेत्र में एक योग प्रशिक्षण केंद्र खोले जाने का अनुरोध करते हुए स्वास्थ्य मंत्री को लगभग 120 शब्दों में एक पत्र लिखिए।
सेवा में,
माननीय स्वास्थ्य मंत्री,
मध्य प्रदेश,
दिनाँक: 11/12/2024
विषय: योग प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना हेतु अनुरोध।
महोदय जी,
सविनय निवेदन है कि हमारे क्षेत्र सीतापुरा में स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता और तनाव प्रबंधन की अत्यधिक आवश्यकता है। वर्तमान समय में योग के लाभ सर्वविदित हैं, क्योंकि यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के साथ-साथ जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों, जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप और अवसाद को नियंत्रित करने में सहायक है।
हमारे क्षेत्र में योग प्रशिक्षण केंद्र की अनुपस्थिति के कारण स्थानीय निवासी योग का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। अतः आपसे निवेदन है कि हमारे क्षेत्र में एक योग प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया जाए, जिससे नागरिकों को स्वस्थ और सशक्त जीवन जीने का अवसर मिल सके।
धन्यवाद।
भवदीया,
क. ख. ग.
संपर्क न.- 88XXXXXX27
- अपने क्षेत्र में आयुर्वेदिक औषधालय की स्थापना हेतु राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को लगभग 120 शब्दों में पत्र लिखिए।
सेवा में,
माननीय स्वास्थ्य मंत्री,
राजस्थान
दिनाँक: 19/11/2024
विषय: आयुर्वेदिक औषधालय की स्थापना हेतु अनुरोध।
महोदय जी,
विनम्र निवेदन है कि मैं अ. ब. स., रानोली क्षेत्र का निवासी हूँ। हमारे क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार की आवश्यकता है। विशेषकर आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति, जो प्राचीन भारतीय चिकित्सा प्रणाली है, यहाँ के नागरिकों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकती है। आयुर्वेदिक उपचार न केवल प्राकृतिक और किफायती हैं, बल्कि इनका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होता।
हमारे क्षेत्र में आयुर्वेदिक औषधालय की स्थापना से स्थानीय निवासियों को जड़ी-बूटियों और प्राकृतिक उपचारों का लाभ मिलेगा। यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने के साथ-साथ नागरिकों को पारंपरिक चिकित्सा पद्धति से जोड़ने में सहायक होगा।
आपसे विनम्र निवेदन है कि इस विषय में शीघ्र आवश्यक कार्रवाई करें।
धन्यवाद।
भवदीय,
अ. ब. स.
संपर्क न.- 71XXXXXX44
- आप जयपुर में रहने वाले चंद्रप्रकाश/चाँदनी हैं और हाल में ही आपने नया घर बनवाया है। उसके लिए बिजली का कनेक्शन लेने के लिए बिजली विभाग के अधिकारी को एक अनुरोध पत्र लगभग 120 शब्दों में लिखिए।
सेवा में,
बिजली विभाग अधिकारी,
जयपुर, राजस्थान
दिनाँक: 21/11/2024
विषय: नए घर के लिए बिजली कनेक्शन हेतु अनुरोध।
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैंने हाल ही में वैशाली नगर में एक नया घर बनवाया है और उसमें बिजली की सुविधा हेतु एक नया बिजली कनेक्शन चाहिए। घर का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है और अब बिजली की आवश्यकता है।
मैंने सभी आवश्यक दस्तावेज, जैसे घर का नक्शा, पहचान प्रमाण, और अन्य प्रपत्र संलग्न कर दिए हैं। कृपया मेरे आवेदन पर शीघ्र कार्रवाई करते हुए बिजली कनेक्शन कराने की प्रक्रिया आरंभ करें। इसके लिए यदि किसी अन्य जानकारी या दस्तावेज की आवश्यकता हो, तो कृपया मुझे सूचित करें।
आपकी अति कृपा होगी।
धन्यवाद।
भवदीय,
चंद्रप्रकाश
संपर्क न.- 96XXXXXX43
- आप पटना निवासी रोहन/रीना हैं। आपने कोलकाता के अपने मित्र को एक पार्सल भिजवाया पर वह पंद्रह दिन बाद भी उनको नहीं मिला। सम्बंधित डाकघर के अधिकारी को इस विषय में शिकायत पत्र लगभग 120 शब्दों में लिखिए।
सेवा में,
डाकघर अधिकारी,
पटना, बिहार
दिनाँक: 05/10/2024
विषय: पार्सल के विलंब से संबंधित शिकायत।
महोदय जी,
सविनय निवेदन है कि मैंने 21/09/2024 को आपके डाकघर से कोलकाता में स्थित अपने मित्र के पते पर एक पार्सल भेजा था। पार्सल में जरूरी दस्तावेज थे, जो अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं।
दुर्भाग्यवश, पंद्रह दिन बीतने के बाद भी वह पार्सल अभी तक उनके पते पर नहीं पहुँचा है। मैंने पार्सल का ट्रैकिंग नंबर 012XX3 का उपयोग करके जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की, लेकिन कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल सकी।
कृपया इस मामले की जाँच करके पार्सल को यथाशीघ्र गंतव्य तक पहुँचाने की व्यवस्था करें। साथ ही, मुझे इसकी स्थिति के बारे में सूचित करें। आपकी सहायता के लिए आभारी रहूँगा।
धन्यवाद।
भवदीया,
रोहन
संपर्क न.- 78XXXXXX76
- आप मोहन/मोहिनी हैं। आपके शहर में सभी प्रकार के खाद्द्य पदार्थों में मिलावट का धंधा जोर-शोर पर है। इस समस्या के प्रति ध्यान आकृष्ट करवाने के लिए अपने राज्य के खाद्य मंत्री को लगभग 80 शब्दों में एक ई-मेल लिखिए।
प्रेषक (From): mohan…@..com
प्रेषिती (To): foodminister..@…com
CC: आवश्यकतानुसार
BCC: आवश्यकतानुसार
विषय: खाद्य पदार्थों में मिलावट के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित कराने हेतु।
अभिवादन: माननीय खाद्य मंत्री जी,
मुख्य विषय वस्तु: सविनय निवेदन है कि हमारे शहर में सभी प्रकार के खाद्य पदार्थों में मिलावट का धंधा तेजी से फैल रहा है। इससे जनता की सेहत पर गंभीर असर पड़ रहा है। मिलावटी खाद्य पदार्थों का सेवन स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा रहा है। मैं आपसे निवेदन करता हूँ कि इस समस्या के समाधान के लिए कड़ी कार्रवाई की जाए और मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कानून लागू किए जाएँ।
समापन:आपकी अति कृपा होगी।
धन्यवाद।
अटैचमेंट ज्वाइन करें: आवश्यकता अनुसार
हस्ताक्षर: सादर,
मोहन
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अभ्यास प्रश्न – Practise Questions on Karyalai patr
- आप सुशील/सुशीला हैं और एक रिहायशी सोसाइटी में रहते हैं। इसमें किसी घर में एक व्यक्ति ने दफ्तर खोल लिया है। उससे होने वाली असुविधा के बारे में बताते हुए और रिहायशी सोसाइटी के नियमों से उसे अवगत कराने का अनुरोध करते हुए सोसाइटी के सचिव को लगभग 120 शब्दों में पत्र लिखिए।
- आप कमल/कमला हैं। आपके क्षेत्र में हर रोज बढ़ती भीड़ के कारण वाहन चालकों को अनेक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने की आवश्यकता पर बल देते हुए अपने प्रांत के मुख्यमंत्री को लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए।
- अपनी नगर की ऐतिहासिक इमारतों की दयनीय स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए, उनके उचित रख-रखाव के लिए अध्यक्ष, पुरातत्व विभाग को लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखकर आग्रह कीजिए।
- आपके क्षेत्र में स्थित स्टेडियम के स्थापना दिवस की वर्षगाँठ के अवसर पर दिव्यांग बच्चों द्वारा भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया जाएगा। इस कार्यक्रम के सीधे प्रसारण की प्रार्थना करते हुए दूरदर्शन निदेशक को लगभग 100 शब्दों में एक पत्र लिखिए।
- आप शुचि/शौर्य हैं। आपके मोहल्ले में जल की आपूर्ति बाधित है। जल की सुचारू आपूर्ति के लिए जल बोर्ड निगम अध्यक्ष को लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखकर सुधार के लिए आग्रह कीजिए।
- आप निखिल/निखिला हैं। आपके क्षेत्र में लगे वृक्ष जल के अभाव में सूख रहे हैं। वृक्षों के उचित रख-रखाव का सुझाव देते हुए वन-विभाग के निदेशक को आग्रह करते हुए लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए।
- आपका नाम दीपक/दीपिका है। आपकी दसवीं कक्षा की अंक-सूची कहीं खो गयी है। अंक-सूची की द्वितीय प्रति मँगवाने हेतु क. ख. ग. बोर्ड को लगभग 100 शब्दों में प्रार्थना पत्र लिखिए।
- आप साक्षी/अजय हैं। आपके मोहल्ले के कूड़ेदान में गन्दगी का ढेर लगा है और कई-कई दिन तक कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है। इस सम्बन्ध में नगर-निगम अधिकारी को लगभग 100 शब्दों में एक शिकायती पत्र लिखिए।
- आप पत्रलेखा/नीलोत्पल हैं। आपके मोहल्ले के कूड़ेदान में कूड़े का ढेर लगा है, उसके बारे में नगर-निगम अधिकारी को आपने शिकायती-पत्र लिखा था जिस पर शीघ्र ही उचित कार्यवाही हो गयी है। अतः नगर-निगम अधिकारी को लगभग 100 शब्दों में धन्यवाद पत्र लिखिए।
- आप महिमा/दिनेश हैं। आपने नगर-निगम अधिकारी को पत्र लिखा था जिसमें आपके मोहल्ले के पार्क की दुर्व्यवस्था, सुचारू बिजली का अभाव, अस्वच्छता आदि की जानकारी दी थी। आपके पत्र के बाद पार्क के रख-रखाव पर पूरी तरह से ध्यान दिया गया और लोगों के सहयोग से हरा-भरा बनाया जा रहा है। अतः नगर-निगम अधिकारी को शीघ्रता से कदम उठाने के लिए लगभग 100 शब्दों में धन्यवाद-पत्र लिखिए।
उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर Answers of questions on karyalai patr
(Students should note that the answers can have variations and still, they will be correct if all the requirements of writing a paryalai patr are fulfilled)
- आप सुशील/सुशीला हैं और एक रिहायशी सोसाइटी में रहते हैं। इसमें किसी घर में एक व्यक्ति ने दफ्तर खोल लिया है। उससे होने वाली असुविधा के बारे में बताते हुए और रिहायशी सोसाइटी के नियमों से उसे अवगत कराने का अनुरोध करते हुए सोसाइटी के सचिव को लगभग 120 शब्दों में पत्र लिखिए।
सेवा में,
सचिव,
संस्कार सोसाइटी,
आगरा, उ. प्र.
दिनाँक: 06/11/2024
विषय: दफ्तर खोलने से होने वाली असुविधा के बारे में शिकायत।
महोदय,
सविनय निवेदन है कि हमारी सोसाइटी में एक घर में किसी व्यक्ति ने दफ्तर खोल लिया है। इससे सोसाइटी के अन्य निवासियों को कई प्रकार की असुविधाएँ हो रही हैं, जैसे कि यातायात की भीड़, शोर-शराबा और पार्किंग की समस्या। यह रिहायशी क्षेत्र के नियमों के खिलाफ भी है, क्योंकि यहाँ व्यवसायिक गतिविधियों की अनुमति नहीं दी गई है।
कृपया संबंधित व्यक्ति को सोसाइटी के नियमों से अवगत कराते हुए इस स्थिति का समाधान करें ताकि सभी निवासियों को एक शांतिपूर्ण वातावरण मिल सके।
धन्यवाद।
भवदीया,
सुशीला
- आप कमल/कमला हैं। आपके क्षेत्र में हर रोज बढ़ती भीड़ के कारण वाहन चालकों को अनेक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने की आवश्यकता पर बल देते हुए अपने प्रांत के मुख्यमंत्री को लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए।
सेवा में,
माननीय मुख्यमंत्री जी,
कन्नौज, उत्तर प्रदेश
दिनाँक: 15/10/2024
विषय: सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने हेतु आग्रह
महोदय जी,
मैं कमला, मोहननगर की निवासी हूँ। हमारे क्षेत्र में हर दिन बढ़ती भीड़ और यातायात के कारण वाहन चालकों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों की संकीर्णता से जाम की समस्या बढ़ गई है, जिससे समय की बर्बादी और दुर्घटनाओं का खतरा भी बना रहता है।
मैं आपसे विनम्र निवेदन करती हूँ कि इस समस्या के समाधान के लिए सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने की पहल की जाए। इससे यातायात सुगम होगा और नागरिकों को राहत मिलेगी।
आशा है कि आप इस पर शीघ्र ध्यान देंगे।
धन्यवाद।
भवदीया,
कमला
संपर्क न. 92XXXXXX45
- अपनी नगर की ऐतिहासिक इमारतों की दयनीय स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए, उनके उचित रख-रखाव के लिए अध्यक्ष, पुरातत्व विभाग को लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखकर आग्रह कीजिए।
सेवा में,
अध्यक्ष महोदय,
पुरातत्व विभाग,
मध्य प्रदेश
दिनाँक: 06/11/2024
विषय: नगर की ऐतिहासिक इमारतों के रख-रखाव हेतु आग्रह
महोदय,
मैं अ. ब. स., ग्वालियर का निवासी, आपके ध्यान में लाना चाहता हूँ कि हमारे नगर की ऐतिहासिक इमारतें उपेक्षा के कारण दयनीय स्थिति में पहुँच रही हैं। इन इमारतों का ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, और पर्यटन महत्त्व है, परंतु उचित रख-रखाव के अभाव में वे क्षतिग्रस्त हो रही हैं।
आपसे निवेदन है कि इन स्मारकों के संरक्षण और मरम्मत के लिए शीघ्र आवश्यक कदम उठाए जाएँ। यह न केवल हमारी सांस्कृतिक धरोहर को बचाएगा, बल्कि क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।
आशा है कि आप इस विषय पर शीघ्र ध्यान देंगे।
धन्यवाद।
भवदीय,
अ. ब. स.
संपर्क: 78XXXXXX54
- आपके क्षेत्र में स्थित स्टेडियम के स्थापना दिवस की वर्षगाँठ के अवसर पर दिव्यांग बच्चों द्वारा भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया जाएगा। इस कार्यक्रम के सीधे प्रसारण की प्रार्थना करते हुए दूरदर्शन निदेशक को लगभग 100 शब्दों में एक पत्र लिखिए।
सेवा में,
निदेशक महोदय,
दूरदर्शन केंद्र,
दिल्ली
दिनाँक: 18/09/2024
विषय: स्टेडियम स्थापना दिवस कार्यक्रम के सीधे प्रसारण हेतु प्रार्थना
महोदय,
सादर निवेदन है कि हमारे क्षेत्र के स्टेडियम के स्थापना दिवस की वर्षगाँठ पर दिनाँक 25 सितम्बर 2024 को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चे अपनी अद्भुत प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। यह न केवल उनकी क्षमताओं को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि समाज में उनके प्रति संवेदनशीलता भी बढ़ाएगा।
आपसे अनुरोध है कि इस प्रेरणादायक कार्यक्रम का दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण सुनिश्चित करें, ताकि इसे अधिक से अधिक लोग देख सकें और बच्चों का उत्साहवर्धन हो सके।
आपके सहयोग के लिए आभारी रहूँगा।
सधन्यवाद।
भवदीय,
क. ख. ग.
संपर्क: 63XXXXXX67
- आप शुचि/शौर्य हैं। आपके मोहल्ले में जल की आपूर्ति बाधित है। जल की सुचारू आपूर्ति के लिए जल बोर्ड निगम अध्यक्ष को लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखकर सुधार के लिए आग्रह कीजिए।
सेवा में,
अध्यक्ष महोदय,
जल बोर्ड निगम,
झारखण्ड
दिनाँक: 12/10/2024
विषय: जल आपूर्ति बाधित होने की समस्या के समाधान हेतु आग्रह
महोदय,
मैं शुचि, सुभाषनगर की निवासी हूँ। हमारे मोहल्ले में पिछले कुछ दिनों से जल आपूर्ति बाधित हो रही है, जिससे लोगों को काफी कठनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। यह समस्या दैनिक जीवन के आवश्यक कार्यों को भी प्रभावित कर रही है।
आपसे निवेदन है कि इस समस्या का शीघ्र समाधान किया जाए और जल आपूर्ति को सुचारू बनाने के लिए उचित कदम उठाए जाएँ। आपका यह प्रयास क्षेत्रवासियों के लिए राहत प्रदान करेगा।
आपके सकारात्मक उत्तर की प्रतीक्षा है।
धन्यवाद।
भवदीय,
शुचि
संपर्क: 87XXXXXX67
- आप निखिल/निखिला हैं। आपके क्षेत्र में लगे वृक्ष जल के अभाव में सूख रहे हैं। वृक्षों के उचित रख-रखाव का सुझाव देते हुए वन-विभाग के निदेशक को आग्रह करते हुए लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए।
सेवा में,
निदेशक महोदय,
वन विभाग,
हरियाणा
दिनाँक: 14/12/2024
विषय: क्षेत्र के वृक्षों के रख-रखाव हेतु आग्रह
महोदय,
मैं निखिल, झज्जर का निवासी हूँ, आपका ध्यान हमारे क्षेत्र में लगे वृक्षों की ओर आकर्षित कराना चाहता हूँ। जल के अभाव में कई वृक्ष सूखने की स्थिति में पहुँच गए हैं। ये वृक्ष न केवल पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए छाया और स्वच्छ वायु का स्रोत भी हैं।
आपसे निवेदन है कि इन वृक्षों के रख-रखाव के लिए नियमित जलापूर्ति और देखभाल की व्यवस्था की जाए। यह कदम पर्यावरण संरक्षण में सहायक होगा।
आशा है कि आप शीघ्र आवश्यक कदम उठाएँगे।
धन्यवाद।
भवदीय,
निखिल
संपर्क: 81XXXXXX67
- आपका नाम दीपक/दीपिका है। आपकी दसवीं कक्षा की अंक-सूची कहीं खो गयी है। अंक-सूची की द्वितीय प्रति मँगवाने हेतु क. ख. ग. बोर्ड को लगभग 100 शब्दों में प्रार्थना पत्र लिखिए।
सेवा में,
सचिव महोदय,
क. ख. ग. शिक्षा बोर्ड,
उत्तर प्रदेश
दिनाँक: 07/08/2024
विषय: दसवीं कक्षा की अंक-सूची की द्वितीय प्रति प्राप्त करने हेतु प्रार्थना
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं दीपिका, आर्य कन्या इण्टर कॉलेज की पूर्व छात्रा हूँ। मैंने 2022 में क. ख. ग. बोर्ड से दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। दुर्भाग्यवश, मेरी अंक-सूची कहीं खो गई है, जिसके कारण मुझे आगे की पढ़ाई में कठिनाई हो रही है।
अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि मुझे दसवीं कक्षा की अंक-सूची की द्वितीय प्रति प्रदान करने की कृपा करें। मैंने इसके लिए आवश्यक दस्तावेज़ और शुल्क संलग्न कर दिए हैं। कृपया इसे शीघ्र प्रक्रिया में लें।
धन्यवाद।
भवदीया,
दीपिका
संपर्क न: 83XXXXXX87
- आप साक्षी/अजय हैं। आपके मोहल्ले के कूड़ेदान में गन्दगी का ढेर लगा है और कई-कई दिन तक कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है। इस सम्बन्ध में नगर-निगम अधिकारी को लगभग 100 शब्दों में एक शिकायती पत्र लिखिए।
सेवा में,
नगर निगम अधिकारी महोदय,
कानपुर, उत्तर प्रदेश
दिनाँक: 09/11/2024
विषय: मोहल्ले में कूड़ा न उठाए जाने की शिकायत
महोदय जी,
मैं अजय, गोसाईंगंज, कानपुर का निवासी हूँ। हमारे मोहल्ले में स्थित कूड़ेदान में लंबे समय से कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है, जिससे गंदगी का ढेर लग गया है। इस स्थिति के कारण दुर्गंध फैल रही है और मक्खी-मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है।
आपसे निवेदन है कि इस समस्या का शीघ्र समाधान करें और नियमित रूप से कूड़ा उठाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। आपका यह कदम हमारे मोहल्ले के स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए अत्यंत आवश्यक है।
धन्यवाद।
भवदीय,
अजय
संपर्क: 97XXXXXX20
- आप पत्रलेखा/नीलोत्पल हैं। आपके मोहल्ले के कूड़ेदान में कूड़े का ढेर लगा है, उसके बारे में नगर-निगम अधिकारी को आपने शिकायती-पत्र लिखा था जिस पर शीघ्र ही उचित कार्यवाही हो गयी है। अतः नगर-निगम अधिकारी को लगभग 100 शब्दों में धन्यवाद पत्र लिखिए।
सेवा में,
नगर निगम अधिकारी महोदय,
फरुखाबाद, उत्तर प्रदेश
दिनाँक: 07/11/2024
विषय: त्वरित कार्रवाई के लिए धन्यवाद
महोदय जी,
सादर नमस्कार। मैं पत्रलेखा, बड़ा गंज, फरुखाबाद की निवासी हूँ। हाल ही में मैंने मोहल्ले के कूड़ेदान में गंदगी के ढेर और कूड़ा न उठाए जाने की समस्या के संबंध में आपको एक शिकायती पत्र लिखा था।
आपकी त्वरित और प्रभावी कार्रवाई के लिए मैं दिल से धन्यवाद देना चाहती हूँ। आपकी टीम ने न केवल कूड़े को तुरंत साफ कराया, बल्कि नियमित सफाई की व्यवस्था भी सुनिश्चित की है। यह कदम हमारे मोहल्ले को स्वच्छ और स्वास्थ्यप्रद बनाए रखने में मदद करेगा।
मैं सदा आपकी आभारी रहूँगी।
धन्यवाद।
भवदीय,
पत्रलेखा
संपर्क: 89XXXXXX67
- आप महिमा/दिनेश हैं। आपने नगर-निगम अधिकारी को पत्र लिखा था जिसमें आपके मोहल्ले के पार्क की दुर्व्यवस्था, सुचारू बिजली का अभाव, अस्वच्छता आदि की जानकारी दी थी। आपके पत्र के बाद पार्क के रख-रखाव पर पूरी तरह से ध्यान दिया गया और लोगों के सहयोग से हरा-भरा बनाया जा रहा है। अतः नगर-निगम अधिकारी को शीघ्रता से कदम उठाने के लिए लगभग 100 शब्दों में धन्यवाद-पत्र लिखिए।
सेवा में,
नगर निगम अधिकारी महोदय,
समस्तीपुर, बिहार
दिनाँक: 05/12/2024
विषय: पार्क के रख-रखाव में शीघ्रता से कदम उठाने के लिए धन्यवाद
महोदय जी,
सादर नमस्कार। मैं महिमा, आनंद चौराहा, समस्तीपुर की निवासी हूँ। मैंने हाल ही में आपको हमारे मोहल्ले के पार्क की दुर्व्यवस्था, बिजली की कमी और अस्वच्छता के संबंध में पत्र लिखा था।
आपकी त्वरित और प्रभावी कार्रवाई के लिए मैं आपका आभारी हूँ। आपके प्रयासों से अब पार्क की साफ-सफाई और रख-रखाव पर पूरी तरह से ध्यान दिया जा रहा है, और लोगों के सहयोग से वह हरा-भरा बनता जा रहा है। यह कदम हमारे मोहल्ले की सुंदरता और नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
धन्यवाद।
भवदीया,
महिमा
सम्पर्क: 89xxxxxx67
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Conclusion
आशा है कि इस लेख से आपको अवश्य ही समझ आया होगा कि कार्यालयी पत्र क्या होते हैं और किस तरह से परीक्षाओं में पूछे जाएँगे। परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन के लिए दिए गए उदाहरणों का नियमित अभ्यास करते रहें। अभ्यास न केवल आपको आत्मविश्वास देगा बल्कि आपके लेखन कौशल को भी निखारेगा।
सदैव सीखते रहें और सफलता की ओर बढ़ते रहें।
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